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Archive for: December 2012

किंग फ़िशर को डुबा कर अपनी पसंदीदा एयर लाइन्स को फायदा तो नहीं पहुँचाया जाएगा ?


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक प्राईवेट एयर लाईनर

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है |ओये ये केंद्र की सरकार एक तरफ तो गला फाड़ फाड़ कर देश की इकोनोमी को सुधारने और रोज़गार के गेट खोलने का दावा कर रही है|इसीलिए एयर इंडिया को बार बार डूबने से बचाने के लिए करोड़ों रुपयों कि सेफ्टी बेल्ट प्रोवाईड की जा रही हैं लेकिन ये किंग फ़िशर के पीछे हाथ धो कर क्यूं पड़ गए हैं | पहले इस कम्पनी का लायसेंस निलंबित किया गया [सस्पेंड] आज इस कम्पनी का लायसेंस निरस्त[केंसिल] कर दिया गया इससे तो हज़ारों का स्टाफ सडकों पर आजायेगा||इनके लंबित ७० करोड़ के वेतन और ५०० करोड़ के एयर पोर्ट की लेन दारी भी बट्टे खाते में चली जायेगी| और तो और बैंको का ७००० करोड़ का कर्ज़ भी डूब जाएगा|ये तो टेक्स पेयर्स के साथ भद्दा मज़ाक ही है|

झल्ला

ओ सेठ जी ये केंद्र सरकार अक्सर एक तीर से कई शिकार करने की आदि है और इस प्रकार के आरोप डी वी बी नामक जर्मन फायनेंसर डी जी सी ऐ पर लगा ही चुका है|अब देखो किंग फ़िशर एयर लाईन्स को उभरने नहीं देने से [१]एयर इंडिया + इंडिगो और स्पाईसजेट जैसी कम्पनियाँ बिना प्रतिस्पर्धा के खुले आसमान में उडेंगी |इंडिगो तो हवा में ठंडा समोसा १२० रुपये का धडल्ले से बेचेगा|

किंग फ़िशर को डुबा कर अपनी पसंदीदा एयर लाइन्स को फायदा तो नहीं पहुँचाया जाएगा


[२] शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल वाली एन सी पी की उड़ान कुछ ज्यादा सरकार के लिए सर दर्दी पैदा कर रही है | महाराष्ट्र के बाद अब गुजरात में भी सीटों के बटवारें पर तलवारें खिंची हैं|चूंकी प्रफुल्ल पटेल की नजदीकियां किंग फ़िशर विजय माल्या के साथ कुछ ज्यादा ही हैं सो एन सी पी किंग फ़िशर में सवार हो सकते हैं| इसीलिए एन सी पी के पर कतरने के लिएकिंग फ़िशर एयर लाईनर को क्रेश करवाना जरूरी हो जाता है|क्यों ठीक है न ठीक ?

महाराष्ट्र में एक छोटा पाकिस्तान: खुदा खैर करे

महाराष्ट्र में एक छोटा पाकिस्तान:

भारत की अखंडता के साथ नक्शों पर छेड़छाड़ की पाकिस्तान और चीन के अलावा अमेरिका और रूस की पुरानी आदत रही है यहाँ तक की देशी पाठ्य पुस्तकों में भी कभी कभाग नक्शों में गलती पकड़ी जाती रही है|और इसका विरोध समय समय पर होता रहा है| मगर भारत सरकार के एक राज्य महाराष्ट्र में सरकारी विभाग द्वारा एक विशेष इलाके को छोटा पाकिस्तान की मान्यता दे दी गई हैयह अपने आप में हास्यास्पद,उतेजक और राष्ट्र विरोधी तो है ही तुरंत रिसल्ट ओरिएंटेड जांच का विषय भी है |महाराष्ट के समाचार पात्र सामना में एक समाचार फोटो के साथ छापा गया है जिसके अनुसार ठाणे के नालासोपारा के एक इलाके को जारी किये जा रहे बिजली के बिलों पर एड्रेस के स्थान पर छोटा पाकिस्तान लिखा जा रहा है|
छोटा पाकिस्तान के रूप में मान्यता देकर वहां आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी भी बनाए जा रहे हैं|इसकी शिकायत किये जाने पर अब राज्य अल्पसंख्यक आयोग ने महाराष्ट्र राज्य विद्युत बोर्ड ( एमएसईबी ) से कहा है कि वह अपने बिलों में ठाणे के नालासोपारा के संतोष भवन इलाके का नाम ‘ छोटा पाकिस्तान ‘ प्रकाशित करने की ‘ गंभीर लापरवाही ‘ के मामले की जांच करे। आयोग के अध्यक्ष मुनाफ हकीम ने बोर्ड को पत्र लिखकर कहा है , ‘ यह गंभीर मुद्दा है। कृपया इसकी जांच करें और आयोग को अपनी रिपोर्ट से अवगत कराएं। ‘ पत्र ने उन्होंने कहा है , ‘ हमें बताएं कि किस स्तर पर उस इलाके को छोटा पाकिस्तान लिखने के निर्देश दिए गए।
नाला सोपारा के संतोष भवन इलाके के लोगों को कुछ समय से अपने घरों के बिजली बिलों में इलाके का नाम छोटा पाकिस्तान लिखा हुआ मिल रहा है। बोर्ड पिछले कम से कम 14 माह से बिजली बिल ऐसे ही भेज रहा है। बोर्ड ने कहा है कि उसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि यह लापरवाही कहां हुई है। यह मामला आधार कार्ड के संबंध में जानकारी लेते हुए प्रकाश में आया।गौरतलब है की आधार कार्ड केंद्र सरकार की अति महत्वकांक्षी यौजना है जिसके आधार पर भविष्य में सभी प्रकार की सब्सिडी भी दी जानी है ऐसे राष्ट्रीय “आधार ” का आधार इतना खोकला हो तो शासन और प्रशासन की कार्य क्षमता पर प्रश्न चिन्ह लगाने स्वाभाविक ही हैं| कांग्रेस शासित इस प्रदेश में और पाकिस्तान के नाम पर ही बिफर पड़ने वाली शिव सेना की इस विषय में चुप्पी के मायने भी निकाले जाने होंगें |

भारतीय सेना ने भी गैंगरेप पीड़िता के गम में नए साल के सभी पारंपरिक उत्सव मनाने को मना किया

२३ वर्षीय

Army and congress Will Not celebrate new year

की मृत्यु के गम में डूबे देश के साथ भारतीय सेना ने अपने आप को जोड़ते हुए अपनी इकाईयों को नए साल के सभी पारंपरिक उत्सव मनाने को मना कर दिया है| सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह अपनी पत्नी बब्बल सिंह के साथ सेना अस्पताल में मरीजों की सेवा करके नया साल मनाएंगे| इससे पूर्व प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह और सत्तारुड यूं पी ऐ अध्यक्षा श्री मति सोनिया गांधी ने भी पीडिता के गम में शामिल होकर कांग्रेस के १२७वे स्थापना दिवस के अवसर पर ही नए साल की बधाईयाँ लेने और देने की औपचारिकता निभाने से मना कर चुके हैं|अब पुनः कांग्रेस सचिव जनार्दन द्विवेदी ने अपनी अध्यक्षा के आदेश को पुनः दोहराया है|
चलती चार्टर्ड स्कूल बस में हुए २३ वर्षीय गैंगरेप पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी आज सोमवार को भी अपनी मुहिम पर डटे हुए हैं। दिल्ली के जंतर-मंतर पर भीषण ठंड के बावजूद यहां लोग डटे हुए हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों से आए प्रदर्शनकारी सिर्फ और सिर्फ इंसाफ की मांग कर रहे हैं। पीड़ित लड़की की मौत पर संवेदना तो व्यक्त की ही जा रही है, साथ ही नेताओं को जाग जाने की चेतावनी भी दी जा रही है

पुराने कानूनों का कडाई से पालन करा लो देश और दिशा बदल जायेगी

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक सोश्लाईट

ओये झाल्लेया देखा बेचारी दामिनी के साथ क्या जुल्म हुआ है|मरने के बाद भी धरा १४४ लगा कर गुपचुप तरीके से उस बेचारी का अंतिम संस्कार कर दिया गया|इसके बाद भी लड़कियों से छेड़छाड़ के मामले रुक नहीं रहे हैं |अब दोषियों को फांसी देदेनी चाहिए या फिर इन्हें नपुंसक बना कर जिल्लत भरी जिन्दगी जीने का श्राप दे देना चाहिए| चलती चार्टर्ड बस में दरिन्दगी की शिकार इस 23 वर्षीय पीडिता की मौत और उसके बाद उसकी गोपनीय अंत्येष्टि से सुशासन के लिए चिंगारी एक बार फिर सुलग उठी है और अब की बार यह चिंगारी शोला बन कर भड़क भी जायेगी| ओये अब इस दामिनी का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा|अब तो कुछ हो कर ही रहेगा

पुराने कानूनों का कडाई से पालन करा लो देश और दिशा बदल जायेगी

झल्ला

हां बाऊ साहब उस बेचारी के साथ तो बहुत बुरा ही हुआ है तभी पूरी मानवता रो रही है|और बदलाव की आग भड़क उठी है मगर शोले रूपी इस गरल को धारण करने के लिए अभी कोई कोई सुपात्र दर्शनीय नही है ।| रेपिस्ट को नपुंसक बना कर उनके अंग भंग करने से ये भिखारियों की संख्या बड़ा कर नेताओं के वोट बैंक बनेंगे और उलटे सीधे लाभ पाने के हक़दार कहलाये जायेंगे |फांसी की मांग जायज़ है मगर इसी दिल्ली में नाबालिग भाई बहन संजय, गीता चोपड़ा के हत्यारों [रंगा बिल्ला ] को भी १९८२ में फांसी दी गई थी मगर अपराध फिर भी नही रुके उलटे अब तो प्रति दिन एक की औसत से दिल्ली में ही बलात्कार दर्ज़ किये जा रहे हैं|| झल्लेविचारानुसार कानून बेशक नए नए बनाए जाएँ मगर जोकानून बने हुए हैं उनका पालन कड़ी से करा लो देश और दिशा बदल जायेगी

जीवन मरण के चक्कर से मुक्ति पाने के लिए महापुरुष से विवेक लेना होगा

कहे कबीर पुकारि के , साधुन समुझाई हो ।
सत् सजीवन नाम है , सतगुरु हि लखाई हो ।

Rakesh Khurana On Sant Kabir das

:
संत कबीर दास जी फरमाते हैं कि मैं पुकार -पुकार कर कह रहा हूँ चौरासी लाख जिया – जून के चक्कर से बचने का और हमेशा की मुक्ति पाने का एक ही साधन है और वो ये है कि हम किसी महापुरुष के चरणों में पहुंचकर उनसे नामदान लें , उनके हुक्म के मुताबिक अपना जीवन बनाएँ , जीते जी मरना सीखें ।हममें विवेक हो , ताकि हम सत -असत का निर्णय कर सकें ।
संत कबीर दास जी की वाणी
प्रस्तुति राकेश खुराना

वैष्णो देवी शक्ति पीठ पर पवन हंस का हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त:सभी सुरक्षित

त्रिकुटा की पहाड़ियों पर स्थित वैष्णो देवी शक्तिपीठ के लिए श्रधालुओं को ले कर लौट रहे पवन हंस हेलीकाप्टर की रविवार को आपातकालीन लैंडिंग कराई गई| जिससे पायलट कर्नल ऐ परमार एक महिला सुनीता घायल हो गए शेष पांच को मामूली चोटें आई हैं|। प्राप्त जानकारी के अनुसार पवन हंस का एक हेलिकॉप्टर 6 वैष्णो देवी श्रद्धालुओं को लेकर सांझीछत स्थित हैलिपैड [२ की मी ]से लौट रहा था। पायलट ने तकनीकी दिक्कत महसूस कर हेलिकॉप्टर को बीच

Emergency Landing Of helicopter at vaishno devi

में आपातकालीन स्थिति में उतारा। भवन और कटरा क्षेत्र से पुलिस दल मौके पर पहुंचा और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
कटरा कस्बा माता वैष्णो देवी की पवित्र गुफा के पास मौजूद है और यहीं से माँ वैष्णो देवी शक्ति पीठ की यात्रा शुरू की जाती है| हर साल एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु माता के दर्शन करते हैं।जे & के की आर्थिक प्रग्रति में यहाँ का विशेष योगदान है| पवन हंस और ग्लोबल विक्ट्रा हेलिकॉप्टर सेवाएं श्रद्धालुओं को सांझीछत स्थित हैलिपैड और कटरा शिविर के बीच सेवाएं देती हैं।
,जम्मू और आसपास के क्षेत्रों में शनिवार रात से घना कोहरा छाया हुआ है। लेकिन माँ वैष्णो देवी के आशीर्वाद से सभी तीर्थ यात्री सुरक्षित बताये जा रहे हैं ‘।

ठण्ड से ठिठुरते , सिकुड़ते जरुरत मंदों को कम्बल बांटें

Samajvadi neta Adil Choudhry Distributing Blankets

कडाके की ठंड में बेशक अलाव जलाने के जिम्मेदारी का पूर्णतया निर्वाह कही दिखाई नहीं दे रहा मगर स्वयम सेवी संस्थाएं और नेता गण अपना फर्ज़ निभाते हुए कम्बल बाँट रहे हैं और किसी हद तक जरुरत मंदों को राहत प्रदान कर रहे हैं|सपा नेता आदिल चौधरी और अन्नपूर्णा चेरिटेबिल अस्पताल ने कम्बल बाँट कर अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वाह किया|
सत्तारुड समाजवादी पार्टी के नेता आदिल चौधरी ने आज सुबह अपने निवास पर १०० जरुरत मंदों में कम्बल बाँट कर उनकी दुआएं बटौरी|आदि ने बताया की यह पुन्य कार्य उन्होंने अपनी माँ श्रीमती नूरजहाँ के आदेशानुसार किया है|
उधर छावनी छेत्र में मानव चिकित्सा सेवा कार्यों को समर्पित अन्नपूर्णा चेरिटेबिल अस्पताल के तत्वधान में कम्बल बांटे गए| जिलाधिकारी विकास गोठलवाल ,आर के सिंह,राज कुमार सचान,आदि ने छावनी में कम्बल बाँटें और राधेश्याम गुप्ता,रवि कुमार,अंकित विश्नोई,बृज भूषण गुप्ता,सुरेश,अशोक,अनिल ,नरेन्द्र,किरण,गगन,सूरज,ललित आदि ने सहयोग दिया|इ अवसर पर प्रशानिक अधिकारियों को स्टाल[दुपट्टा]ओडा कर सम्मानित भी किया गया|

देश की बहादुर बेटी के पार्थिव शव को भारी सुरक्षा घेरे में गोपनीय ढंग में पञ्च तत्व में विलीन किया गया

चलती चार्टर्ड स्कूल बस में हुई दरिन्दगी की शिकार फिजियोथेरेपिस्ट जीने की आस लिए २३ साल में ही दुनिया छोड़ गई जमोस न्यूज डाट काम परिवार की तरफ से देश की इस बहादुर बेटी को शत शत नमन |पीडिता का पार्थिव शरीर रविवार 03:30 बजे एयर इंडिया के विशेष विमान से दिल्ली पहुंचा। सुबह ही बेहद गोपनीय ढंग से साडे सात बजे उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। अंतिम संस्कार के समय गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह मौजूद थे। 13 दिनों तक जिंदगी के लिए मौत से लड़ने वाली 23 वर्षीय छात्रा की सिंगापुर में शनिवार रात 02:15 बजे मौत हो गई थी|
पीड़िता का शव दक्षिणी दिल्ली में महावीर एन्क्लेव स्थित उसके आवास पर ले जाया गया, और वहां अंतिम संस्कार से पहले का कर्मकांड निपटाया गया। अंतिम संस्कार द्वारका सेक्टर-22 में स्थित एक शवदाह गृह में सम्पन्न हुआ। इस दौरान यहां पुलिस और त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) के जवान बड़ी संख्या में तैनात थे
विमान के दिल्ली पहुंचने पर प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह और कांग्रेस+यूं पी ऐ अध्यक्षा श्री मति सोनिया गांधी एयरपोर्ट पर ही मौजूद थे। प्राप्त सूचना के मुताबिक़ सुबह ही लड़की का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। पोस्‍टमार्टम के बाद उसके शव को लेकर विशेष विमान शनिवार को भारतीय समयानुसार रात लगभग 10:30 बजे सिंगापुर से भारत के लिए रवाना हुआ था।सामूहिक दुष्कर्म मामले का आरोप पत्र तीन जनवरी को पेश कर दिया जाएगा।
पीड़िता की मौत की सूचना मिलने के थोड़ी देर बाद ही पुलिस ने प्रारंभिक एफआईआर में हत्या और डकैती की धाराएं भी जोड़ दी। इससे पहले हत्या के प्रयास, अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म व अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया था।
हजार पृष्ठों का आरोप पत्र तैयार किया है। आरोप पत्र में पुलिस ने सभी छह आरोपियों राम सिंह, उसके भाई मुकेश, विनय शर्मा, पवन गुप्ता और अक्षय ठाकुर की भूमिका स्पष्ट की है। सभी आरोपी अभी न्यायिक हिरासत में हैं। मामले में संलिप्त एक किशोर[ १७ साल आठ महीने] को बाल सुधार गृह भेजा गया है।
इस मौत ने एक बर फिर राष्ट्र की सोच को झकझोर दिया है इंडिया गेट से गेटवे आफ इंडिया तक आक्रोश और संताप के स्वर गूँज रहे हैं|यहाँ तक की आस्ट्रिया और अमेरिका में भी चिंता प्रगट की जा रही है| पूर्वे में फांसी की माफी देने वालीपूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने भी इन दरिंदों के लिए फांसी की मांग कर डाली है| प्रधान मंत्री और सत्ता रूड यूं पी ऐ की अध्यक्षा ने एक बार फिर दोहराया है की यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा |जनाक्रोश अन सुना नहीं रहेगा|
अब सवाल उठता है की क्या केवल दोषियों को फांसी दे देने से ही सुधार हो जाएगाशायद नहीं |यहाँ एक उदहारण देना पर्याप्त होगा
१९७८ में इसी दिल्ली के दो नाबालिग भाई बहन गीता और संजय चोपड़ा को रंगा और बिल्ला [उपनाम] ने अगवा करके उनके साथ दुष्कर्म करके मार डाला था बेशक उन दोनों को ऐसे ही दबाब के चलते गिरफ्तार करके फांसी पर चड़ा दिया गया था लेकिन फांसी लगाने में चार साल लग गएऔर फांसी देकर ही इतिश्री समझ ली गई| |व्यवस्था सुधारने की तरफ किसी का ध्यान नहीं गया |जिसके फलस्वरूप आज यह वीभत्स घटना का अभिशाप सामने आया है| अगर आंकड़ों की माने तो ओसतन प्रति दिन एक बलात्कार केवल दिल्ली में ही दर्ज़ किया जा रहा है|अब भी फांसी देकर केवल समस्या को टाला जा सकता है और यह किसी भी समस्या का तात्कालिक हल तो हो सकता है मगर स्थाई नही|इसीलिए अब समय आ गया है की संकीर्ण स्वार्थ को त्याग कर मौजूदा कानून का सभी छेत्रों में पालन कराने में ही सख्ती बरती जाये |इसके सकारात्मक परिणाम अवश्य आयेंगे| वरना मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की भांति आये दिन किसी न किसी राजनेता को जनाक्रोश के अप्रिय अभिशाप का सामना करना पडेगा और फिर किसी बेटी का दाह संस्कार करने के लिए गोपनीयता बरतनी पड़ेगी|

आल राउंडर क्रिकेटर और मनोरंजक कमेंटेटर टोनी ग्रेग जीवन के गेम में हार्टअटैक की बाळ पर क्लीन बोल्ड हो गए

आल राउंडर क्रिकेटर और मनोरंजक कमेंटेटर टोनी ग्रेग जीवन के गेम में हार्टअटैक की बाळ पर क्लीन बोल्ड हो गए और पेवेलियन लौट गए |

Tony Grieg Died Today

इंग्लैंड के आल राउंडर क्रिकेटर , टीम के पूर्व कप्तान और कमेंटेटर टोनी ग्रेग का दिल का दौरा पड़ने से शनिवार को निधन हो गया। वे 66 साल के थे। टोनी ग्रेग ने इंग्‍लैंड टीम की तरफ से 58 टेस्‍ट मैच खेले जिसमें 40 के औसत से 3589 रन बनाये। उन्‍होने 8 शतक और 20 अर्द्धशतक लगाये। दायें हाथ के इस बैट्स मैन का उच्‍चतम स्‍कोर 148 रन था। टोनी ने 141 विकेट भी लिये। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में टोनी का कॅरियर खासा प्रभावशाली था, जिसमें उन्‍होने 350 मैचों में 26 शतकों और 96 अर्द्धशतकों की मदद से 16, 660 रन बनाये। अपने क्रिकेट कॅरियर के बाद वह कमेंट्री करने लगे और अपनी लम्बाई [६’६”]और मजाकिया अंदाज के कारण साथी कमेंटेटरों के बीच लोक प्रिय रहे |भारत में खेल के मैदान में अपने समकालीन कद में छोटे भारतीय खिलाड़ियों के साथ अच्छा समय बिता कर दर्शकों का मनोरंजन भी करते जाते थे|
‌दक्षिण अफ्रीका में जन्मे टोनी के मां-बाप ब्रिटिश थे। इस वजह से उन्हें इंग्लैंड टीम में खेलने का मौका मिला।
टोनी को दुनिया के बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ियों में गिना जाता है। टोनी ग्रेग ऑस्ट्रेलियाई टेलीविजन चैनल ‘चैनल नाइन’ के लिए एंकर का काम करते थे।
टोनी ग्रेग को इसी साल अक्टूबर में पता चला था कि उन्हें फेफड़ों का कैंसर है। श्रीलंका में टी-20 विश्वकप के बाद उनका टेस्ट कराया गया था। सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड के मुताबिक, ग्रेग के पुत्र मार्क ने बताया है कि उनके पिता का कैंसर ‘चौथे-चरण’ में पहुंच चुका था.इस साल नवम्बर में ऑस्ट्रेलिया-दक्षिण अफ्रीका के बीच क्रिकेट मैच की कमेंट्री के दौरान ग्रेग ने अपनी बीमारी के बारे में जिक्र किया था.तब ग्रेग ने कहा था, ”ये अच्छा नहीं है. सच ये है कि मुझे फेफड़ों का कैंसर हो गया है. अब देखना है वो क्या कर सकते हैं.”
६-/१०-/१९४६—२९/१२/२०१२

शीला दीक्षित का जंतर मंतर पर विरोध यह बताने में पर्याप्त है कि व्यवस्था बदलने को त्वरित कदम उठाने की घड़ी आ गई है

शीला दीक्षित का जंतर मंतर पर विरोध

दुष्कर्म की शिकार फिजियोथेरेपिस्ट को श्रद्धांजलि देने जंतर-मंतर पर सुरक्षाकर्मियों के साथ पहुंची मुख्य मंत्री शीला दीक्षित का जिस तरह विरोध हुआ है गुस्से से भरे नारों के कारण एक मुख्य मंत्री को मोमबत्ती जला कर शीश नवा कर ही ओपचारिकता निभा कर लौटना पड़ा उसे देखते हुए यह कहना आवश्यक हो गया है कि वाकई अब परबत सी पीर पिघलने लगी है आग सबके सीने में सुलगने लग गई है इसीलिए शासन और प्रशासन को व्यवस्था को बदलने की दिशा में त्वरित कदम उठाने की घड़ी आ पहुंची है|
।इससे पहले शीला दीक्षित ने गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे से लोगों को इंडिया गेट जाने की इजाजत देने की मांग की। शीला दीक्षित ने गृह मंत्री से आग्रह किया कि आम लोगों को आज इंडिया गेट जाने की इजाजत दी जाए। लोग आज पीड़ित लड़की की मौत से बेहद सदमे में हैं और इंडिया गेट जाकर उसे श्रद्धांजलि देना चाहते हैं।सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता की मौत के बाद दिल्ली में धारा १४४ लगा कर दिल्ली पुलिस ने इंडिया गेट और उसके आसपास के क्षेत्रों को आम जनता के लिए सील कर दिया था, लेकिन इसके बावजूद सैंकड़ों लोग इन स्थानों पर जमा हो गए |.
जंतर मंतर पर लोगों के छोटे-छोटे समूह इस घटना पर विचार-विमर्श कर रहे हैं, और सैंकड़ों लोग सड़कों पर बैठकर लेट कर हाथों में प्ले कार्ड्स लेकर मुह पर काली पट्टी बाँध गत 16 दिसम्बर को दुष्कर्म का शिकार हुई 23 वर्षीय लड़की की मौत का दुख मना रहे हैं|
. भीड़ में सभी आयु वर्ग के लोग शामिल हुए जिनमें युवा पुरुषों और महिलाओं की संख्या सबसे अधिक दिखाई दी कुछ लोग उदास और परेशान लग रहे हैं, तो कुछ लोग इस घटना को लेकर काफी गुस्से में दिखाई दिए. बहुत से लोग पीड़िता को श्रद्धांजलि देने के लिए हाथों मे फूल लेकर पहुंचे.उत्तर प्रदेश की रहने वाली लड़की फिजियोथैरेपी प्रशिक्षु थी अस्थिर स्थिति के बावजूद लड़की को सिंगापुर भेजे जाने के सरकार के फैसले से नाराज लोग इसे विलंबित और राजनीती से प्रेरित कदम बता रहे हैं|.सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल के अधिकारियों द्वारा लड़की की मौत की घोषणा करने से पहले दिल्ली पुलिस ने शहर में प्रदर्शनों को रोकने के लिए सैंकड़ों पुलिसकर्मियों और अर्धसैनिक बलों को तैनात कर दिया था. पुलिस ने बताया कि राजपथ, विजय चौक और इंडिया गेट की तरफ जाने वाले सभी मार्गो को आम जनता के लिए बंद कर दिया गया है.दिल्ली यातायात पुलिस ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘सभी लोगों को इन मार्गो का इस्तेमाल करने से बचने की सलाह दी जाती है.’ इसके अलावा पुलिस के आग्रह पर दिल्ली मेट्रो ने भी 10 स्टेशनों को बंद कर दिया है. बंद किए गए 10 स्टेशनों में प्रगति मैदान, मंडी हाउस, बाराखम्बा रोड, राजीव चौक, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय, उद्योग भवन, रेस कोर्स, जोर बाग और खान मार्किट शामिल हैं.अधिकारी ने यह भी बताया कि हालांकि राजीव चौक और केंद्रीय सचिवालय पर यात्री एक लाइन से दूसरी लाइन की ट्रेनें बदल सकेंगे. लेकिन किसी को भी इन स्टेशनों के अंदर जाने और उनसे बाहर निकलने की इजाजत नहीं होगीपुलिस सूत्रों ने बताया कि यह कदम शहर के प्रमुख स्थानों पर भीड़ जमा होने से रोकने के लिए उठाया गया है. दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता रंजन भगत ने कहा कि लोग संसद से लगभग एक किलोमीटर दूर जंतर मंतर और राम लीला मैदान पर प्रदर्शन कर सकते हैं.
श्रन्धाजली देने ई एक राजनेता का विरोध बेहद अप्रिय घटना है मगर यह एक सन्देश भी प्रसारित कर रहा है|यहाँ में एक और वीभत्स घटना का उल्लेख करना चाहूंगा|वर्ष १९७८ में भाई बहन संजय गीता चोपड़ा का अपहरण करके मर्डर किया गया था रंग बिल्ला नाम से मशहूर दोनों अपराधी पकडे गए और देश में आक्रोश की लहर फ़ैल गई दोनों को फांसी की सज़ा सुनाई गई लेकिन न्यायालय प्रक्रिया में चार साल लग गए |१९८२ में सज़ा का पालन हुआ और दोनों बालकों की याद में वीरता पुरूस्कार भी चलाये गए लेकिन क़ानून व्यवस्था में कोई कसाव नहीं दिखाई दिया उसी के परिणाम स्वरुप अपराध होते रहे और अब १६ दिसंबर को यह घ्रणित अपराध हुआ बेशक अपराधी पकड़ने के दावे किये जा रहे हैं और उन्हें सजा भी हो जाए मगर राजनीति को संसद की परिधि तक सिमित रख कर वर्तमान कानून का ही पालन कराने में यदि चुस्ती फुर्ती दिखाई जाये तो शायद भविष्य में इस प्रकार के अपराधी हतोत्साहित हो सकेंगे और क्राईम ग्राफ गिरेगा