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Archive for: December 2020

Ker CM Welcomes PM Modi’s Efforts to Resolve Malankara Church Dispute

(Thrissur,Kerala) Ker CM Welcomes PM Modi’s Efforts to Resolve Malankara Church Dispute
Chief Minister Pinarayi Vijayan on Tuesday welcomed Prime Minister Narendra Modi’s efforts in initiating discussions to resolve the dispute between two warring factions of the Malankara church over possession of around 1000 odd churches and their properties.
The dispute between the two factions of the Malankara church has created law and order issues.
CM said “I do not think there is any politics involved in the PM’s intervention”
The representatives of the Orthodox faction had held talks with the Prime Minister on Monday, while the Jacobite faction met him on Tuesday.

Dr Harsh Vardhan Inaugurates 1st Pneumococcal Conjugate Vaccine

(New Delhi) Dr Harsh Vardhan Inaugurates 1st Pneumococcal Conjugate Vaccine
Indigenous Vaccine is also a step towards Atmanirbhar Bharat, being Vocal For Local
India’s first pneumococcal conjugate vaccine (PCV) has been developed by the Serum Institute of India Private Limited (SIIPL) in collaboration with partners like the Bill and Melinda Gates Foundation.
Congratulating the country’s scientific and medical fraternity, the minister said, “I am sure that the team of Serum Institute of India and others in the entire scientific and medical community will continue their endeavour to develop many more life-saving vaccines in future.”
Dr. Manohar Agnani, Additional Secretary (MoHFW) and other senior officials of the Ministry were present at the event.

Dr Harsh Vardhan Inaugurated 7th NHM Summit on Good, Replicable Practices

(New Delhi)Dr Harsh Vardhan Inaugurated 7th NHM Summit on Good, Replicable Practices
Dr Harsh Vardhan digitally inaugurated 7th NHM National Summit on Good, Replicable Practices
On this occasion Health Minister Dr Vardhan said Innovation is an important coefficient in the delivery of Healthcare services. The work on COVID-19 has encouraged us to initiate new ways of dealing with programmes and create innovations
Releasing the operational guidelines for TB services, the Union Minister noted, “The sustained efforts of the Government of India towards TB control have led to an unprecedented increase in TB notifications and improvements in diagnostics, adherence and treatment outcomes. The number of missing cases has reduced to 2.9 lakh cases in 2019, as against more than 10 lakh cases in 2017. Hon’ble Prime Minister Shri Narendra Modi ji has set a bold target of a TB-free India by 2025, five years ahead of the SDG targets of 2030. To achieve this goal, we need to work together for early diagnosis of TB, treat all TB patients at first interface along with ensuring suitable patient support systems, and break the chain of TB transmission in the community.”
Shri Rajesh Bhushan, Health Secretary, Ms. Vandana Gurnani, AS&MD (NHM), Ms. Ratna Anjan Jena, DG (Stats), Shri Vikas Sheel, AS (policy), MoHFW and other health officials from States/UTs joined the event. Dr Rodrico Ofrin, WR, WHO was also present at the event. 

पंजाब के मंत्रियों ने किसान मोर्चे पर भजपाई अश्विनी शर्मा पर भड़ास निकाली

(चंडीगढ़,पँजांब)पंजाब के मंत्रियों ने किसान मोर्चे पर भजपाई अश्विनी शर्मा पर भड़ास निकाली
पंजाब के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने अश्वनी शर्मा को चेतावनी दी कि वह निंदनीय और अनुचित व्यवहार अपनाकर मर्यादा की हदें पार न करें।
वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री ब्रह्म मोहिन्द्रा, भारत भूषण आशु, विजय इंदर सिंगला, ओ.पी. सोनी और सुंदर शाम अरोड़ा ने राज्य के चोटी के पुलिस अधिकारी के विरुद्ध दोष लगाने के लिए अश्वनी शर्मा की निंदा की और कहा कि यह घटिया हथकंडे बी.जी.पी. की छिन चुकी साख को बचाने में बिल्कुल भी सहायक नहीं होंगे।
मंत्रियों ने कहा ‘‘आप हमारे किसानों की खालिस्तानियों, अर्बन नक्सलियों और लैफ्ट समर्थकीय के साथ तुलना की है और आगे कहा कि लोगों की आवाज़ को दबाना बी.जे.पी की हमेशा से आदत रही है, परन्तु पंजाब में उनके यह घटिया हत्थकंडे काम नहीं करेंगे, क्योंकि किसानों ने उनकी घटिया चालों और खोखले वायदों को अच्छी तरह से जान लिया है।

पंजाब सरकार ने पडौसार्थ गड्डा खोदा तो खुद के लिए जीएसटी की खाई तैयार कर ली

#पीड़ितनागरिक
ओए झल्लेया ये क्या हो रहा है?32 दिन से आंदोलन के नाम पर #किसानों ने पँजांब में 1400 मोबाइल टावर्स के कनेक्शन काट दिए।#हरियाणा का #टोल फ्री करवा रहे हैं ओए इस नुकसान की भरपाई के लिए सरकारों ने हम पर और टैक्स लाद देने हैं
#झल्ला
भापा जी !पँजांब सरकार ने हरियाणा और केंद्र सरकार के लिए गड्डा खोदा और किसानों को उनकी तरफ डाइवर्ट कर दिया ।अब खुद पँजांब के लिए भी खाई खुद रही हैं।मोबाइल और टोल से प्राप्त होने वाला #जीएसटी भी घटेगा सो उसमें राज्य का हिस्सा भी तो घटेगा

पीएम मोदी ने मनकीबात मे सुनाए समाजिक+आर्थिक सुधार के सकारात्मक किस्से

(नई दिल्ली) प्रधानमंत्री मोदी ने जाते वर्ष में अपने #मनकीबात की अंतिम कड़ी मे समाजिक और आर्थिक बदलावों को स्थान दिया और कश्मीर के केसर उत्पादक किसान और गुरु गोबिंद सिंह के साहबजादों और माता गुजरी के बलिदान को भी याद किया।
पी एम ने कहा
कोल्हापुर से अंजलि जी ने लिखा है, किनए साल पर, हम, दूसरों को बधाई देते हैं, शुभकामनाएं देते हैं, तो इस बार हम एक नया काम करें। क्यों न हम, अपने देश को बधाई दें, देश को भी शुभकामनाएं दें।अंजलि जी, वाकई, बहुत ही अच्छा विचार है।हमारा देश, 2021 में, सफलताओं के नए शिखर छुएँ, दुनिया में भारत की पहचान और सशक्त हो, इसकी कामना से बड़ा और क्या हो सकता है।
साथियो, NamoApp पर मुम्बई के अभिषेक जी ने एक message पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा है कि 2020 ने जो-जो दिखा दिया, जो-जो सिखा दिया, वो कभी सोचा ही नहीं था। कोरोना से जुड़ी तमाम बातें उन्होंने लिखी हैं। इन चिट्ठियों में, इन संदेशों में, मुझे, एक बात जो common नजर आ रही है, ख़ास नजर आ रही है, वो मैं आज आपसे share करना चाहूँगा। अधिकतर पत्रों में लोगों ने देश के सामर्थ्य, देशवासियों की सामूहिक शक्ति की भरपूर प्रशंसा की है। जब जनता कर्फ्यू जैसा अभिनव प्रयोग, पूरे विश्व के लिए प्रेरणा बना, जब, ताली-थाली बजाकर देश ने हमारे कोरोना वारियर्स का सम्मान किया था, एकजुटता दिखाई थी, उसे भी, कई लोगों ने याद किया है।
अभिनव जी को अपनी रिश्तेदारी में, बच्चों को gift देने के लिए कुछ खिलौने खरीदने थे इसलिए, वो, दिल्ली की झंडेवालान मार्किट गए थे। आप में से बहुत लोग जानते ही होंगे, ये मार्केट दिल्ली में साइकिल और खिलौनों के लिए जाना जाता है। पहले वहां महंगे खिलौनों का मतलब भी imported खिलौने होता था, और, सस्ते खिलौने भी बाहर से आते थे। लेकिन, अभिनव जी ने चिट्ठी में लिखा है,कि, अब वहां के कई दुकानदार,customers को, ये बोल-बोलकर toys बेच रहे हैं, कि अच्छे वाला toy है, क्योंकि ये भारत में बना है ‘Made in India’ है।Customers भी,India madetoys की ही माँग कर रहे हैं।
विशाखापत्तनम से वेंकट मुरलीप्रसाद जी ने जो लिखा है, उसमें भी एक अलग ही तरह का idea है। वेंकट जी ने लिखा है, मैं, आपको, twenty, twenty one के लिए, दो हजार इक्कीस के लिए, अपना ABCattach कर रहा हूँ। मुझे कुछ समझ में नहीं आया, कि आखिर ABC से उनका क्या मतलब है। तब मैंने देखा कि वेंकट जी ने चिट्ठी के साथ एक चार्ट भी attach कर रखा है। मैंने वो चार्ट देखा, और फिर समझा कि ABCका उनका मतलब है – आत्मनिर्भरभारत चार्ट ABC। यह बहुत ही दिलचस्प है। वेंकट जी ने उन सभी चीजों की पूरी list बनायी है, जिन्हें वो प्रतिदिन इस्तेमाल करते हैं। इसमें electronics, stationery, self care itemsउसके अलावा और भी बहुत कुछ शामिल हैं।वेंकट जी ने कहा है, कि, हम जाने-अनजाने में, उन विदेशी products का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनके विकल्प भारत में आसानी से उपलब्ध हैं। अब उन्होंने कसम खाई है कि मैं उसी product का इस्तेमाल करूंगा, जिनमें हमारे देशवासियों की मेहनत और पसीना लगा हो।
आज के ही दिन गुरु गोविंद जी के पुत्रों, साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार में जिंदा चुनवा दिया गया था। अत्याचारी चाहते थे कि साहिबजादे अपनी आस्था छोड़ दें, महान गुरु परंपरा की सीख छोड़ दें। लेकिन, हमारे साहिबजादों ने इतनी कम उम्र में भी गजब का साहस दिखाया, इच्छाशक्ति दिखाई। दीवार में चुने जाते समय, पत्थर लगते रहे, दीवार ऊँची होती रही, मौत सामने मंडरा रही थी, लेकिन, फिर भी वो टस-से-मस नहीं हुए। आज ही के दिन गुरु गोविंद सिंह जी की माता जी – माता गुजरी ने भी शहादत दी थी। करीब एक सप्ताह पहले, श्री गुरु तेग बहादुर जी की भी शहादत का दिन था। मुझे, यहाँ दिल्ली में, गुरुद्वारा रकाबगंज जाकर, गुरु तेग बहादुर जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने का, मत्था टेकने का अवसर मिला। इसी महीने, श्री गुरु गोविंद सिंह जी से प्रेरित अनेक लोग जमीन पर सोते हैं। लोग, श्री गुरु गोविंद सिंह जी के परिवार के लोगों के द्वारा दी गयी शहादत को बड़ी भावपूर्ण अवस्था में याद करते हैं। इस शहादत ने संपूर्ण मानवता को, देश को, नई सीख दी। इस शहादत ने, हमारी सभ्यता को सुरक्षित रखने का महान कार्य किया। हम सब इस शहादत के कर्जदार हैं। एक बार फिर मैं, श्री गुरु तेग बहादुर जी, माता गुजरी जी, गुरु गोविंद सिंह जी, और, चारों साहिबजादों की शहादत को, नमन करता हूं। ऐसी ही, अनेकों शहादतों ने भारत के आज के स्वरूप को बचाए रखा है, बनाए रखा है।
भारत में Leopards यानी तेंदुओं की संख्या में,2014 से 2018 के बीच, 60 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। 2014 में, देश में,leopards की संख्या लगभग 7,900 थी, वहीँ 2019 में, इनकी संख्या बढ़कर 12,852 हो गयी। ये वही leopards हैं जिनके बारे में Jim Corbett ने कहा था: “जिन लोगों ने leopards को प्रकृति में स्वछन्द रूप से घूमते नहीं देखा, वो उसकी खूबसूरती की कल्पना ही नहीं कर सकते। उसके रंगों की सुन्दरता और उसकी चाल की मोहकता का अंदाज नहीं लगा सकते।” देश के अधिकतर राज्यों में, विशेषकर मध्य भारत में,तेंदुओं की संख्या बढ़ी है। तेंदुए की सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों में, मध्यप्रदेश, कर्नाटका और महाराष्ट्र सबसे ऊपर हैं। यह एक बड़ी उपलब्धि है। तेंदुए, पूरी दुनिया में वर्षों से खतरों का सामना करते आ रहे हैं, दुनियाभर में उनके habitat को नुकसान हुआ है। ऐसे समय में, भारत ने तेंदुए की आबादी में लगातार बढ़ोतरी कर पूरे विश्व को एक रास्ता दिखाया है।आपको इन बातों की भी जानकारी होगी कि पिछले कुछ सालों में, भारत में शेरों की आबादी बढ़ी है, बाघों की संख्या में भी वृद्धि हुई है, साथ ही, भारतीय वनक्षेत्र में भी इजाफा हुआ है। इसकी वजह ये है कि सरकार ही नहीं बल्कि बहुत से लोग, civil society,कई संस्थाएँ भी, हमारे पेड़-पौधों और वन्यजीवों के संरक्षण में जुटी हुई हैं।वे सब बधाई के पात्र हैं।
मैंने तमिलनाडु की एक टीचर के बारे में पढ़ा। उनका नाम Hemlata N.K है, जो विडुपुरम के एक स्कूल में दुनिया की सबसे पुरानी भाषा तमिल पढ़ाती हैं। कोविड 19 महामारी भी उनके अध्यापन के काम में आड़े नहीं आ पायी। हाँ ! उनके सामने चुनौतियाँ जरुर थीं, लेकिन, उन्होंने एक innovative रास्ता निकाला। उन्होंने,course के सभी53 (तरेपन) chapters को record किया, animated video तैयार किये और इन्हें एक pen drive में लेकर अपने students को बाँट दिए।इससे, उनके students को बहुत मदद मिली, वो chapters को visually भी समझ पाए। इसके साथ ही, वे, अपने students से टेलीफोन पर भी बात करती रहीं। इससे students के लिये पढ़ाई काफी रोचक हो गयी।देशभर में कोरोना के इस समय में, टीचर्स ने जो innovative तरीके अपनाये, जो course material creatively तैयार किया है, वो online पढ़ाई के इस दौर में अमूल्य है। मेरा सभी टीचर्स से आग्रह है कि वो इन course material को शिक्षा मंत्रालय के दीक्षा पोर्टल पर जरुर upload करें। इससे देश के दूर-दराज वाले इलाकों में रह रहे छात्र-छात्राओं को काफी लाभ होगा।
मेरे प्यारे देशवासियों, अभी दो दिन पहले ही गीता जयंती थी। गीता, हमें, हमारे जीवन के हर सन्दर्भ में प्रेरणा देती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है, गीता इतनी अद्भुत ग्रन्थ क्यों है ? वो इसलिए क्योंकि ये स्वयं भगवन श्रीकृष्ण की ही वाणी है। लेकिन गीता की विशिष्टता ये भी है कि ये जानने की जिज्ञासा से शुरू होती है। प्रश्न से शुरू होती है।अर्जुन ने भगवान से प्रश्न किया, जिज्ञासा की, तभी तो गीता का ज्ञान संसार को मिला। गीता की ही तरह, हमारी संस्कृति में जितना भी ज्ञान है, सब, जिज्ञासा से ही शुरू होता है। वेदांत का तो पहला मंत्र ही है – ‘अथातो ब्रह्म जिज्ञासा’ अर्थात, आओ हम ब्रह्म की जिज्ञासा करें। इसीलिए तो हमारे यहाँ ब्रह्म के भी अन्वेषण की बात कही जाती है। जिज्ञासा की ताकत ही ऐसी है। जिज्ञासा आपको लगातार नए के लिए प्रेरित करती है। बचपन में हम इसीलिए तो सीखते हैं क्योंकि हमारे अन्दर जिज्ञासा होती है। यानी जब तक जिज्ञासा है, तब तक जीवन है। जब तक जिज्ञासा है, तब तक नया सीखने का क्रम जारी है। इसमें कोई उम्र, कोई परिस्थिति, मायने ही नहीं रखती। जिज्ञासा की ऐसी ही उर्जा का एक उदाहरण मुझे पता चला, तमिलनाडु के बुजुर्ग श्री टी श्रीनिवासाचार्य स्वामी जी के बारे में ! श्री टी श्रीनिवासाचार्य स्वामी जी 92 (बयानबे) साल के हैं Ninety Two Years| वो इस उम्र में भी computer पर अपनी किताब लिख रहे हैं, वो भी, खुद ही टाइप करके। आप सोच रहे होंगे कि किताब लिखना तो ठीक है लेकिन श्रीनिवासाचार्य जी के समय पर तो computer रहा ही नहीं होगा। फिर उन्होंने computer कब सीखा ? ये बात सही है कि उनके कॉलेज के समय में computer नहीं था। लेकिन, उनके मन में जिज्ञासा और आत्मविश्वास अभी भी उतना ही है जितना अपनी युवावस्था में था। दरअसल, श्रीनिवासाचार्य स्वामी जी संस्कृत और तमिल के विद्वान हैं। वो अब तक करीब 16 आध्यात्मिक ग्रन्थ भी लिख चुके हैं। लेकिन,Computer आने के बाद उन्हें जब लगा कि अब तो किताब लिखने और प्रिंट होने का तरीका बदल गया है, तो उन्होंने, 86 साल की उम्र में, eighty six की उम्र में, computer सीखा, अपने लिए जरुरी software सीखे। अब वो अपनी किताब पूरी कर रहे हैं।
रहिए, अपने परिवार को स्वस्थ रखिए। अगले वर्ष जनवरी में नए विषयों पर ‘मन की बात’ होगी।
फ़ाइल फोटो

US President Trump Greets on Kwanzaa

US President Trump Greets on Kwanzaa
Presidential said
The First Lady and I send our best wishes to all those observing Kwanzaa.
For many, today marks the first day in a weeklong celebration of African culture and heritage. As families, friends, and communities light the Kinara over the next 7 days, our Nation honors the indelible contributions of African Americans to the strength and vitality of the United States.
During this time, we send season’s greetings to those celebrating and pray for the health, happiness, and unity of all Americans in the New Year.
Courtesy White House

Raj Becomes 6th State to Complete Ease of Doing Business Reforms

(New Delhi) Raj Becomes 6th State to Complete Ease of Doing Business Reforms
Rajasthan State has become eligible to mobilise additional financial resources of Rs. 2,731 crore through Open Market Borrowings. Permission for the same was issued by the Department of Expenditure on 24th December, 2020. Rajasthan has now joined the five other States namely, Andhra Pradesh, Karnataka, Madhya Pradesh, Tamil Nadu and Telangana, who have achieved this feat. On completion of reforms facilitating ease of doing business, these six States have been granted additional borrowing permission of Rs.19,459 crore.
The ease of doing business is an important indicator of the investment friendly business climate in the country.

राजस्थान में मल्टी स्टेट क्रेडिट कोआपरेटिव सोसाइटीज से सम्बंधित 74 हजार धोखाधड़ी के मामले

( जयपुर) राजस्थान में मल्टी स्टेट क्रेडिट कोआपरेटिव सोसाइटीज से सम्बंधित 74 हजार धोखाधड़ी के मामले
रजिस्ट्रार सहकारिता मुक्तानन्द अग्रवाल के अनुसार निवेशकों से धोखाधड़ी करने वाली मल्टी स्टेट क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटियों के खिलाफ अब परिवाद दायर किया जाएगा। केन्द्रीय रजिस्ट्रार के अधीन आने वाली मल्टी स्टेट क्रेडिट सोसायटियों के विरूद्ध इस्तागासा दायर करने की शक्तियां रजिस्ट्रार सहकारी समितियां, राजस्थान को अधिकृत की गई है।दोषी पाए जाने पर 7 साल की सजा एवं कम से कम 5 लाख और अधिकतम 25 करोड़ रूपए जुर्माने का प्रावधान है।
भारत सरकार (केन्द्रीय रजिस्ट्रार) के उत्तरदायित्वों के निर्वहन में सहयोग करते हुए विभाग द्वारा निवेशकों से धोखाधड़ी करने वाली मल्टी स्टेट क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटियों के खिलाफ जिले में इस्तगासा दायर करने के लिए उप रजिस्ट्रार को अधिकृत कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पीड़ितों से ऑनलाइन शिकायत प्राप्त करने के लिए राज सहकार पोर्टल की शुरूआत की गई है। इस पोर्टल पर अब तक 75 हजार से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई है।
प्राप्त हुई 75 हजार से अधिक शिकायतों में से 74 हजार से अधिक शिकायतें मल्टी स्टेट क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटियों से संबंधित है। जबकि 1 हजार से अधिक शिकायतें स्टेट क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटियों के बारे में प्राप्त हुई है। प्राप्त शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए 160 इस्तगासा स्टेट क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटियों के खिलाफ दर्ज कराए गए है।

श्री अग्रवाल ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा भारत सरकार के द बैंनिग ऑफ अनरेगुलेटेड डिपॉजिट स्कीम एक्ट, 2019 को पूर्व में ही लागू कर दिया है। इसके तहत समस्त जिला एवं सेशन न्यायाधीश के न्यायालयों को डेजिग्नेटेड कोर्ट घोषित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय रजिस्ट्रार को धोखाधड़ी करने वाली मल्टी स्टेट क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटियों के विरूद्ध कार्यवाही के लिए विभाग द्वारा निवेदन किया गया था तथा इन सोसायटियों के खिलाफ कार्यवाही के लिए रजिस्ट्रार सहकारी समितियों को शक्तियां देने के लिए आग्रह किया गया था।

Mobocratically Farmers Halt Toll Collection in Haryana

(Chd,Hary) Mobocratically Farmers Halt Toll Collection in Haryana for their Democratic Rights on Farm Bills
According to officials, toll collection was halted either past midnight or from early Friday morning at several toll points in the state.
A few days ago, the Bharatiya Kisan Union (BKU) had announced that toll booths in Haryana would not be allowed to collect toll from December 25 to 27.
Thousands of farmers have been protesting at various border points of Delhi for around a month as the stalemate between the government and the protesters, who are demanding a repeal of the three new agri laws, continued without any signs of a breakthrough.
Enacted in September, the three farm laws have been projected by the central government as major reforms in the agriculture sector that will remove the middlemen and allow farmers to sell anywhere in the country.
However, the protesting farmers have expressed apprehension that the new laws would pave the way for eliminating the safety cushion of Minimum Support Price and do away with the mandi system, leaving them at the mercy of big corporates.
The government has repeatedly asserted that the MSP and Mandi systems will stay and has accused the opposition of misleading the farmers.