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Category: Unrest Strikes

माफी मांगे जाने पर भी श्री प्रकाश जायसवाल के खिलाफ याचिका

केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल द्वारा पुरानी पत्नी कम मज़ा वाले अपने बयान पर माफी मांगे जाने पर भी यह विवाद मंत्री का पीछा नहीं छोड़ रहा|ब्यान से मचा बवंडर शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा है। इस मामले में आज बुधवार को कानपुर के चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्‍ट्रेट के कोर्ट याचिका दाखिल की गई है। इसकी सुनवाई के लिए 8 अक्‍टूबर की तारीख लगाई गई है|
स्थानीय सामाजिक संस्था ‘लक्ष्य’ ने बुधवार को कानपुर के चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्‍ट्रेट के कोर्ट में एक याचिका दायर कर केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जयसवाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 294 और 500 के तहत केस दर्ज कर उनको जेल भेजने की अपील की गई है| संस्था के वकील आनंद शंकर जायसवाल के अनुसार चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्‍ट्रेट एनके पाण्‍डेय ने इस मामले में सुनवाई के लिए 8 अक्टूबर की तारीख दी है। अगली सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता अनिता दुआ के बयान दर्ज होंगे। मामले से जुड़े समाचारों की कटिंग टीवी चैनल्स के विजुअल्स को भी कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा।
गौरतलब है कि 30 सितंबर को अपने जन्मदिन की पार्टी पर कानपुर में ही आयोजित एक कवि सम्मेलन में श्री जायसवाल ने कहा था- ‘नई-नई जीत और नई-नई शादी का अपना अलग ही महत्व होता है। जैसे-जैसे समय बीतेगा, जीत पुरानी होती जाएगी। उसी तरह से जैसे-जैसे समय बीतता है पत्नी भी पुरानी होती जाती है, फिर वो मजा नहीं रहता है।’ उस वक्‍त उस कवि सम्‍मेलन में कई महिलाएं भी मौजूद थीं। इसके बाद देश भर में बवाल मच गया जिससे घबरा कर श्री जायसवाल ने अपने बयान पर माफ़ी भी मांगी थी।

पुरानी पत्नी कम मज़ा वाले अपने बयान पर माफी मांगे जाने पर भी यह विवाद मंत्री का पीछा नहीं छोड़ रहा|

किंगफिशर एयरलाइंस का एयरपोर्ट पर प्राइम स्लॉट खतरे में

किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों और मैनेजमेंट के बीच आज बुधवार को हुई वेतन संबंधी बातचीत का कोई सकारात्मक नतीज़ा नहीं निकला|इधर, सरकार ने भी एयरलाइंस में आंशिक तालाबंदी के बाद एविएशन मानकों की निगरानी तेज कर दी है। पूरी स्थिति पर नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस मामले पर अपनी अंतरिम रिपोर्ट केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को दे दी है। इसमें इजीनियरों की हड़ताल की वजह से सुरक्षा मानकों को लेकर चिंता जताई गई है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार एयर लाईन्स द्वारा केवल एक महीने का वेतन देकर हड़ताल खुलवाने का प्रयास किया जा रहा है जबकि उन्हें सात महीनों से वेतन नहीं मिला है। सिविल एविएशन के नियामक डीजीसीए ने कर्मचारियों के बकाया भुगतान की ठोस योजना और ऑपरेशनल सेफ्टी प्लान पेश करने तक एअरलाइंस को अपनी उड़ानें स्थगित रखने को कहा है। जाहिर है कि अब किंगफिशर एयरलाइंस को दोबारा उड़ान भरने की अनुमति तभी मिलेगी जब भुगतान की योजना और सुरक्षा इंतजाम संतोषजनक होंगे लिहाजा हड़ताल के अभी जारी रहने की संभावना है|
इससे पहले मंगलवार को डीजीसीए के सामने उपस्थित हुए किंगफिशर के सीईओ संजय अग्रवाल ने उम्मीद जताई थी कि आयकर विभाग कंपनी के फ्रिज अकाउंट खोलने की इजाजत दे सकता है। यूं बी बैंक पैसा देने को तैयार है| उड़ानें फिर से शुरू करने के बारे में कंपनी 4 अक्तूबर को फैसला कर लेगी लेकिन अब इनके सामने हड़ताली कर्मचारियों के अलावा डीजीसीए का सामना करने की भी चुनौती है|
फिलहाल 10 में से केवल सात विमानों के जरिए 50 से ज्यादा उड़ानें संचालित कर रही

किंगफिशर एयरलाइंस के सामने एअरपोर्ट पर प्राइम स्लॉट गंवा देने का खतरा पैदा हो गया है।


किंगफिशर की स्थगित इन उड़ानों का फायदा उठाने के लिए बाकी एअरलाइंस की नज़रें किंग फिशर एयर लाईन्स के टाइम स्लॉट पर टिक गई हैं ।

आज का फोटो : दुर्घटनाओं को न्योता देता हापुड़ रोड पर टूटा ये डिवाईडर

आज से एक नया पेज समर्पित है |इस पेज में छेत्र की समस्यायों को उजागर करने का प्रयास किया जाएगा|अत आप सबसे निवेदन है कि इन फोटो पर अपने विचारों से अवगत कराएं |यदि आपके पास भी कोई ऐसी जानकारी होतो कृपया हमसे सांझा करें

दुर्घटनाओं को न्योता देता हापुड़ रोड पर टूटा ये डिवाईडर

अग्रणी न्यूरोलोजिस्ट विनोद अरोड़ा के निवास में बड़ी लूट

देश के अग्रणी न्यूरोलोजिस्ट डाक्टर विनोद अरोड़ा के पाश इलाके साकेत में स्थित निवास पर तीन बैखोफ लुटेरों ने एक बड़ी लूट को अंजाम दिया प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगल वार की रात लगभग साडे ग्यारह बजे तीन लुटेरों ने घर में प्रवेश करके घर में उपस्थित माँ + बेटी +नौकरानी को गन प्वाईंट पर बंधक बना लिया और जानकारी लेते रहे बैखोफ लुटेरों ने घर के बाहर रह कर डाकटर के आने का इंतज़ार किया और ढाई बजे के करीब माल असबाब लपेट कर चले गए |गनीमत रही की उन्होंने जो कुछ माँगा वह उन्हें दे दिया गया सम्भवत इसीलिए केवल माल गया जान का नुक्सान नहीं हुआ | आज सुबह पोलिस के बड़े अधिकारी मौकाए वारदात पर पहुंचे और तफ्तीश शुरू की वरिष्ठ अधिकारिओं ने प्रायोरिटी के आधार पर इस केस को खोलने का आश्वासन पीड़ित परिवार दिया है|गौरतलब है कि निवास के पीछे एक स्कूल भी चलाया जाता है और माना जा रहा है कि लुटेरों ने वहीं से प्रवेश किया होगा|

पोलिस के लिए सुराग

[१]एक प्रेस कर्ता को रात में कपडे प्रेस करते हुए भी देखा गया है|
[२] फिंगर प्रिंट्स
[३]दवा सुंघा कर भी एक को बेहौश किया गया
[४]डाक्टर का अगर पीछा किया गया है तो वह कहीं ना कहीं अस्पताल में किसी सी सी टी वी में कैद हो सकता है|

अग्रणी न्यूरोलोजिस्ट विनोद अरोड़ा के निवास से बड़ी लूट

अमेरिकी राष्ट्रपति के सबसे सुरक्षित निवास पर साइबर हेकरों का हमला

अमेरिका के सबसे सुरक्षित राष्ट्रपति निवास व्हाईट हाउस द्वारा वहां कम्यूटरों को हेक किये जाने की स्वीक्रति की गई है| लेकिन किसी गोपनीय जानकारी के लीक होने से इनकार किया गया है|इस हेकिंग को “spear-phishing” का नाम दिया गया है|इस पद्दति में फेक मेल भेज कर जानकारी हेक की जाती है| बेशक इस हेकिंग के पीछे चीनी सईबर हेकरों का दिमाग हो सकता है मगर अमेरिका में चुनाव सर पर हैं और बराक ओबामा इसके लिए जोरो शोरों से तैयारी कर रहे हैं इस लिए यह हेकिंग चुनावों के मध्य नज़र महत्वपूर्ण हो सकती है|

अमेरिकी राष्ट्रपति के सबसे सुरक्षित निवास पर साइबर हेकरों का हमला

अरविन्द केजरीवाल ने पार्टी अजेंडा बताया नाम नहीं :कुमार विशवास भी अराजनीतिक हुए

अरविन्द केजरीवाल ने पार्टी अजेंडा बताया नाम नहीं :कुमार विशवास भी अराजनीतिक हुए

इंडिया अगेंस्ट करप्शन के नेता अरविंद केजरीवाल ने कानूनी अड़चनों का हवाला देते हुए पार्टी के नाम की घोषणा नहीं की लेकिन उन्होंने अपनी नई पार्टी का एजेंडा जरूर जारी कर दिया।उनके एक सहयोगी कुमार विशवास ने आज इस राजनितिक मंच को शेयर करने से इनकार कर दिया है| केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया, शांति भूषण, प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव और आनंद कुमार के साथ अपनी पार्टी के राजनैतिक एजेंडे को सार्वजनिक किया। उन्होंने तीन नवम्बर तक का अल्टीमेटम दिल्ली सरकार को देते हुए दिल्ली से चुनावी शुरुआत करने की बात कही| । 6 अक्टूबर को देश के दो बड़े राजनेताओं के भ्रष्टाचार का खुलासा करने की बात भी उन्होंने कही। उन्होंने कहा कि इन दो बड़े नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत उनके पास आ चुके हैं|
अरविंद केजरीवाल ने अपने भाषण में कहा कि उनकी पार्टी का कोई भी व्यक्ति विशेष सुविधाओं का इस्तेमाल नहीं करेगा। केजरीवाल ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी में नेताओं के पैर छूने का चलन नहीं होगा और न ही गले मे मालाएं पहनाईं जाएंगी।
दिल्ली के चुनावों से राजनीतिक पारी की शुरुआत का संकेत देते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में शीला दीक्षित सरकार ने पानी और बिजली के दामों में जो बढ़ोत्तरी की है उसे वो कम करवाकर रहेंगे। केजरीवाल ने यह भी कहा कि यदि सरकार बिल न भरने वालों की बिजली काटेगी तो वो खुद जाकर अपने हाथों से बिजली जोड़ेंगे भले ही उन्हें जेल क्यों न जाना पड़े। और अगर 3 नवंबर तक शीला दीक्षित की सरकार बिजली और पानी के रेट कम करने के आदेश नहीं देती हैं तो 4 नवंबर को जनता खुद मुख्यमंत्री के निवास जाकर उनकी बिजली काट देगी। अंत में केजरीवाल ने कहा, ‘जयप्रकाश आंदोलन के वक्त देश को हालात बदलने का मौका मिला था। एक बार फिर देश को हालात बदलने का मौका मिला है। यदि हमने यह मौका गंवा दिया तो एक बार फिर हम 30 साल पीछे हो जाएंगे।’

एक और साथी अलग हुआ

भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के प्रमुख कार्यकर्ता कुमार विश्वास ने कहा कि वह अरविंद केजरीवाल के साथ हैं, लेकिन उनके राजनीतिक दल में शामिल नहीं होंगे। कुमार विश्वास केजरीवाल के प्रमुख सहयोगियों में गिने जाते हैं। इससे पहले अन्ना हजारे ने राजनीतिक दल के गठन के मुद्दे पर अपनी राहें केजरीवाल से अलग कर ली थीं। उसके पश्चात किरण बेदी ने स्वयम को अलग किया अब कुमार विश्वास राजनीतिक पार्टी का हिस्सा नहीं बनेंगे लेकिन चुनाव में प्रचार अवश्य करेंगे |कुमार विश्वास ने कहा कि वह सिर्फ दो साल से आईएसी के साथ जुड़े हैं, ऐसे में उन्हें वक्त चाहिए। पार्टी से न जुड़ने लेकिन प्रचार करने के प्रश्न पर कुमार विश्वास ने कहा कि अगर बॉलीवुड सितारे गोपाल कांडा के लिए प्रचार कर सकते हैं तो एक कवि होने के नाते वह भी पार्टी के लिए प्रचार कर सकते हैं।[ हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा जेल में हैं]

अन्ना हजारे

दूसरी तरफ, अन्ना ने ताज़ा बयान में राजनीति को एक बार फिर कोसा है। उन्होंने कहा है, ‘राजनीति में जाना मैं दोष नहीं मानता हूं। हमने लोकशाही को स्वीकार किया तो इसे दोष कैसे मान सकते हैं? लेकिन सत्ता से पैसा और पैसे से सत्ता हासिल करना गलत है। राजनीति से देश की सेवा करने का भाव दूर हो जाता है। राजनीति से इस देश को उज्ज्वल भविष्य मिलेगा, ऐसी मुझे आशा नहीं है। देश में लोकशाही है। सबको अपनी मर्जी से आगे बढ़ने का अधिकार है। लेकिन सेवाभाव से काम करने और राजनीति में आने में फर्क है।’

अरविंद केजरीवाल की प्रस्तावित पार्टी के एजेंडे की मुख्य बातें:

विजन डाकुमेंट

[१]. एजेंडे के मुताबिक यह पार्टी नहीं क्रांति है। देश की जनता ने तय किया है कि अब राजनीतिक विकल्प देना ही होगा। हम राजनीति में सत्ता हासिल करने नहीं जा रहे हैं, बल्कि सत्ता के केंद्रों को ध्वस्त करके सत्ता सीधे जनता के हाथों में सौंपने जा रहे हैं।
[२]. सीधे जनता का राज होगा।
[३]. भ्रष्टाचार दूर करना होगा। इसके लिए नियंत्रण सीधे जनता के हाथों में देना होगा।
[४]. महंगाई दूर करनी होगी। इसके लिए जनता मुख्य वस्तुओं को दाम तय करेगी।
[५]. जनता की मर्जी से भूमि अधिग्रहण होगा।
[६]. सबको अच्छी शिक्षा और अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं।
[७]. राइट टू रिजेक्ट। यानी मतदान करते समय किसी या सभी उम्मीदवारों को नामंजूर करने का अधिकार।
[८]. राइट टू रिकॉल। जनता के पास चुने हुए प्रतिनिधि को वापस बुलाने का अधिकार।
[९ .] किसानों को फसलों के उचित दाम दिलवाना।
[१०]. भ्रष्ट नेताओं को सज़ा देने की चाबी जनता के हाथ में होगी।
[११]. चुनाव जीतने के बाद 10 दिनों के अंदर जन लोकपाल कानून पारित कराया जाएगा।
[१२]. भ्रष्ट नेता चाहे किसी भी पार्टी का हो, जन लोकपाल में शिकायत करेगा तो दोषी पाए जाने पर छह महीने में जेल।
[१३]. प्रस्तावित पार्टा का कोई भी सांसद, विधायक लाल बत्ती या सरकारी बंगला नहीं लेगा।.

किंग फिशर ने अब अपनी एयर लाइन्स की ताला बंदी की फिशिंग की

किंगफिशर विजय माल्या की एयरलाइंस के इंजीनियरों और पायलटों की हड़ताल के बाद सोमवार देर रात आंशिक तालाबंदी की घोषणा करते हुए कम्पनी ने तत्काल प्रभाव से अपनी सभी उड़ानें गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी हैं। सोमवार को सभी 50 उड़ानें रद होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
एयरलाइंस ने कर्मिओं के एक वर्ग पर हिंसा फैलाने+ धमकाने+उत्पीड़न और प्रबंधकों को गलत तरीके से रोके जाने का आरोप लगाया है| ऐसे कई कृत्यों के चलते कंपनी की तालाबंदी को मजबूरी बताया गया है| अगले तीन दिन तक के लिए सभी उड़ानों का संचालन स्थगित किया गया है। गौरतलब है की पिछले सात महीनो से अपने वेतन के लिए प्रतीक्षा कर रहे अभियंताओं के एक गुट ने दिल्ली +मुम्बई और चेन्नई में हड़ताल कर दी है| इस हड़ताल से इन तीनो एयर पोर्ट्स पर लगभग ५० उड़ाने रद्द करनी पड़ी हैं| इससे पहले नागरिक विमानन मंत्री अजित सिंह ने चेतावनी दी थी कि यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ की एयरलाइंस को इजाजत नहीं दी जाएगी।अब विमानन नियामक डीजीसीए ने भी इस एयर लाईन्स की कार्यप्रणाली व उड़ान व्यवस्था की जांच शुरू कर दी है। वह जल्द ही मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपेगा। नकदी संकट से जूझ रही किंगफिशर अपने कर्मचारियों को इस साल मार्च से ही वेतन नहीं दे पा रही है। इस वजह से इंजीनियरों ने शुक्रवार देर रात से काम पर आना बंद कर दिया था। सोमवार से पायलट भी इस हड़ताल में शामिल हो गए। इस वजह से कंपनी को दिल्ली से मुंबई+ पुणे+ श्रीनगर+ जम्मू+ देहरादून+ धर्मशाला+मुंबई+चेन्नई और बेंगलूर समेत सभी उड़ानों को रद कर दिया गया।

इस एयर लाईन्स की इतनी गिरावट पर एक सवाल जरूर पूछा जा रहा है कि एन सी पी कोटे के सिविल एविएशन मंत्री प्रफुल्ल पटेल के जाने के बाद अचानक ऐसा क्या हो गया कि किंग फिशर एयर लाईन्स लगातार विवाद+घाटा और विरोधों की फिशिंग करती दिखाई दे रही है

किंग फिशर ने अब अपनी एयर लाइन्स की ताला बंदी की फिशिंग की

चौधरी अजित सिंह ने कहा है कि मौजूदा हालात में किंगफिशर की उड़ानों को इजाजत नहीं दी जा सकती। कुछ रोज पहले ही उन्होंने चेतावनी दी थी कि किंगफिशर को रोजाना कम से कम पांच विमान उड़ानें होंगे, वरना उसका लाइसेंस रद कर दिया जाएगा। माली हालत खराब होने के चलते मार्च से एयरलाइंस ने नए शड्यूल के तहत रोजाना महज 14 विमान उड़ानें का फैसला किया था। मगर उसके बाद बार-बार हड़ताल के कारण यह भी संभव नहीं हो पाया तो कंपनी ने सात विमानों के जरिये रोजाना 50 उड़ानों का संचालन करना शुरू किया था।
किंगफिशर पिछले कई सालों से वित्तीय संकट से जूझ रही है। पिछले एक साल से यह संकट और गहरा गया है। कंपनी पर 7000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है|६४ करोड़ रुपयों का सर्विस टेक्स है जिसकी अदायगी वह नहीं कर पा रही है।कम्पनी के चेक बाउंस हो रहे है|कर्मी हड़ताल पर जा रहे हैं|कंपनी के शेयर कोई ख़ास करिश्मा नहीं दिखा पा रहे हैं| इस साल जनवरी से बैंकों को कर्ज की एक भी किस्त अदा नहीं की गई है। इस एयर लाईन्स की इतनी गिरावट पर एक सवाल जरूर पूछा जा रहा है कि एन सी पी कोटे के सिविल एविएशन मंत्री प्रफुल्ल पटेल के जाने के बाद अचानक ऐसा क्या हो गया कि किंग फिशर एयर लाईन्स लगातार विवाद+घाटा और विरोधों की फिशिंग करती दिखाई दे रही है

ममता बेनर्जी ने दिल्ली में आकर केंद्र सरकार को उंगली दिखाई

टी एम् सी सुप्रीमो ममता बेनर्जी ने बंगाल से बाहर निकल कर अब दिल्ली में यूं पी ऐ की केंद्र सरकार को उंगली दिखाई | डीजल के दाम बढ़ाने + रसोई गैस सिलिंडर पर सब्सिडी सीमित करने और रिटेल में ऍफ़ डी आई के केंद्र सरकार के फैसलों के खिलाफ बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बनर्जी ने आज सोमवार को सरकार के खिलाफ दिल्ली आकर हल्ला बोल दिया। ममता की अगुवाई में तृणमूल कांग्रेस ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया और कांग्रेस और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला। सुश्री ममता ने कहा कि आम आदमी से रोजगार छीना जा रहा है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर सरकार को इतना गुस्सा क्यों आता है? देश बेचने वाली इस सरकार की कोई जरूरत नहीं है।
ममता बनर्जी ने कहा कि वह संसद के अगले सेशन में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती हैं। इससे पहले इस मसाले पर वोह[ममता] कह चुकी हैं कि मुलायम सिंह यादव से बात करेंगी|जबकि मुलायम सिंह यादव एक चेनल पर स्वीकाए कर चुके हैं कि वोह[मुलायम] केंद्र सरकार को गिराने के पक्ष में नहीं है| ममता ने आज कहा, ‘मैं आम आदमी के साथ हूं और रहूंगी। आम आदमी के अधिकारों के लिए आखिरी सांस तक लडूंगी।’ ममता ने हुंकार भरते हुए कहा कि वह किसी से डरती नहीं हैं। सरकार चाहे तो वह उन्हें उठाकर जेल में डाल सकती है। हर चीज की लक्ष्मण रेखा होती है और कोई इसे लांघेगा तो मैं विरोध करूंगी। ममता ने कहा कि वह पटना और लखनऊ में भी रैली करेंगी।खास बात यह रही कि तृणमूल के इस मंच पर एनडीए के संयोजक व जेडीयू नेता शरद यादव भी नजर आए। मंच से शरद यादव ने ममता की तारीफों के पुल बांध दिए। उन्होंने ममता को ‘बंगाल की शेरनी’ कहते हुए कहा कि सरकार से उनकी बगावत इतिहास में दर्ज हो गई है।जंतर-मंतर पर तृणमूल कांग्रेस के प्रदर्शन में शरद यादव के शामिल होने से ममता के एनडीए में शामिल होने के अटकलें लगाई जाने लगी हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी शरद यादव के जरिए कांग्रेस से रूठी ममता पर डोरे डाल रही है।
गौरतलब है कि रीटेल सेक्टर में विदेशी निवेश की अनुमति देने, डीजल की कीमतें बढ़ाने और सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलिंडरों की संख्या छह तक सीमित करने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।ममता ने प्रधानमंत्री के सुधारों पर सवाल उठाते हुए अपने फेसबुक पेज पर लिखा था- आम आदमी और सुधारों के नाम पर देश में लूट चल रही है। आजकल सुधारों के नाम पर जनविरोधी फैसले लेने का चलन हो गया है।इस बीच यह भी माना जा रहा है कि ममता बनर्जी अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को बंगाल से निकाल कर देश के अन्य राज्यों में ले जाना चाहती हैं। खासतौर पर उनकी नजर उन राज्यों पर है जहां इस साल और अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। वह तीसरे मोर्चे की संभावनाओं के मद्देनजर खुद को मजबूत करना चाहती हैं|इस अभियान की शुरुआत जंतर मंतर से कर दी गई है|।
भाजपा ने इस पर टिपण्णी करते हुए कहा है कि केंद्र सरकार की आर्थिक नीतिओं के विरोध के लिए अगर ममता बेनर्जी चाहें तो अलग से अभियान चला सकती हैं और अगर उनकी इच्छा हो तो एन डी ऐ द्वार भी खुले हैं|बे जे पी के नेता बलबीर पुंज ने कहा कि ममता के लिए दोनों दरवाजे खुले हैं|वहीं दूसरे तरफ कांग्रेस ने ममता के इस प्रदर्शन का मजाक उड़ाया है|केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि ममता और मोदी जैसे नेताओं का उनके प्रदेश से बाहर कोई वजूद नहीं है|

मोदी पूछे :सोनिया गांधी की 1880 करोड़ रुपये की ८ विदेश यात्रायें किस मद में हुई

दिल्ली में बंगाल की ममता तो गुजरात में मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूं पी ऐ और यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी पर तगड़ा हमला बोला है। नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस मेरी सरकार पर फिजूलखर्ची के आरोप लगाती है खुद मितव्यतता का दावा करती है लेकिन इसकी चेयर पर्सन सोनिया गांधी ने 1880 करोड़ रुपये अपनी विदेश यात्राओं में लुटा दिए। ये खर्च गुजरात के भावनगर+ राजकोट +जूना गढ़ जैसे चार महानगर के संयुक्त बजट के बराबर है| इतने पैसों में पूरे गुजरात की बिजली पैदा की जा सकती है|इतना अधिक पैसा उन पर खर्च किया गया. सरकार बताए कि आखिर किस हैसियत से उनकी[सोनिया] यात्राओं पर सरकारी पैसा लुटाया जाता है।
श्री मोदी ने मोदी ने भावनगर में पूछा है कि सोनिया के निजी विदेश दौरे का सरकार ने खर्चा क्यों उठाया? मैं फेस्टिवल पर जो खर्च करता हूं कांग्रेस उसे फिजूलखर्ची बताती है लेकिन खुद केंद्र सरकार सोनिया गांधी के लिए चार्टर्ड विमान उपलब्ध कराती है। आखिर किस हैसियत से सरकार उन्हें ये सुविधा देती है। क्या हमें ऐसे लोगों को माफ कर देना चाहिए जो फिजूलखर्ची करते हैं। प्रधानमंत्री जी मैं आपसे पूछ रहा हूं कि किसकी इजाजत से आपने इतना पैसा खर्च किया। नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘सोनिया गांधी के आठ बार विदेशी दौरों में किये गए खर्च का हिसाब हिन्दुस्तान की जनता मांगती है| श्री मोदी ने सवाल उठाया कि आखिर क्यों भारत के राष्ट्रपति ओर प्रधानमंत्री जितनी सुविधाएं कांग्रेस अध्यक्षा को मुहैया करवायी जाती हैं.उन्होंने कहा, ‘मैडम सोनिया कि मां जब बीमार थी तब वो कई बार अमेरिका गयी थीं, तब उनके लिये चार कमरे फाईवस्टार होटल में बुक किए गये|
इससे पहले श्री मोदी ऍफ़ डी आई के मामले में राज्‍यों को अंधेरे में रखने का आरोप भी लगा चुके हैं|.
इससे पहले आकाश टैबलेट के मुद्दे पर कपिल सिब्बल और मोदी के बीच भी तीखी बयानबाजी देखने को मिल चुकी है. मोदी ने सिब्बल पर ट्विट करते हुए कहा था कि वह सस्ते हथकंडे अपनाने की जगह देश के युवाओं से किए गए वादे को पूरा करने के लिए ईमादारी से कोशिश करें| उन्होंने पूछा कि ये कौन सी सादगी है? क्या ये गरीब जनता के पैसे का बेजा इस्तेमाल नहीं है| गौरतलब है कि सोनिया गांधी गुजरात दौरे पर जाने वाली है और उससे पहले मोदी ने उन पर निशाना साधा है.

मोदी पूछे :सोनिया गांधी की 1880 करोड़ रुपये की ८ विदेश यात्रायें किस मद में हुई

हमेशा की तरह तैयार बैठे दिग्विजय सिंह ने श्री मोदी पर पलटवार करते हुए कहा है कि वह आरएसएस के ट्रैंड काडर हैं। आरएसएस में सिखाया जाता है कि झूठ बोलो, तेज बोलो और बार-बार बोलो। यह उनके चाल, चरित्र और चेहरे में है।
कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रिया देते हुए राज्‍य सभा सांसद प्रभा ठाकुर ने नरेंद्र मोदी के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि सोनिया गांधी कभी कोई गैर-कानूनी काम नहीं करतीं.प्रभा ठाकुर ने एक न्यूज चैनल पर खास बातचीत में कहा, ‘मोदी अपने आरोपों पर श्‍वेत पत्र जारी करें. खर्च उठाना गैर-कानूनी नहीं है|सोनिया जी कोई गैर-कानूनी काम नहीं करतीं.

बँगला देश में बौद्ध मंदिरों को जलाया

बांग्लादेश में फेसबुक के एक पोस्ट से उत्तेजित हजारों प्रदर्शनकारियों ने बौद्ध मंदिरों को जला डाला और आस-पड़ोस के इलाकों में लूटपाट की। दंगाइयों के अनुसार बौद्ध धर्म को मानने वाले किसी व्यक्ति ने फेसबुक पर एक तस्वीर पोस्ट कर इस्लाम का अपमान किया है।चटगांव के करीब दक्षिण पूर्व के शहर में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अर्धसैनिक बलों को बुलाना पड़ा। यहां मुस्लिम प्रदर्शनकारियों ने 11 बौद्ध मंदिरों को जला डाला और दो अन्य को क्षतिग्रस्त कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों और अधिकारियों ने बताया कि शनिवार आधी रात के बाद हजारों की संख्या में मुस्लिम सड़कों पर उतर आए और मंदिरों और पड़ोस के बौद्ध इलाकों पर हमला कर दिया। इसके कारण स्थानीय अल्पसंख्यक अपने घरो में छिप गए| कम से कम 30 बौद्ध घरों में लूटपाट की गई।
स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है और रैलियों और प्रदर्शनों पर रोक लगा दी गई है। मौके पर पहुंचे सूचना मंत्री हसनुल हकइनु ने इसे अज्ञात सांप्रदायिक ताकतों की पूर्व नियोजित कार्रवाई बताया है। दूसरी ओर, बौद्धों ने हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए शहर में मानव श्रृंखला तैयार की।बौद्ध धर्म शान्ति के लिए स्थापित किया गया था मगर पहले अफगानिस्तान में बोध की विशाल और एतिहासिक मूर्तियों को तौडा गया अब बँगला देश में बौद्ध मंदिरों को जलाया गया |इससे बौद्ध सम्प्रदाय में असंतोष व्याप्त

बँगला देश में बौद्ध मंदिरों का जलाया शहर में मानव श्रृंखला तैयार की।