[नई दिल्ली ]डॉ हर्षवर्धन ने डॉक्टरों से लीक से हटकर गांवों+पहाड़ी इलाकों में मरीजों की सेवा करने का आह्वाहन किया केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हषर्वर्धन ने देश की स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के लिए सभी विशेषज्ञ डॉक्टरों से ‘लीक से हटकर सोचने’ को कहा और अपील की कि वह कम से कम एक छोटी समयावधि देश के गांवों एवं पहाड़ी इलाकों में मरीजों की सेवा में बिताएं।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने चिकित्सकों से ‘अवकाश के दिन काम’ करने की मार्मिक अपील की
डॉक्टर हर्षवर्धन ने सिमुलेशन को चिकित्सा की पढ़ाई में साधन के तौर पर अपनाने को कहा
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मेडिकल कॉलेजों के प्राध्यापकों से सिमुलेशन को प्रशिक्षण के एक साधन के तौर पर अपनाने की अपील की है। व्याख्यान और प्रयोगों के जरिए चिकित्सा शिक्षा और समस्या आधारित पढ़ाई के बीच पुल के तौर पर इसके महत्व को पूरी दुनिया में स्वीकार किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने आज यहां सोसायटी ऑफ कार्डिएक-अनेस्थिसियोलॉजी के पांचवें वार्षिक सम्मेलन का उदघाटन करते हुए कहा, ‘हम पुराने पड़ चुके चिकित्सा पाठ्यक्रम नहीं चाहते हैं।
हमारे चिकित्सकों ने 20वीं शताब्दी के दौरान दुनियाभर में अपना लोहा मनवाया है। इस प्रतिष्ठा को बनाए रखने के लिए हमारे चिकित्सा शिक्षा नियोजकों को समय के साथ बदल जाना चाहिए।
उन्होंने यह स्वीकार किया कि ‘वयस्क’ सिमुलेशन उपकरण काफी मंहगे हो सकते है इसलिए कुछ ही संस्थान इन्हें खरीद सकते है। वैसे, बच्चों के लिए इस प्रकार के उपकरण विकसित किये जा रहे है। सिमुलेशन मैनिक्वीन (पुतला) जैसे कम कीमत के विकल्प भी हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार सहायक योजनाओं के जरिए चरणबद्ध तरीके से कदम बढ़ा सकती है।
मंत्री ने अपने संबोधन में देश में एनेस्टेसटीक विशेषज्ञों की भारी कमी के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इसके कारण शिशु और मातृ मृत्यु दर अधिक है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित एनेस्थीस्ट की अनुपस्थिति में सिजेरियन तरीके से बच्चों का जन्म असंभव है। उनका मानना है कि चिकित्सक परंपरागत तरीकों को छोड़कर महत्वपूर्ण उपाय सुझाएं। डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि इतने बड़े स्वास्थ्य क्षेत्र की समस्याओं के लिए असाधारण समाधान की जरूरत है।
इस संदर्भ में उन्होंने देश के पहाड़ी राज्यों की समस्या के बारे में बताया जहां राज्य सरकारों को लोगों के लिए दूसरी और चौथी स्तर की देखभाल उपलब्ध करवाने में परेशानियों का सामना करना पडता है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा अवकाश के दिन काम करने से इस समस्या से निपटा जा सकता है।
डॉक्टर हर्षवर्धन ने बताया कि उनकी हाल की मसूरी यात्रा के दौरान उन्हें पहाड़ी क्षेत्रों में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में खामियों के बारे में पता चला। हालांकि मसूरी उत्तरी भारत के सबसे महत्वपूर्ण पर्यटक स्थलों में से एक है, इसके बावजूद स्थानीय लोगों के लिए यहां केवल दो छोटे सरकारी अस्पताल हैं जहां कुछ ही प्रशिक्षित चिकित्सक हैं। मंत्री महोदय ने कहा कि विशेषज्ञ चिकित्सकों के अभाव में कई लोगों की मृत्यु हो जाती है। इस समस्या के समाधान के लिए परंपरागत तरीकों को छोड़कर नए उपाय करने चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने विशेषज्ञ चिकित्सकों से आग्रह किया कि वे राज्य सरकार के मेहमान के तौर पर पहाड़ों का दौरा करें। विश्राम करने के साथ-साथ वे हृदय रोग, स्त्री रोग, स्नायु विशेषज्ञ के तौर पर स्थानीय लोगों को अपनी सेवाएं दे सकते हैं और अपने परिवार के साथ राज्य सरकार की मेहमाननवाजी का मजा भी ले सकते हैं। उन्हें इसे अपनी सेवा में विस्तार के रूप में देखना चाहिए।
मंत्री महोदय ने कहा कि वे जल्द ही इस बारे में राज्य सरकारों को सुझाव देगें। उन्होंने कहा कि एक अस्पताल खोलने से बड़ी चुनौती जरूरत के समय उन अस्पतालों में लोगों का पहुंचना है।
इस सम्मेलन में देश-विदेश के चिकित्सा क्षेत्र के जाने-माने व्यक्ति उपस्थित थे। इनमें मेडिसन और कार्डियो वास्कूलर रोग के प्रोफेसर डॉक्टर नवीन सी नंदा, एनेस्थीसियोलाजी के प्रोफेसर, मिनेसोटा विश्वविद्यालय यूएसए के डॉक्टर कुमार बेलानी, फोर्टिस हेल्थ केयर के डॉक्टर बिष्नु पाणीग्रही, कार्डियोलाजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष, डॉक्टर एचके चोपड़ा, सीमेलेशन सोसायटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉक्टर यतिन मेहता, सम्मेलन की आयोजन सचिव डॉक्टर पूनम मल्होत्रा और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉक्टर एम सी मिश्रा शामिल हों।
फाइल फोटो
Archive for: August 2014
डॉ हर्षवर्धन का डॉक्टरों से गांवों+पहाड़ी इलाकों में छुट्टियां मनाने और मरीजों की सेवा का आह्वाहन
“आप” ने भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ के साम्प्रदाइक दंगों पर दिये गए ब्यान की निंदा की
आम आदमी पार्टी[आप] ने गोरख पर से भाजपा सांसद और उपचुनावों में नेता योगी आदित्यनाथ के साम्प्रदाइक दंगों पर दिये गए ब्यान की निंदा की है |
आप पार्टी ने आरोप दोहराते हुए कहा कि पिछले एक वर्ष से अधिक समय से भाजपा के नेता, जनप्रतिनिधि और उसके अनुषांगिक संगठनों के नेता लगातार पूरे उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने और नफरत का माहौल बनाने की कोशिश करते रहे हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर+सहारनपुर+सिकंदराबाद+बरेली+मुरादाबाद+गाजियाबाद+मेरठ + रामपुर के इलाकों में सांप्रदायिक तनाव के बने माहौल में भाजपा के नेताओं की भूमिका संदिग्ध रही है।
भाजपा के प्रतिनिधि + नेता सांप्रदायिक घृणा फैलाने+दंगे भड़काने के अभियुक्त भी बनाए गए हैं।भाजपा ने बेशक कुछ स्तर तक अपने अभियान में सफलता पाई हो, पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हुए दंगों में मारे गए लोगों की जान की कीमत पर मिलने वाली किसी भी राजनीतिक सफलता की सराहना नहीं की जा सकती।
“आप” ने दंगों में सपा और भाजपा की मिलीभगत का आरोप लगते हुए कहा कि नफरत फैलाने की भाजपा के नेताओं और जनप्रतिनिधियों की कार्रवाइयों और बयानों के बावजूद उत्तर प्रदेश सरकार उनके खिलाफ कोई भी कड़ा कदम उठाने में अब तक बुरी तरह नाकाम रही है। इससे साफ होता है कि उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी दल समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच एक नापाक राजनीतिक गठजोड़ है जो सांप्रदायिक तनाव का चुनावी लाभ उठाना चाहता है।
भाजपा द्वारा योगी आदित्यनाथ जैसे विवादित व्यक्तित्व को उप चुनाव की कमान दिया जाना और फिर योगी आदित्यनाथ का एक वर्ग के खिलाफ नफरत फैलाने वाला बयान देना, एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा लगता है।
आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के लोगों से अपील की है कि वे भाजपा के जनप्रतिनिधियों से उनके विकास कार्यों के बारे में सवाल पूछें और दबाव बनाएं। सभी समुदायों के लोग नफरत की राजनीति को नकारें तथा भाजपा और समाजवादी पार्टी की साजिश को विफल करें।
“आप” पार्टी के कार्यकर्ता दिल्ली में भाजपा मंत्री+नेताओं के घरों के सामने कूड़े के ढेर लगाएंगे
“आप” पार्टी के कार्यकर्ता भाजपा नेताओं के घरों के सामने कूड़े के ढेर लगाएंगे और उपवास रखेंगे |यह लैंडफिल के विरोध में होगा
आम आदमी पार्टी ने आज करावल नगर में प्रस्तावित लैंडफिल/डंपिंग ग्राउंड के विरोध में उपराज्यपाल को दिए अपने अल्टीमेटम पर कार्यवाही शुरू करते हुए प्रस्तावित लैंडफिल के स्थान पर चेतावनी स्वरुप उपवास व सत्याग्रह का आयोजन किया। सत्याग्रह में करावल नगर विधानसभा के विभिन्न सामाजिक संगठनो, [RWAs]+आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने भाग लिया।
उल्लेखनीय है कि करावल नगर में प्रस्तावित लैंडफिल के विरोध में आप पार्टी द्वारा उपराज्यपाल को भेजे गए पत्र में दस दिन का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी गई थी कि अगर अगले10 दिन के भीतर करावल नगर विधानसभा में लैंडफिल बनाये जाने का यह निर्णय निरस्त नहीं किया गया तथा 31 स्थानों की सूची से अगर करावल नगर विधानसभा का नाम नहीं हटाया गया तो आम आदमी पार्टी और करावल नगर की जनता प्रचंड विरोध करेगी।
उपवास पर बैठे पार्टी के प्रवक्ता कपिल मिश्रा ने बताया कि पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा शीघ्र ही शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू तथा डीडीए के अधिकारीयों से मुलाक़ात की जाएगी और इस लैंडफिल के प्रस्ताव को वापस लेने का दबाव डाला जायेगा।
आंदोलन की आगे की रूपरेखा बताते हुए उन्होंने कहा कि १४ सितम्बर को करावल नगर में विशाल जनसुनवाई का आयोजन किया जायेगा।
उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ने का रिस्क लेगी ?
राहुल गांधी ने लगता है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनावों में अकेले उतरने का रिस्क लेने फैंसला कर लिया है तभी ना तो कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता चुनाव प्रचार में कोई रूचि दिखा रहे हैं और प्रदेश में सत्ता रुड सपा से अभी तक कोई समझौता होता हुआ नहीं दिख रहा है यहां तक कि केंद्र में सहयोगी रहे रालोद के राष्ट्रीय न्रेतत्व का ही कोई प्रोग्राम जारी नहीं हुआ है |उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनावों में प्रदेश की बहुमत में बैठी सरकार पर कोई असर नहीं पढने वाला यहां तक कि विधान सभा में भी कांग्रेस पावर प्रभावित होने नहीं जा रही|ऐसे में अकेले चुनाव लड़ कर रिस्क लिया जा सकता है| यदि यह प्रयोग असफल होता है तो कोई विशेष फर्क नहीं पढ़ने वाला और अगर अच्छी सीटें मिल जाती हैं तो यह प्रयोग अन्य राज्यों में भी कांग्रेस प्रत्याशियों को उत्साहित करेगा |
यूं पी में इंडियन नेशनल कांग्रेस अभी अपने पांव पर खड़े रहने की स्थिति में नहीं है इसके बावजूद कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी किसी दूसरी पार्टी से हाथ मिलाने को तैयार नहीं है। इसका अभिप्राय है कि राहुल ने सियासी गुणा भाग कर लिया है |इसीलिए सपा को अलग थलग करके सीधे भाजपा से टक्कर लेने की रणनीति दिखाई देने लग गई है शायद इसीलिए सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल[रालोद] के जिला अध्यक्षों के अलावा किसी और की मदद नहीं ली गई है|रालोद के प्रदेश अध्यक्षको कुरेदने पर उन्होंने सतर्कता से बताया कि कांग्रेस सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है कांग्रेस ने केवल जिला अध्यक्षों की सहायता की मांग की थी इसीलिए सभी जिलाध्यक्षों को इस बाबत पत्र लिख दिए गए हैं
जैसे जैसे जिस स्तर के लिए मांग आएगी उसी हिसाब से सहयोग प्रदान किया जाएगा |मालूम हो कि इन उपचुनावों में कांग्रेस ने रालोद को एक सीट भी नहीं दी है इसीलिए इन उपचुनावों में रालोद का नलका नहीं चलेगा केवल कांग्रेस का पंजा ही दिखाई देगा |
उत्तर प्रदेश में अगले महीने ११ विधानसभा ,लोकसभा की एक सीट पर उपचुनाव होंगे।बिहार में हुए उपचुनावों में लालू प्रसाद यादव+कांग्रेस+नितीश कुमार के गठबंधन ने १० में से ६ सीटें हथिया ली |
इस सफलता को देखते हुए उत्तर प्रदेश में भी सपा और बसपा के साथ कांग्रेस के गठबंधन की संभावनाएं तलाशी गई |सपा ने इस प्रोजेक्ट में रूचि दिखाई मगर मायावती ने सपा के साथ किसी प्रकार के समझौते से साफ़ इंकार कर दिया |इसके पश्चात उपचुनावों में वोटों के बंटवारे को रोकने के लिए सपा और कांग्रेस के गठबंधन की बात चलाई गई|राहुल गांधी को बिहार में लालू +नीतिश के महागठबंधन की तर्ज पर उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में सपा के साथ गठबंधन की सलाह दी गई थी।इसके लिए कुछ नेताओं द्वारा सपा न्रेतत्व से बातचीत भी की गई थी|
इस पर राहुल गांधी ने रूचि नहीं ली और यह प्रस्ताव भी परवान नहीं चढ़ा |
मेरीकॉम को भी यूं पी में अखिलेश यादव ने टैक्स फ्री किया
[लखनऊ]प्रियंका चोपड़ा अभिनीत फिल्म मेरीकॉम को यूं पी में टैक्स फ्री कर दिया गया है|बीते दिनों मर्दानी को भी मनोरंजन करमुक्त किया जा चुका है |यह फिल्म ५ सितम्बर को रिलीज होनी है|इसका प्रीमियर विदेश में होगा |
उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने हिंदी फीचर फिल्म मेरीकॉम को मनोरंजन कर से मुक्त करने का फैंसला लिया है|
मेरीकॉम सुप्रिसद्ध महिला मुक्केबाज सुश्री मेरीकॉम के संघर्ष पूर्ण जीवन और उपलब्धियों पर आधारित है|
अखिलेश यादव ने उम्मीद जताई है कि मर्दानी के बाद मेरीकॉम को मनोरंजन कर से मुक्त किये जाने से महिलाओं को चुनौतियों से जूझने और सामाजिक दायित्वों की प्रेरणा मिलेगी|
Narendra Modi May Depute Researchers To Kyoto For Sickle Cell Anaemia
[Kyoto]Narendra Modi May Send Researchers To Kyoto For Sickle Cell Anaemia
Japan to work with India in finding Sickle Cell Anaemia remedy
Japan today agreed to work with India in inventing treatment for the Sickle Cell Anaemia after Indian Prime Minister Narendra Modi sought help for finding remedy to the deadly disease commonly found among tribals in India.
Prime Minister visited to stem cell research centre at Kyoto University,Where P M raised concern for sickle cell anaemia patients
The P M, Shri Modi, today visited the ancient Toji Temple in Kyoto. He was accompanied on the visit to this Buddhist shrine, by the Japanese Prime Minister, Shinzo Abe.
Indian Prime Minister also visited the Golden Pavilion – the Kinkaku-ji Temple – at Kyoto, where he interacted with a number of visitors who greeted him enthusiastically.
The Prime Minister visited CiRA – Center for iPS Cell Research and Application, at Kyoto University. He interacted with the Center’s Director, Mr. Shinya Yamanaka. The Prime Minister expressed concern over the prevalence of sickle cell anaemia, especially among tribal communities across India. The Prime Minister urged Mr. Yamanaka to work towards a cure for this. Mr. Yamanaka said that there are currently no Indian researchers at his institute, and he would like Indian scientists to conduct research at the institute
Photo Caption
The Prime Minister, Shri Narendra Modi and the Prime Minister of Japan, Mr. Shinzo Abe visiting the Toji temple, in Kyoto, Japan on August 31, 2014.
The Ambassador of India to Japan, Smt. Deepa Gopalan Wadhwa is also seen.[1].
सुश्री मायावती ने तो ४० हजार करोड़ के पार्क बनवा दिए फिर उस तरफ देखा भी नहीं
झल्ले दी झल्लियां गल्लां
बसपाई चीयर लीडर
ओये झल्लेया मुबारकां ओये हसाड़ी बहन सुश्री मायावती जी चौथी बार बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्षा चुन ली गई हैं और उन्होंने तत्काल नरेंद्र मोदी की जन धन योजना की ऐसी की तैसी कर दीओये बहन मायावती जी ने फरमाया है कि पी एम जन धन योजना एक छलावा मात्र ही है |बीमा राशि का लाभ भी बरसों दौड़ भाग करने के बाद ही मिलेगा|ओये गरीबों को पैसा सीधे दिया जाना चाहिए
झल्ला
ओ मेरे चतुर सुजाण सुश्री मायावती ने तो पैसा जनता को सीधे देने के बजाय ४० हजार करोड़ के पार्क बनवा दिए थे |
अध्यक्ष पद की दौड़ में एक मात्र बहन जी ही थीं सो निर्विरोध चुने जाने की औपचारिकता निभानी ही थी |जहाँ तक सवाल सीधे पैसे देने की बात है तो आप जी की बहन जी जब मुख्य मंत्री थी तब उन्होंने उत्तर प्रदेश के गरीबों को सीधे पैसा देने के बजाय ४० हजार करोड़ रुपयों के स्टेचू पार्क बनवा दिए|सरकार छिन जाने के बाद पार्कों की तरफ देखा भी नहीं|
सपा ने यूं पी में होने वाले उपचुनावों में भाजपा को रोकने के लिए चुनाव आयोग के द्वार खटखटाये
सपा ने यूं पी में होने वाले उपचुनावों में भाजपा को रोकने के लिए चुनाव आयोग के द्वार खटखटाये
उत्तर प्रदेश में सत्ता रुड समाजवादी पार्टी ने निर्वाचन आयोग से अपील की है कि अराजकता और आतंक फैलाने वालों पर अंकुश लगाए ।
निर्वाचन आयोग को समाजवादी पार्टी द्वारा लिखे गए एक पत्र में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में 13 सितम्बर,2014 को 11 विधानसभाओं +एक लोकसभा क्षेत्र में जिन सांसद महोदय को तथा एक केन्द्रीय मंत्री को प्रभारी बनाया है उससे चुनाव प्रचार में विषाक्त वातावरण बनने के आसार है। ये दोनो ही नेता उपचुनाव में “लवजेहाद“ को एक मुद्दा बनाने का ऐलान कर रहे हैं। गोरखपुर के सॉसद का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें एक समुदाय की लड़कियों को अगवाकर उनका धर्मांतरण करने की धमकी दी गई है।
समाजवादी पार्टी निर्वाचन आयोग के संज्ञान में केन्द्रीय लघु एवं उद्योग मंत्री का यह बयान भी लाई है जिसमें उन्होने गोरखपुर के भाजपा सांसद के बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि उपचुनाव में “लवजिहाद“ पर चर्चा होनी चाहिए क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण और गम्भीर विषय है। इस तरह के बयान अपराधिक श्रेणी में आते हैं जिनसे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ता हैं जानबूझकर सद्भाव का माहौल खराब करनेवालो के खिलाफ निर्वाचन आयोग द्वारा सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।
सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी के अनुसार बसपा अपनी कुनीतियों के चलते सत्ता से बेदखल हुई और विधान सभा चुनावो में उसका प्रदेश में सूपड़ा ही साफ हो गया। उपचुनावो में जनता के सामने जाने की उसमें हिम्मत ही नहीं बची। प्रदेश का दलित समाज भी अब बसपा के साथ नहीं है। उनका झुकाव समाजवादी पार्टी के साथ है। दलित समाज जानता है कि समाजवादी पार्टी ही वैचारिक तौर पर उनके नजदीक है।
बसपा अध्यक्ष को अब सत्ता में हटने के बाद प्रदेश में कानून व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा की बड़ी चिन्ता हो रही है जबकि उनके पांच साल के राज में इतनी बदहाली रही कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बदनामी हुई।
बौद्ध मत केंद्र क्योटो के अनुरूप होगा वाराणसी का विकास:जापान से एम ओ यूं
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जापान दौरे पर आज दोनो देशों ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके अंतर्गत क्योटो शहर के अनुरूप वाराणसी को भी ‘स्मार्ट सिटी’ के रूप में विकसित किया जाएगा।प्र
धानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी पांच दिवसीय जापान यात्रा के शुरआती चरण में आज क्योटो पहुंचे।उनकी इस यात्रा को द्विपक्षीय संबंधों विशेषकर रक्षा+असैन्य परमाणु +वाणिज्य के साथ साथ ढांचागत क्षेत्र में नये आयाम खोलने के तौर पर देखा जा रहा है।भारतीय उपमहाद्वीप से बाहर पहली द्विपक्षीय यात्रा पर श्री मोदी का विमान आज ओसाका अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरा
भारत सरकार और जापान के बीच आज जापान में क्योटो के राजकीय अतिथि गृह में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में वाराणसी- क्योटो साझेदार शहर संबद्धता समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। समझौते पर जापान में भारत की राजदूत श्रीमती दीपा गोपालन वाधवा तथा क्योतो के मेयर दाइसाको कादोकावा ने हस्ताक्षर किए। इस समझौते का जोर विरासत संरक्षण तथा कला-संस्कृति और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग पर है। यह समझौता स्मार्ट विरासत शहर कार्यक्रम के लिए ढांचे के रूप में भी काम करेगा।
जापान के प्रधानमंत्री श्री शिंजो आबे ने ,इससे पूर्व, राजकीय अतिथि गृह में प्रधानमंत्री की अगवानी की। श्री आबे प्रधानमंत्री की व्यक्तिगत रूप से आगवानी के लिए तोक्यो से क्योटो पहुंचे।
श्री नरेन्द्र मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री की उपस्थिति में रंग बिरंगी मछलियों को दाना भी खिलाया। श्री आबे ने श्री मोदी के सम्मान में रात्रि भोज दिया। शाही अतिथि गृह की भव्यता के बीच प्रधानमंत्री श्री मोदी अपने मेजबान जापान के प्रधानमंत्री श्री आबे के साथ डेढ घंटे से अधिक समय तक भोज की मेज पर परंपरागत जापानी भोज के साथ मैत्रीपूर्ण वार्ता के लिए बैठे। दोनों नेताओं ने पारस्परिक सम्मान और प्रशंसा के साथ विभिन्न विषयों पर बातचीत की।
दोनों प्रधानमंत्रियों ने दोनों देशों के बीच प्राचीन सांस्कृतिक तथा धार्मिक संपर्कों पर भी बातचीत की। दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री श्री मोदी की जापान की पुरानी राजधानी तथा प्रमुख बौद्ध मत केंद्र क्योटो की यात्रा से भारत-जापान संबंधों की अध्यात्मिक आधार के आकर्षण को समझा। दोनों नेता कल सवेरे भारत-जापान के सांस्कृतिक धार्मिक संबंधों के प्रतीक तोजी मंदिर दर्शन के लिए उत्सुक दिखे।
प्रधानमंत्री आबे ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत का आर्थिक बदलाव मजबूत गति पकड़ेगा। उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से उभरता हुआ भारत क्षेत्र तथा विश्व के लिए महान रणनीतिक महत्व का होगा और इससे पूरी दुनिया की लोकतांत्रिक शक्तियों को प्रेरणा मिलेगी। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि भारत जापान के बीच मजबूत साझेदारी न केवल दोनों देशों के आर्थिक लाभ के लिए है बल्कि यह क्षेत्र तथा विश्व के लिए अच्छी शक्ति होगी।
दोनों नेताओं ने क्षेत्र तथा विश्व की घटनाओं पर खुले और व्यापक रूप से विचारों का आदान-प्रदान किया। दोनों नेताओं ने एशिया तथा विश्व में शांति, स्थायित्व तथा समृद्धि के लिए मिलकर काम करने के अवसरों पर समान विचार व्यक्त किए।
फोटो कैप्शन
[१]The Prime Minister, Shri Narendra Modi fish feeding, at State Guest House, in Kyoto, Japan on August 30, 2014.
[२]Varanasi- Kyoto Partner City agreement signed in the presence of the Prime Minister, Shri Narendra Modi and the Prime Minister of Japan, Mr. Shinzo Abe in Kyoto, Japan on August 30, 2014.
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