अरविन्द केजरीवाल की हिट लिस्ट के खिलाफ भाजपा के नितिन गडकरी और कांग्रेस के कपिल सिब्बल ने मोर्चा खोला
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्ट सांसदों की लिस्ट जारी की है उसमे एक साथ अनेकों दलों को लपेटा गया हैजिसके फलस्वरूप अब इन दलों द्वारा केजरीवाल को कानूनी दायरे में घेरेने के तैय्यारी शुरू हो गई है |आक्रोशित भाजपा के नितिन गडकरी और कांग्रेस के वरिष्ठ मंत्री +वकील कपिल सिब्बल ने केजरीवाल को कड़ी चुनौती दे डाली है|
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष गडकरी ने तो अपने वकील के माध्यम से कानूनी नोटिस भी भिजवा दिया है| आज [शनिवार] को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ‘आप’ प्रवक्ता योगेंद्र यादव ने बताया कि इस हित लिस्ट में श्रीमती सोनिया गांधी का नाम वंशवाद के लिए और नरेंदर मोदी का नाम नफरत फैलाने के लिए शामिल किया गया है। शुक्रवार को केजरीवाल ने कुछ नेताओं की लिस्ट जारी की थी, जिसमें उन्होंने इन नेताओं को भ्रष्ट बताया था। इनमे से मुख्य रूप से सुरेश कलमाड़ी+पी चिदंबरम+अनंत कुमार+ सुशील कुमार शिंदे+फारूख अब्दुल्लाह+दिग्विजय सिंह+सलमान खुर्शीद येद्दियुरप्पा+अनुराग ठाकुर+शरद पवार+राहुल गांधी+आदि के भी नाम शामिल हैं |”आप” पार्टी ने डेढ़ सौ से अधिक सांसदों को भ्रष्ट घोषित किया हुआ है
नितिन गडकरी ने अपने एडवोकेट बालेन्दु शेखर(Balendu Shekhar) के माध्यम से केजरीवाल को मानहानि का नोटिस भेजा है।वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने भी केजरीवाल के आरोप को गलत बताते हुए चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल दो दिन में या तो आरोप सिद्ध करें या इस्तीफा दें।यदि उनपर लगे आरोप सही साबित हो जाते हैं, तो वे[कपिल] राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
Archive for: February 2014
अरविन्द केजरीवाल की हिट लिस्ट के खिलाफ भाजपा के गडकरी और कांग्रेस के कपिल सिब्बल ने मोर्चा खोला
केजरीवाल ने राजनीतिक चक्रव्यूह में खुद ही प्रवेश किया अब कांग्रेस+भाजपा+बिजली कम्पनी के व्यूह से निकलने की जुगत भी तो उसे ही लड़ानी होगी
झल्ले दी झल्लियां गल्लां
दिल्ली का आम दुखी नागरिक
ओये झल्लेया बता तो हमने अगर आम आदमी पार्टी को वोट दे दी तो कौन सा गुनाह कर दिया?”आप” पार्टी की सरकार के बनाने के केवल एक महीने के पश्चात ही दूध+डीजल+बिजली महंगी हो गई और भाजपा हो या कांग्रेस सभी एक जुट होकर खाती + पीती गुर्राती बिजली कंपनियों की घेरा बंदी करने के बजाय शिशुकाल में ही “आप” पार्टी को मारने के लिए हुड़दंग मचाने लग गई हैं
झल्ला
अरे मेरे भोले साथी तुम लोग शायद महाभारत के अभिमन्यु के चैप्टर को भूल गए वरना ऐसा रोना नही रोते|अरे बाबा केजरीवाल ने राजनीतिक चक्रव्यूह में खुद ही तो जोर शोर से प्रवेश किया था अब कांग्रेस+भाजपा+बिजली कम्पनी आदि के इस व्यूह रचना को भेद कर उसमे से बाहर निकलने की जुगत भी तो उसे ही लड़ानी होगी
यूं पी ऐ ने अपने फटे पर राजनीतिक रफ्फू करने के लिए अनुसूचित जनजाति सूची को बढ़ाया:58 समुदाय अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल
केंद्र में यूं पी ऐ की सरकार ने अपने फटों पर राजनीतिक रफ्फू करने का काम शुरू कर दिया है|
इसी कड़ी में रिजर्वेशन को लेकर बने अपने पारम्परिक वोट बैंक को मजबूत करने के लिए 58 समुदायों को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने संबंधी सिफारिशें की गई है फ़िलहाल यह सात राज्यों से सम्बंधित है |
केन्द्र सरकार को दिसम्बर 2013 तक सात राज्यों की ओर से 58 समुदायों को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल किए जाने संबंधी प्रस्ताव मिले हैं। इनमें सबसे अधिक
[१]39 समुदायों की सिफारिश असम सरकार ने भेजी है। इसके बाद
[२] सिक्किम से 11 समुदायों और
[३]झारखंड से चार समुदायों को इस सूची में शामिल किए जाने संबंधी सिफारिशें भेजी गई है।
ऍफ़ ऐ ऐ ने सुरक्षा दावों को आइना दिखाते हुए भारतीय सिविल एविएशन को डाउन ग्रेड किया
अमेरिकन एविएशन फेडरेशन[FAA] ने भारतीय एविएशन मिनिस्ट्री के तमाम विकास के दावों को झुटलाते हुए भारत को एविएशन के छेत्र में डाउन ग्रेड करते हुए सेकंड केटेगरी में डाल दिया है जबकि भारत के एविएशन मिनिस्टर चौ.अजित सिंह का दावा है कि उनका विमानन सुरक्षा रिकार्ड विश्व के औसत से बेहतर है| ऍफ़ ऐ ऐ कि इस रिपोर्ट के पश्चात अब भारतीय हवाई जहाज़ों के लिए अमेरिका की उड़ान कठिन हो जायेगी| इससे ओवरसीज फ्लाइट्स के लिए प्रसिद्द जेट एयरवेज और एयर इंडिया को विशेष रूप से परेशानी हो सकती है|इस विषय में एयर इंडिया की वेबसाइट पर कोई स्प्ष्टीकरण नहीं दिया गया है|
भारतीय सिविल एविएशन मिनिस्ट्री का दावा है कि वैश्विक गुणवत्ता के लिए केवल संगठन[ Organisation] के छेत्र में ही पर्याप्त सफलता नहीं मिल पाई है जबकि शेष अन्य ७ महत्पूर्ण छेत्रों में आशातीत सफलता मिली है |इसके समर्थन में आंकड़ें निम्न हैं
अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (आईसीएओ) का यूनीवर्सल सेफ्टी ओवरसाइट ऑडिट प्रोग्राम (यूएसओएपी) के बारे में भारत का आकलन विश्व के औसत से बहुत अच्छा है। यूएसओएपी के अधीन आईसीएओ ने आठ महत्वपूर्ण तत्वों यथा विधान, संगठन, लाइसेंसिंग, संचालन, उड़ान क्षमता, दुर्घटना जांच, विमान नौवहन और हवाई अड्डों की पहचान की है। 31 दिसंबर 2012 को यूएसओएपी की लेखा-परीक्षा परिणामों पर आधारित आईसीएओ 2013 सुरक्षा रिपोर्ट के अनुसार भारत की उन देशों में गिनती है, जिनका कारगर कार्यान्वयन विश्व के औसत 61 प्रतिशत से ऊपर है। भारत का कारगर कार्यान्वयन 79.1 प्रतिशत है।
31 दिसंबर 2012 को भारत की स्थिति का वैश्विक सुरक्षा के साथ संक्षिप्त तुलनात्मक ब्यौरा निम्नलिखित है:-
महत्वपूर्ण तत्व
=================================कारगर कार्यान्वयन
वैश्विक औसत (31 दिसंबर 2012 को)=====वैश्विक औसत (वर्तमान स्थिति )==========भारत की स्थिति (31 दिसंबर 2012 को )
[1]विधान========70.0========================66.9===========================85.7
[2]संगठन========63.0========================63.5=============================57.1
[3]लाइसेंसिंग=====71.0=========================71.5==============================89.6
[4]संचालन=======66.0=========================66.0==============================87.7
[5]उड़ान क्षमता====72.0=========================72.9==============================91.1
[6]दुर्घटना जांच====51.0=========================53.6==============================75.3
[7]विमान नौवहन===53.0=========================54.7==============================55.8
[8]हवाई अड्डा========58.0=======================57.7=============================87.4
महत्वपूर्ण तत्वों के कारगर कार्यान्वयन में केवल एक क्षेत्र है, जिसमें भारत मामूली कमजोर है, वह है ‘संगठन’। इसके लिए भारत ने उड़ान संचालन के मुख्य निरीक्षक (सीएफओआई), उप-सीएफओआई, वरिष्ठ सीएफओआई और एफओआई के 75 पद बनाए हैं। आशा है कि इन पदों की भर्ती के बाद इस तत्व का कारगर कार्यान्वयन भी विश्व के औसत से बेहतर हो जाएगा। वास्तव में, ‘विधान’ तत्व के क्षेत्र में अमेरिका का स्थान (80.95) भारत के (85.71) से नीचे है| गौरतलब है कि संसद में सरकार स्वीकार कर चुकी है कि डी जी सी ऐ के अंतर्गत हवाई यात्राओं की सुरक्षा के लिए ५७%स्टाफ की कमी है और इसी सप्ताह केवल ७५ पदों कि रिक्तियों को भरने की घोषणा की गई है इसके अलावा सुरक्षा के मानकों के दावों को झुटलाते हुए इंडिगो जैसी अग्रणी निरंतर लाभ कमाने वाली निजी एयर लाइन्स भी खतरनाक उड़ान भर रही हैं | मालूम हो कि डीजीसीए, कोहरे के समय सभी एअरलाइनों के साथ लगातार संपर्क में रह कर सीएटी III अनुवर्ती विमानों और सीएटी III प्रशिक्षित पायलटों की तैनाती सुनिश्चित करता है लेकिन उड़ानों समय रहते उन पर रोक थाम नहीं लगा पा रहा शायद इसी अकर्मण्यता के कारण ही इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, दिल्ली पर 29 जनवरी को दृश्यात्मकता शाम 1730 बजे के बाद कम होने लगी थी जबकि रनवे की दृश्यात्मकता दूरी रात 2030 बजे के बाद कम होनी शुरू हो गई थी। इस प्रवृत्ति को सभी एअरलाइनों के ध्यान में लाया गया। । लेकिन इस संबंध में बार-बार प्रयासों के बावजूद जेट एअरवेज+, गो एअर + इंडिगो की दो-दो फ्लाइटों का मार्ग बदलकर दिल्ली से जयपुर भेजा गया।यह यात्रियों के जीवन के साथ खिलवाड़ ही कहा जाएगा|उड़ान कम्प्लीट होने पर डी जी सी ऐ ने इन कंपनियों के टाइम्स स्लॉट केंसिल करके औपचारिकता पूरी कर दी है
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