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Archive for: January 2014

राहुल गांधी की छवि चमकाने के लिए रसोई गैस सिलेंडर के कोटा में भी यूं टर्न :अब प्रतिमाह एक सिलेंडर मिलेगा

अपने उपाध्यक्ष राहुल गांधी की छवि चमकाने के लिए कांग्रेस ने अब एक और यूं टर्न लेते हुए हर परिवार को साल में सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर का कोटा नौ से बढ़ा कर 12 करने का फैसला कर लिया है । यह फैसला गुरुवार मध्य रात्रि से लागू हो गया है। जिस अफरातफरी में यह फैसला किया गया है उससे एक अहम अनिश्चितता भी फैल गई है। हाल में राहुल ने कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री से अपील की थी कि नौ सिलेंडर से लोगों का काम नहीं चलता।
सीधे बैंक खाते में एलपीजी सब्सिडी देने की योजना स्थगित किए जाने से आधार कार्ड की अनिवार्यता भी खत्म हो गई है। अर्थार्त अब ग्राहकों को पहले की तरह बिना आधार के सब्सिडी वाला सिलेंडर मिलता रहेगा।
तीन घंटे तक चली सीसीपीएCCPA की बैठक के बाद पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने बताया कि जिन ग्राहकों ने चालू वित्त वर्ष 2013-14 के दौरान अभी तक नौ सब्सिडी वाले सिलेंडर की खपत कर ली है उन्हें फरवरी और मार्च, 2014 में एक-एक सब्सिडी वाले सिलेंडर मिलेंगे। अगले वित्त वर्ष यानी अप्रैल, 2014 से हर ग्राहक को प्रत्येक महीने एक सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर मिलेंगे।
यह यूं टर्न गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रही केंद्र सरकार पर 5,000 करोड़ रुपये का बोझ और डालेगा। सरकार पर सालाना एलपीजी सब्सिडी का बोझ मौजूदा 80 हजार करोड़ रुपये से बढ़ कर 85 हजार करोड़ रुपये हो जाएगा।गौरतलब है कि पहले सब्सिडी वाले सिलेंडरों का कोटा छह निर्धारित किया गया था, जिसे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद नौ किया गया था। अब कांग्रेस उपाध्यक्ष के इशारे पर फिर तीन सब्सिडी के सिलेंडर बढ़ा दिए गए

केंद्र सरकार ने पैन आबंटन की प्रक्रिया में यूं टर्न लेते हुए पैन आबंटन की प्रक्रिया में बदलाव के निर्णय को अगले आदेशों तक स्‍थगित किया

केंद्र सरकार ने पैन आबंटन की प्रक्रिया में यूं टर्न लेते हुए पैन आबंटन की प्रक्रिया में बदलाव के निर्णय को अगले आदेशों तक स्‍थगित रखने का फैसला किया है
केन्‍द्रीय प्रत्‍यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने पैन आबंटन की प्रक्रिया में बदलाव के निर्णय को अगले आदेशों तक स्‍थगित रखने का फैसला किया है। इसके अनुरूप, पैन सेवा प्रदाताओं को जारी किये गये 16 जनवरी, 2014 की परिपत्र संख्‍या-11 के अनुसार निर्देशित संचालन को अगले आदेशों तक रोक दिया गया है। इस बीच, पैन आवेदन और आबंटन की पुरानी प्रक्रिया जारी रहेगी। पुराने आदेशों के अनुसार एप्लिकेंट को सवयम पत्रों को सत्यापित करके ओरिजिनल सर्टिफिकेट्स के साथ प्रस्तुत होना था

इंडिगो सहित तीन निजी एयर लाइन्स से,यात्रियों के प्राणोंके साथ खिलवाड़ के लिए,टाइम स्लॉट वापिस लिए गए

इंडिगो[Indigo] सहित तीन एयर लाइन्स को सुरक्षा से सम्बंधित निर्देशों का उल्‍लंघन करने के लिए दिल्‍ली से निर्धारित समय अवधि[ time slots ] को वापस लिया गया |बीते दिन घने कोहरे के कारण दृश्‍यात्‍मकता बेहद कम थी जिसके फलस्वरूप इन एयर लाइन्स को उड़ान सतहजीत करने के आदेश दिए गए थे लेकिन यात्रियों के प्राणों को संकट में डाल कर उड़ाने भरी गई|
नागरिक विमानन महानिदेशालय[ DGCA ] ने दिल्‍ली से संचालित होने वाली निम्‍न विमान कंपनियों की उड़ानों की दिल्‍ली से निर्धारित समय अवधि(टाइम स्‍लॉट) को तत्‍काल प्रभाव से वापस ले लिया है।
[१] इंडिगो ========= 6E-024
[२]. इंडिगो==== 6E-316
[३]. जेट एअरवेज [Jet Airways ] 9W-2452
[४] जेट एअरवेज [Jet Airways ] 9W-2794
[५]. गो एअर [ Goair ] == G8-343
६] गो एअर [Goair ] === G8-164
इंदिरा गांधी अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डे, दिल्‍ली पर 29 जनवरी को दृश्‍यात्‍मकता शाम 1730 बजे के बाद कम होने लगी थी जबकि रनवे की दृश्‍यात्‍मकता दूरी रात 2030 बजे के बाद कम होनी शुरू हो गई थी। इस प्रवृत्‍ति को सभी एअरलाइनों के ध्‍यान में लाया गया। डीजीसीए, कोहरे के समय सभी एअरलाइनों के साथ लगातार संपर्क में रह कर सीएटी III अनुवर्ती विमानों और सीएटी III प्रशिक्षित पायलटों की तैनाती सुनिश्‍चित करता है। लेकिन इस संबंध में बार-बार प्रयासों के बावजूद जेट एअरवेज, गो एअर और इंडिगो की दो-दो फ्लाइटों का मार्ग बदलकर दिल्‍ली से जयपुर भेजा गया।
भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के संचालन नियंत्रण ने जानकारी दी कि इन फ्लाइटों का एक कर्मचारी सीएटी III प्रशिक्षण युक्‍त नहीं था। इसी वजह से इन एअरलाइनों ने सीएआर सेक्‍शन 3 के पैरा 10.18, सीरीज सी, पार्ट II और 2009 के एआईसी 11 के पैरा 14 के प्रावधानों का उल्‍लंघन किया है।
डीजीसीए ने इसे काफी गंभीरता से लेते हुए कहा है कि बार-बार दिशा-निर्देश जारी किए जाने के बाद भी एअरलाइनों ने इनका पालन नहीं किया है।.

राहुल गांधी के 1984 के दंगों को लेकर दिए ब्यान पर कांग्रेस को भी कोर्ट में एक पार्टी बनाया जा सकता है:अकाली नेता मंजीत सिंह जी के

[नई दिल्ली] 1984 के दंगों को लेकर अब इंडियन नेशनल कांग्रेस को भी कोर्ट में एक पार्टी बनाया जा सकता है| शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई ने कानूनी सलाह लेनी भी शुरू कर दी है |इस अगले कदम की जानकारी आज दल और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के वरिष्ठ नेता मंजीत सिंह जी के ने प्रदर्शन के तत्काल पश्चात दी है |मंजीत सिंह ने बताया कि उनकी केवल यही मांग है कि राहुल गांधी के अनुसार कुछ कांग्रेसी १९८४ के दंगों में लिप्त हो सकते हैं तो हमें उनके नाम बताये जाएँ| उन्होंने बताया कि आज २०० लोगों ने गिरफ्तारी दी है| उन्होंने बताया कि राहुल गांधी की टी वी पर स्वीकृति के पश्चात् अब कांग्रेस पार्टी को भी कोर्ट में दोषी बनाने के लिए कानूनी सलाह ली जा रही है |
टाइम्स नाउ चैनल पर वरिष्ठ एंकर अर्णव गोस्वामी द्वारा 1984 के दंगों पर पूछे गए प्रश्न पर राहुल गांधी द्वारा दिए गए उत्तर के खिलाफ कांग्रेस मुख्यालय पर सिख समाज ने सांकेतिक प्रदर्शन किया| ये लोग हाथों में बैनर+ तख्तियां + काले झंडे+और टायर लिए हुए थे| स्त्री और मर्द कांग्रेस के खिलाफ नारे लगाते हुए इंसाफ की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे कि राहुल गांधी दंगों में शामिल कांग्रेसियों के नाम सामने लाएं
शिरोमणि अकाली दल की अगुवाई में पहुंचे प्रदर्शनकारी राहुल गांधी के उस बयान से नाराज थे, जिसमें उन्होंने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि 1984 के दंगों में कुछ कांग्रेसी शायद शामिल थे, लेकिन उन्हें सजा मिल चुकी है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने यह भी दावा किया था कि सिखों के कत्लेआम में तब की सरकार शामिल नहीं थी।
कांग्रेस मुख्यालय के बाहर चार स्तरों पर बैरिकेडिंग की गई थी, ताकि प्रदर्शनकारी कांग्रेस मुख्यालय के भीतर प्रवेश न कर सकें। हालांकि कुछ प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़कर आगे बड़े तो उन्हें पीछे धकेला गया |अनेक प्रदर्शन कारियों को गाड़ियों में भर कर दूर लेजाकर छोड़ा गया | उत्तेजित लोगों द्वारा टायरों में आग लगाये जाने पर वाटर कैनन का प्रयोग कियागया

Mahatma Gandhi Was true global citizen :AAP Tributes On Martyr’s day

Aam Admi Party[AAP]Paid Tribute To Mahatma Mohan Das karam Chand Gandhi By Calling Him A true global citizen who wanted peace between every society and nation
As we observe Martyr’s day today, let us remember the sacrifice of millions of martyrs – freedom fighters, soldiers, activists and everyone who worked and laid their lives for betterment of our nation. Without their sacrifice, we wouldn’t be where we are now.
Mahatma Gandhi is not only the father of our nation but a true global citizen who wanted peace between every society and nation. His death will be a constant reminder for the need of real tolerance and understanding in our diverse nation. Let us join hands in the spirit of ‘bhaichara’ which he preached and walk in the path of truth and justice that he showed.
Today, we salute all these martyrs and aim for a peaceful, equitable and just nation.

Ministry of Finance Is Not Surprised On U S Decision Of Tapering :USD 65 billion

Ministry of Finance Is Not Surprised On U S Decision Of Tapering USD 65 billion.India’s economy is better prepared for the consequences, if any, of the taper Becouse foreign exchange reserves stands at USD 295 billion and Current Account Deficit is now expected to be below USD 50 billion. However Government of India and the Reserve Bank of India will continue to remain vigilant and will take whatever steps are necessary to ensure that there is stability in the financial markets.
Ministry of Finance Said That US Decision On Tapering Of purchase of mortgage-backed securities and longer-term treasury securities Was expected So It Is Not A Surprise and should not in any way surprise or affect the Indian markets.
The Central Government has taken note of the US Federal Reserve’s decision to reduce the level of purchase of mortgage-backed securities and longer-term treasury securities to USD 65 billion per month as against USD 75 billion per month. This decision was expected and should not in any way surprise or affect the Indian markets. However, it may be noted that USD 65 billion is not a small sum and will continue to infuse a large amount of liquidity into the world markets.
The Federal Reserve has not announced a sequential taper and has made it clear that “asset purchases are not on a pre-set course” and that they will take “further measured steps at future meetings.” The Federal Reserve has also made it clear that the result of the decision will be a “sizeable and still-increasing holdings of longer-term securities”.
The Federal Reserve has also “reaffirmed its expectations that the current exceptionally low target range for the federal funds rate of 0 to ¼ percent will be appropriate at least as long as the unemployment rate remains above 6½ percent”.
As Government has stated earlier, India’s economy is better prepared for the consequences, if any, of the taper. We have added to our foreign exchange reserves which stand at USD 295 billion. FDI and FII inflows continue to be robust, liquidity is comfortable, stronger regulations have been put in place in the capital markets, the investment cycle appears to have turned positive, credit demand from key sectors is strong, and WPI inflation has moderated. The Current Account Deficit which was earlier estimated at USD 70 billion is now expected to be below USD 50 billion in 2013-14. Therefore, there should be no undue concern over external factors.
However, both the Government of India and the Reserve Bank of India will continue to remain vigilant and will take whatever steps are necessary to ensure that there is stability in the financial markets.

चौ.अजित सिंह जी जहाजों में वी आई पी सुविधाओं के आदेशों से लाख इंकार कर लो लेकिन आत्मघाती तीर तो चल ही गया

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

क्षुब्ध कांग्रेसी

ओये झल्लेया ये हसाडे सोणे ते मन मोहने प्रधान मंत्री को हसाडे हाथ के सहारे खड़े सिविल एविएशन मिनिस्टर चौधरी अजित सिंह ही भम्भड़ भूसे में डालने लग गए|ओये देख तो एक तरफ सारा मुल्क वी आई पी कल्चर के खिलाफ खड़ा हो रहा है और ये हैं कि सांसदों को सरकारी के अलावा निजी एयर लाइन्स में भी फ्री में ही रोटी+पानी+विशेष सुविधाएँ दिलाने के लिए लट्ठ घुमाये जा रहे हैं|सुना है कि वी आई पी सुविधा के लिए डी जी सी ऐ ने गाइड लाइन्स भी जारी कर दी हैं| ओये ये सांसद अपनी निधि को तो जन सुविधा के लिए खर्च कर नहीं पा रहेयहाँ तक कि संसद में भी अधिकांश गायब ही रहते हैं एल टी सी + एजुकेशन टूर+ सरकारी दौरों के नाम परएक एक पाव के बिल क्लैम करते हैं उस पर भी इन्हें निजी एयर लाइन्स में भी फ्री में ही सारी सुविधाएँ चाहिए

झल्ला

चतुर सुजाण जी बेचारे अजित सिंह को आपजीकी स्टाइल की सत्ता का अनुभव कुछ कम ही लगता है वरना ऐसे आदेश लिखित में नहीं बल्कि मुह जुबानी जारी किये जाते हैं बेशक अब चौधरी अजित सिंह ऐसे किसी आदेश से मुकर रहे हैं मगर तीर तो कमान से निकल ही चुका और ये वोह तीर है जो घूम कर कमान धारी को ही घायल करता है

गणतंत्र दिवस समारोह के लिए आई फौजों को राष्ट्रपति ने बैरकों में लौटने की स्वीकृति प्रदान की:BTR

[नई दिल्ली] गणतंत्र दिवस समारोह के लिए आई फौजों को राष्ट्रपति ने बैरकों में लौटने की स्वीकृति प्रदान की |इस बीटिंग रिट्रीट के साथ गणतंत्र दिवस समारोह का समापन हो गया।

The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh and his wife Smt. Gursharan Kaur arrive at the Beating the Retreat Ceremony, in New Delhi on January 29, 2014. The Defence Minister, Shri A. K. Antony is also seen.

The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh and his wife Smt. Gursharan Kaur arrive at the Beating the Retreat Ceremony, in New Delhi on January 29, 2014.
The Defence Minister, Shri A. K. Antony is also seen.


आज [बुधवार] शाम रायसीना हिल्स विजय चौक पर चले संगीतमय समारोह में तीनों भारतीय सेनाओं के १४ बैंड ने अनेकों मन मोहक प्रस्तुतियों से समां बांधे रखा समारोह की खासियत कुछ नई धुनें रहीं,इन्हें इस वर्ष खासतौर पर तैयार किया गया था।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी+ उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी+ प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह+ रक्षा मंत्री एके एंटनी + मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई गणमान्य
A view of the illuminated Rashtrapati Bhawan, South and North Block, during the Beating the Retreat Ceremony, in New Delhi on January 29, 2014.

A view of the illuminated Rashtrapati Bhawan, South and North Block, during the Beating the Retreat Ceremony, in New Delhi on January 29, 2014.

लोगों ने समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और समारोह का आनंद लिया।
इस अवसर पर तीनों सेनाध्यक्ष भी मौजूद थे। समारोह की कई प्रस्तुतियां लोगों के आकर्षण का केंद्र बनीं। महात्मा गांधी की पसंदीदा धुन ‘अबाइड विद मी’ को जब सेना के बैंड ने प्रस्तुत किया, तो विजय चौक पर समारोह के साक्षी बनने आए हजारों लोगों ने तालियां बजा कर उनका उत्साह बढ़ाया|
[१] ‘जहां डाल-डाल पर सोने की चिड़िया.’ धुन से हुई। इसे मेजर महेंद्र दास ने तैयार किया था। फिर
[२] सूबेदार जामन सिंह द्वारा रचित धुन ‘हे कांचा’ पर पाइप और ड्रम को बजाया गया।
[३] वहीं नायब सूबेदार दीनानाथ द्वारा तैयार की गई धुन ‘पाए जांदे पाले’ को पहली बार पेश किया गया। शाम होते ही राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक राष्ट्रपति भवन रौशनी से जगमगा उठा|
The Band performing at the Beating the Retreat Ceremony, in New Delhi on January 29, 2014.

The Band performing at the Beating the Retreat Ceremony, in New Delhi on January 29, 2014.


ब्रिटेन से आयातित इस परम्परा को १९५० में मेजरराबर्टद्वारा शुरू कराया गया था इस परम्परा को प्रतिवर्ष २९ जनवरी को मनाया जाता है
फौजों की बैरक में वापसी को ही बीटिंग रिट्रीट कहते हैं।
फ़ोटो कैप्शन
[१]The President, Shri Pranab Mukherjee being received by the Prime Minister, Dr. Manmohan Singh, at the Beating the Retreat Ceremony, in New Delhi on January 29, 2014.
The Defence Minister, Shri A. K. Antony and the Minister of State for Defence, Shri Jitendra Singh are also seen.

उड़ान मानक निदेशालय को विमानों और हेलीकॉप्‍टर संचालन के लिए 75 पद सृजित करने की अनुमति मिली

उड़ान मानक निदेशालय में 75 पद सृजित करने की अनुमति मिली |
केंद्र सरकार ने नागर विमानन महानिदेशालय के अंतर्गत उड़ान मानक निदेशालय में 75 पद सृजित करने की अनुमति प्रदान की है। इसके अंतर्गत चीफ फ्लाइट ऑपरेशन इंस्‍पेक्‍टर (सीएफओआई), डिप्‍टी चीफ फ्लाइट ऑपरेशन इंस्‍पेक्‍टर (डिप्‍टी सीएफओआई), सीनीयर फ्लाइट ऑपरेशन इंस्‍पेक्‍टर्स (सीनियर एफओआई) और फ्लाइट ऑपरेशन इंस्‍पेक्‍टर (एफओआई) की नियुक्ति की जाएगी। इन पदों को अंतर्राष्‍ट्रीय नागर विमानन संगठन (आईसीएओ) के मानकों के आधार पर बनाया गया है और यह विमानों और हेलीकॉप्‍टर संचालन के लिए होंगे। इन पदों के लिए भत्‍ते उद्योग मानकों के आधार पर दिए जाएंगे।
पद का नाम======पदों की संख्‍या
======================================विमान
सीएफओआई============01
डिप्‍टी एफओआई=========06
एसएफओआई===========17
एफओआई=============40
======================================हेलीकॉप्‍टर
डिप्‍टी एफओआई=========01
एसएफओआई===========03
एफओआई ================07
डीजीसीए के अंतर्गत उड़ान मानक निदेशालय (एफएसडी) सभी नियत और गैर-नियत संचालकों, जिसमें विमान के कर्मचारी भी सम्मिलित है का विभिन्‍न सुरक्षा और अन्‍य मानकों के लिए निरीक्षण करता है। इसके साथ ही एफएसडी विमान सेवा चालकों के लिए परीक्षण कार्यक्रमों विमान चालकों के लिए मानकीकरण, विमान संचालकों के लिए प्रमाणीकरण आदि कार्यक्रमों का आयोजन भी करता है।गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा हवाई यात्राओं की सुरक्षा के लिए ५७%स्टाफ की कमी को पार्लियामेंट में स्वीकार किया जा चुका है

डॉ मन मोहन सिंह ने अल्पसंख्यकों के विकास के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की

[नई दिल्ली] राष्ट्रीय वक्फ विकास निगम(एनएडब्ल्यूएडीसीओ) के उद्घाटन अवसर पर प्रधानमंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने अल्पसंख्यकों के विकास के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की |
उन्होंने कहा” आज हम अपने देश में अल्पसंख्यकों के हितों को बढ़ाने के प्रयास में एक कदम और आगे बढ़ाने जा रहे हैं । मुझे खुशी है कि मैं राष्ट्रीय वक्फ विकास निगम प्रारंभ होने के मौके पर आयोजित समारोह का हिस्सा हूं । आप सभी जानते हैं कि राष्ट्रीय वक्फ विकास निगम एक संस्थान है, जिसे हमारी सरकार ने मुसलमान समुदाय के हित के लिए वक्फ संपत्तियों को विकसित करने के लिए स्थापित किया है आज ही पृथक रूप से अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की स्थापना की आठवीं वर्षगांठ है । पहली सयुंक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए-ए) सरकार के सत्ता में आने के दो वर्ष के अंदर यह कदम उठाकर हमने प्रारंभिक संकेत दिया था कि हम अल्पसंख्यकों के विकास के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं । राष्ट्रीय वक्फ विकास निगम भी हमारी सरकार की प्रतिबद्धता का उदाहरण है। 2006 में स्थापना के बाद अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय द्वारा किए गए दूरगामी प्रयासों के अनेक उदाहरणों में एनएडब्ल्यूएडीसीओ एक है ।
इस निगम की स्थापना पाँच सो करोड़ रूपए की प्राधिकृत हिस्सा पूंजी से की गई है। इससे पारदर्शी तरीके से समुदाय के उद्देश्यों के लिए वक्फ संपत्तियों पर स्कूल, कॉलेज और अस्पतालों जैसी सुविधाएं स्थापित करने किए वित्तीय संसाधन जुटाने में सहायता मिलेगी”
डॉ मन मोहन सिंह ने कहा” मुझे बताया गया है कि भारत में आज 4.9 लाख पंजीकृत वक्फ संपत्तियां हैं जिनकी सालाना आय लगभग 163 करोड़ रूपए है । इनमें कई संपत्तियों के पास और लाभ कमाने की क्षमता है। ऐसे लाभों का इस्तेमाल मुसलमान समुदाय के सामाजिक-आर्थिक विकास में किया जा सकता है। सच्चर समिति के अनुमानों के अनुसार यदि इन संपत्तियों का उचित तरीके से विकास किया जाता है तो संपत्ति के मूल्य पर सालाना दस प्रतिशत के लाभ अनुमान के अनुसार इन संपत्तियों से सालाना 12 हजार करोड़ रू.की आय प्राप्त की जा सकती है। यह विशाल क्षमता है जिसे हासिल करने के लिए एनएडब्ल्यूएडीसीओ प्रयास करेगा। हमारी सरकार ने हाल में वक्फ कानून में संशोधन किया है। आशा है कि संशोधनों से वक्फ संपत्तियों के प्रशासन में पारदर्शिता आएगी और मुस्लिम समुदाय के लाभ के लिए वक्फ की जमीन के विकास और उपयोग लायक माहौल बनेगा …. मुझे विश्वास है कि निगम वक्फ संपत्तियों के विकास के लिए उचित माहौल का पूरा इस्तेमाल करेगा”
अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा तथा उनके हितों को आगे बढाने के लिए संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की प्रतिबद्धता अडिग रही है । जैसा की मैंने कुछ दिन पहले राज्य अल्पसंख्यक आयोग सम्मेलन में कहा था, हमने सच्चर समिति की अधिकतर सिफारिशों को लागू किया है । 15 सूत्री कार्यक्रम तथा बहु-क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम ऐसे बड़े कदम हैं जिनका जोर विकास संबंधी उन कठनाईयों को दूर करने पर है जिनसे कुछ अल्पसंख्यक ग्रसित हैं। अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों के लिए छात्रवृति योजनाएं भी महत्वपूर्ण प्रयास है । अंत में, मैं एनएडब्ल्यूएडीसीओ तथा अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय को उनके प्रयासों में सफलता की कामना करता हूं। मुझे विश्वास है कि उनका काम हमारे देश के सभी हिस्सों में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदायों के सामाजिक-आर्थिक विकास में ठोस योगदान देगा |
पी एम् के उपरोक्त 15 सूत्री कार्यक्रम तथा बहु-क्षेत्रीय विकास कार्यक्रमको लेकर विज्ञान भवन में एक आर टी आई एक्टिविस्ट डॉ फहीम में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के भाषण का विरोध भी किया ।
वक्‍फ विकास निगम के इस कार्यक्रम में यूपीए अध्‍यक्ष सोनिया गांधी भी मंच पर मौजूद थीं। प्रधानमंत्री ने अल्‍पसंख्‍यकों के कल्‍याण के लिए नई योजनाएं शुरू करने की बात की। इसका विरोध करते हुए एक शख्‍स डॉ. फहीम बेग ने हंगामा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कोई भी नई योजना लागू नहीं करें जो योजनाएं हैं, उन्‍हें ही अमल में लाया जाए तो नई योजनाओं की जरूरत नहीं पड़ेगी। उस शख्‍स ने आरोप लगाया कियोजनाएं बनी मगर विकास नहीं हुआ है। लेकिन, वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्‍हें बोलने नहीं दिया। वे उस शख्‍स का मुंह पकड़ कर उसे हॉल से बाहर ले गए। इसके बाद वहां मौजूद अन्‍य लोगों ने इस बात का यह कह कर विरोध किया कि यह अभिव्‍यक्ति की आजादी पर हमला हैजबकि कुछ लोग यह भी कहते सुने गए कि इस विरोध के लिए यह मंच उपयुक्त नहीं था|डॉ फहीम बाद में पत्रकारों से कहते रहे कि उन्होंने १५० पत्र लिखे हैं लेकिन उनका उत्तर नहीं मिलने पर ही उन्हें विरोध का यह रास्ता अख्तियार करना पड़ा |
फ़ोटो कैप्शन
The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh unveiling the plaque to inaugurate the newly established National Waqf Development Corporation (NAWADCO) Ltd., in New Delhi on January 29, 2014.
The Chairperson, National Advisory Council, Smt. Sonia Gandhi, the Union Minister for Minority Affairs, Shri K. Rahman Khan and the Minister of State for Minority Affairs, Shri Ninong Ering are also seen.