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Category: Unrest Strikes

अन्ना अनशन तोड़ो राजनितिक विकल्प दो

टीम अन्ना के अनशन का आज नौवां दिन है इनके साथ ही सरकार भी अभी तक पलके झपकाने को तैयार नहीं दिखती संभवत इसीलिए अब राजनितिक विकल्प देने की संभावनाए तलाशी जाने लगी हैं|इस दिशा में जनता से दो दिनों में राय माँगी गई है|दो दिनों के बाद राजनीतिक विकल्प देने का फैसला किया जाएगा जंतर-मंतर पर अन्ना हजारे के अलावा अरविंद केजरीवाल, गोपाल राय और मनीष सिसोदिया भी अनशन कर रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल और गोपाल राय की तबीयत बिगड़ती ही जा रही है। गोपाल राय को आठवें और नौवें दिन उल्टी हुई है
टीम अन्ना के समर्थन में मुम्बई से जंतर-मंतर पहुंचे अनुपम खेर ने 23 जाने-माने लोगों द्वारा आंदोलन के समर्थन में लिखा गया एक लेटर पढ़ा जिसमे टीम अन्ना से अनशन तोड़कर देश को नया राजनीतिक विकल्प देने की अपील की गई है ।
लेटर लिखने वालों में पूर्व जनरल वीके सिंह, पूर्व चीफ जस्टिस वीआर कृष्ण अय्यर, पूर्व नौसेना प्रमुख राम तहलियानी, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त जेएम लिंगदोह, प्रख्यात पत्रकार कुलदीप नैयर और अनुपम खेर आदि शामिल हैं।
अनुपम खेर द्वारा मंच पर इस चिट्ठी को पढने के बाद प्रशांत भूषण ने कहा कि अब देश की जनता ही हमें बताए कि हमें राजनीतिक विकल्प देने के बारे में सोचना चाहिए या नहीं। उन्होंने कहा कि जनता दो दिनों के भीतर सोशल साइट्स या जैसे भी संभव हो, अपनी राय हमें बता दे। इसके बाद राजनीतिक विकल्प देने पर फैसला किया जाएग।
मुम्बई में अनाना के समर्थन में प्रदर्शन कर चुके अनुपम खेर ने जंतर मंतर पर कहा, कि करप्शन के खिलाफ आवाज उठाना सबका अधिकार है। इस आंदोलन को लोगों तक पहुंचाना बहुत जरूरी है लेकिन पूरी कोशिश की जा रही है कि आंदोलन को अपनी ही मौत मरने दिया जाए। अनुपम खेर ने सरकार को धिक्कारते हुए कहा कि हम भूखे-प्यासे पड़ोसी का भी हाल-चाल पूछ लेते हैं लेकिन यहां तो अनशन के इतने दिन बीत जाने के बाद भी सरकार की तरफ से कोई नहीं आया। उन्होंने कहा, ‘मैं जंतर-मंतर पर अपना चेहरा दिखाने नहीं आया हूं। मैं यहां एक आम आदमी की तरह आया हूं। यह आंदोलन तब तक चलेगा जब तक कि करप्शन हमारे समाज से खत्म नहीं हो जाता।’

पुणे में हुए धमाको के पीछे कहीं इन्डियन मुजाहिदीन तो नहीं ?

पुणे के जंगली महाराज [जे एम्]रोड पर कल रात को हुए सीरियल पांच बम धमाकों की जांच कर रही एजेंसियों ने इसके पीछे इंडियन मुजाहिद्दीन[आई एम्] पर शक जताया है। धमाके वाली जगहों पर अमोनियम नाइट्रेट मिलने से शक की सुई आई एम् की तरफ घूम रही है|
इन बम धमाकों में नई साइकिलों का इस्तेमाल किया गया है। लिहाजा जांच एजेंसियां अब यह जानने में जुटी हैं कि आखिर यह साइकिल कब, कहां से और किसने खरीदी थीं। पुणे धमाके की जांच में एनआईए, एनएसजी और फॉरेंसिक की टीमों के अलावा एटीएस भी जुटी हुई है। माना जा रहा है कि सरकार एनआईए की एक और टीम पुणे भेजी सकती है। जांच एजेंसियां मैक्डोनाल्ड्स और देना बैंक के सामने लगे सीसीटीवी के वीडियो फुटेज खंगाल रही हैं।
गौरतलब है कि सुशील कुमार शिंदे ने बुधवार को ही गृह मंत्रालय की कमान अपने हाथों में ली थी। उन्हें कल ही पुणे में एक आयोजन में भाग लेने के लिए भी जाना था। लेकिन देर शाम हुए पुणे में हुए एक के बाद एक पांच बम धमाकों ने यह सोचने पर मजबूर जरूर कर दिया है कि क्या यह धमाके शिंदे को निशाना बनाकर किए गए थे मौके पर पहुंचे बम डिस्पोजल स्क्वायड ने दो बमों को निष्क्रिय भी कर दिया था। जिनमे से एक बम निष्क्रिय करते समय फट गया था कम तीव्रता वाले इन धमाकों में घायलों की संख्या २ बताई जा रही है । इन धमाकों के बाद पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार भी किया गया है। इसके अलावा दिल्ली + यूं पी समेत पूरे देश में त्यौहारों के मद्देनजर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
पुणे के डेक्कन क्षेत्र स्थित अतिव्यस्त जीएम रोड पर सिर्फ आधे किलोमीटर के दायरे में ये विस्फोट बुधवार शाम 7.27 से 8.15 बजे के बीच हुए। पहला विस्फोट बाल गंधर्व थियेटर के बाहर रेस्टोरेंट के नजदीक, दूसरा फास्ट फ़ूड मैकडोनॉल्ड रेस्टोरेंट के पास, तीसरा इससे कुछ ही दूरी पर देना बैंक के एटीएम के बाहर और चौथा गरवारे चौक के पास शू व‌र्ल्ड के बाहर हुआ। इनमें गंधर्व रेस्टोरेंट व मैकडोनॉल्ड के विस्फोट बाहर रखे कचरे के डिब्बों में और देना बैंक व गरवारे पुल के विस्फोट पास खड़ी साइकिलों की टोकरियों में हुए हैं।
गौरतलब है कि जून में मुंबई के मराठी चैनल साम मराठी को एक पत्र मिला था। इसमें बताया गया था कि 13 जून से 15 अगस्त के बीच पुणे में विस्फोट किए जाएंगे। पुणे के पुलिस आयुक्त गुलाबराव पोल के मुताबिक विस्फोट की जगह से पेंसिल सेल व छोटे डेटोनेटर मिले हैं।
इन विस्फोटों में घायल व्यक्ति को पुणे के ससून अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उसकी हालत स्थिर और होश में बताया गया है |
दयानंद पाटिल नामक इस व्यक्ति से पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, पाटिल अन्ना हजारे का भाषण सुनने के लिए प्रदर्शन स्थल कमला आर्केड पर रुका था। वह एक पॉलिथिन बैग में टिफिन रखकर ले जा रहा था। प्रदर्शन स्थल से चलते समय उसे अपना बैग कुछ भारी लगा। जैसे ही उसने पॉलिथिन बैग खोला बम फट गया।

उद्द्योगों को हो गई नसीब बिजली

: तीनो ट्रिप ग्रिडों को ठीक कर लिए जाने के तमाम दावों के बावजूद यूं पी में उद्योगों की बिजली बुधवार को दोपहर दो बजे ही नसीब हुई लगातार तीन दिन बिजली कटौती से मात्र औद्योगिक इकाइयों को ही करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।
ग्रिड फेल होने के बाद यूपी पावर कारपोरेशन ने पूरे प्रदेश में औद्योगिक इकाइयों को बिजली देना बंद कर दिया। बुधवार को दोपहर बाद उन्हें थोड़ी सी राहत दी गई। मेरठ की औद्योगिक इकाइयों में केवल मोहकमपुर फीडर की बिजली सही हो पाई। उद्योगपुरम, परतापुर फीडर की बिजली आई, लेकिन पांच- पांच मिनट के अतंराल पर जाती रही।
काफी संख्या में उद्दमी मुख्य अभियंता केएन उपाध्याय से मिले और बिजली कटौती पर शिकायत दर्ज कराई। शहर में शाम छह से रात दस बजे कटौती न करने, उद्योगों की तरह व्यापारियों को भी 24 घंटे बिजली देने, शहरी क्षेत्र में एकमुश्त जमा योजना लागू करने, नए कनेक्शन देते समय उपभोक्ताओं को उत्पीड़न न करने सहित तमाम मांगे रखीं।शहर के कई हिस्सों में ट्रांसफार्मर फुंकने से बिजली की आपूर्ति ठप रही। बिजली कर्मचारियों को फाल्ट सही करने में काफी वक्त लगा

पी एम् हाउस पर अन्ना समर्थकों ने फिर प्रदर्शन किया

७ रेसकोर्स स्थित प्रधान मंत्री के निवास पर अभी अभी अन्ना समर्थकों ने प्रदर्शन किया वहां तैनात पोलिस ने प्रदर्शन कारियों को हिरासत में लेकर वहां से दूर किया
यद्यपि इनकी संख्या ज्यादा नहीं थी मगर सभी जोशो खरोश से नारे जरूर लगा रहे थे |इससे पूर्व भी पी एम् निवास पर प्रदर्शन किया जा चूका है
जंतर मंतर पर आठ दिनों से अनशन पर बैठे अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि पोलिस उन्हें जबरदस्ती अस्पताल में ले जा सकती तो है मगर उन्हें जबरदस्ती खाना नहीं खिला सकतीअगर पाईप के रास्ते कुछ मुह या शरीर में डालने का प्रयास किया गया तो पाईप उखड कर फैंक दिए जायेंगे |
केजरीवाल ने एक दिन का उपवास रखने का सभी देश वासियों से आग्रह किया अपने अपने छेत्रों के जनप्रतिनिधियों के निवास के बाहर भजन कीर्तन करके विरोध जताने को कहा
उधर कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा है कि हमने तो इन्हें अनशन करने के लिए नहीं कहा था

केजरीवाल और बाल कृषण को अपनी ह्त्या का खतरा

बाबा राम देव और टीम अन्ना दोनों ने ही अब सरकार पर उन्हें जान से मरवाने का आरोप लगाया है|
बाबा रामदेव ने एक जेल में बंद उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्ण के जीवन को खतराबताया है
योगगुरु ने पतंजलि योगपीठ में पत्रकारों से कहा कि उनके सहयोगी को दुर्दांत अपराधी की तरह जेल में रखा गया है और वहां उनकी हत्या की जा सकती है। केंद्र सरकार सी बी आई का दुरूपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि जबसे उन्होंने काला धन वापस लाने के लिए आंदोलन शुरू किया है केंद्र सरकार इससे घबरा गई है। इसलिए उन्हें और उनके साथियों को परेशान कर रही है।
उधर जंतर मन्तर पर आठ दिनों से अनशन कर रहे टीम अन्‍ना के स्तम्भ अरविन्द केजरीवाल ने भी सरकार पर उनकी[अरविन्द]की ह्त्या का षड्यंत्र रचाने का आरोप लगाया है|उन्होंने कहा कि ख़ुदकुशी का आरोप लगा कर उन्हें जबरदस्ती अस्पताल ले जाया जा सकता है जहां उनकी ह्त्या कि जा सकती है यहाँ ख़ुदकुशी के लिए नहीं वरन बलिदान के लिए बैठे हैं और यह अपराध नहीं है
इसी बीच , कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने टीम अन्‍ना से अपील है कि वे अनशन खत्‍म करें। उन्‍होंने कहा कि टीम अन्‍ना को सरकार को वक्‍त देना चाहिए और जनता के चुने हुए सांसदों पर भरोसा करना चाहिए। दिग्विजय ने कहा कि सरकार को टीम अन्‍ना से बात करनी चाहिए, लेकिन यह बंदूक की नोक पर नहीं हो सकता।

अन्ना टीम को दिल्ली पोलिस ने अस्पताल जाने का नोटिस दिया

आमरण अनशन पर आठ दिनों से बैठे अरविन्द केजरीवाल +गोपाल राय और मनीष सिशोदिया को दिल्ली पोलिस ने अस्पताल जाने को कह दिया है इस बाबत एक पत्र भेजने के अलावा पोलिस के पांच अधिकारी सादे वस्त्रों में अनशन स्थल पर पहुंचे और अन्दर बाहर इंस्पेक्शन भी किया|
आज सुबह से ही अरविन्द केजरीवाल सरकार पर निशाना साध रहे थे कि जबरदस्ती अस्पताल में भर्ती करके उनकी ह्त्या की जा सकती है|ख़ुदकुशी का आरोप लगाने वालों को चेताया गया था कि यह ख़ुदकुशी नहीं वरन बलिदान है |और यह कोई अपराध नहीं है|
और अब पोलिस का पत्र और फिर इंस्पेक्शन भी हो गया यूं तो रोजाना पोलिस कि गश्त होती थी मगर आज अन्दर तक घुस कर जांच की गई|पोलिस का यह कहना है कि अन्ना ने अनशन से पहले यह लिख कर एफिडेविट दिया है कि क़ानून का पालन होगा इसीलिए अब जब तबियत खराब हो रही है तब इन्हें अस्पताल चले जाना चाहिए \अनशन कारियों का कहना है कि उनके सभी पेरामीटर दुरुस्त हैं\

ट्रिप हुए तीनो पावर ग्रिड बहाल हो गए

बिजली के महा संकट से देश को आज सुबह ९.३० बजे उबार लिए जाने का दावा किया गया है कल दोपहर करीब एक बजे तीन ग्रिड ठप्प पड़ गए थे।\ उत्तरी ग्रिड, पूर्वी ग्रिड और पूर्वोत्तर ग्रिड को आज सुबह करीब 9:30 बजे बहाल कर लिया गया है ।
सार्वजनिक क्षेत्र की पावरग्रिड ने एक बयान में कहा कि सभी तीन क्षेत्रों को 100 प्रतिशत आपूर्ति बहाल कर दी गई है। दिल्ली सहित उत्तरी क्षेत्र में 30,081 मेगावाट की पूर्ण बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है।
कल देर शाम तक पूर्वी क्षेत्र के केवल 50 प्रतिशत हिस्से में पर्याप्त बिजली आपूर्ति की जा सकी। पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए कल शाम ही बिजली आपूर्ति पूरी तरह बहाल कर ली गईथी ।

यद्यपि ग्रिड ठप्प पड़ने की सटीक वजह का अभी तक पता नहीं चल सका है,\ अधिकारियों और ऊर्जा [अब पूर्व]मंत्री ने कुछ राज्यों द्वारा क्षमता से अधिक बिजली लिए जाने को मुख्य कारण बताया है |सुशील कुमार शिंदे ने तो अपनी पीठ थप थपाते हुए यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका में चार दिनों के बाद ग्रिड ठीक हो पाया था भारत में तो महज़ कुछ घंटों में ही इसे ठीक कर लिया गया है लेकिन सी एन एन पर राज दीप सरदेसाई को जवाब देते हुए अमेरिकी जवाबदेही को भारत में लागू किये जाने कि बात टाल गए

केजरीवाल ने लगाया ह्त्या का आरोप और अन्ना ने भरी हुंकार

अन्ना टीम के अनशन का आज आठवां दिन है|आज जहां अन्ना ने हुंकार भर कर जन लोकपाल के आने तक उनका अनशन जारी रखा जाएगा जबकि अरविन्द केजरीवाल ने सरकार पर उनकी [अरविन्द की]ह्त्या के षड्यंत्र रचाने का आरोप लगाया है
आज टीम अनशन का आठवाँ और अन्ना का चौथा दिन है आज अरविन्द केजरीवाल और गोपाल राय की तबियत खराब बताई जा रही है तभी ये दोनों मंच पर बैठे नहीं दिखाई दे रहे |सवाबाढ़ बजे के करीब अरविन्द थोड़ी देर के लिए मंच पर आये और सरकार पर उनकी [अरविन्द की]ह्त्या के षड्यंत्र रचाने का आरोप लगाया |उन्होंने बताया की सरकारी हलकों में कहा जा रहा है कि अरविन्द को आत्महत्या के आरोप में गिरफ्तार करके अस्पताल में भर्ती किया जा सकता है जहां उन्हें स्लो पोय्जन देकर मारा जा सकता है जबकि यह आत्म ह्त्या नहीं वरन आत्म बलिदान है और बलिदान कोई अपराध नहीं है |गांधी जी २५ दिन और संत तुका राम ४५ दिन तक अनशन पर रहे |उन्हें कभी नहीं पकड़ा गया अब ये सरकार अंग्रेजों से भी गई गुज़री हो गई है |
उन्होंने जयप्रकाश नारायण को कोट किया जेल में जय प्रकश को स्लोपायजन दिया गया इसके अलावा एक और स्वामी को अनशन से उठा कर अस्पताल में डाला गया अनशन स्थल पर तो वे ठीक थे मगर अस्पताल में उनकी मौत हो गई | यही षड्यंत्र अब उनके[अरविन्द]के साथ भी रचा जा रहा है|
उन्होंने बताया कि अभी तक कुछ कमजोरी जरूर है मगर मेरे सारे पेरामीटर ठीक हैं ऐसे में अस्पताल लेजाना किसी भी द्रष्टि से उचित नहीं है अगर जबरदस्ती अस्पताल ले जाया जाएगा तो जनता का डाईत्व उन्हें वापिस लाना होगा | अभी तक सरकारी अस्पताल जांच के सैम्पल ले रहे थे अब उन्हें सैम्पल भी नहीं दिए जायेंगे|
उधर सरकार इस मुद्दे पर संवाद स्थापित करने के मूड में नहीं दिख रही गृह मंत्री का चार्ज संभालने के बाद सुशील कुमार शिंदे ने अन्ना टीम से बात करने के स्थान पर उनका मज़ाक उड़ाना ज्यादा पसंद किया \श्री शिंदे ने कहा की अन्ना टीम मंच से नीचे और मंच के ऊपर कुछ अलग कह रही है जबकि अन्ना तीसरे नज़रिए की बात कर रहे हैं ऐसे में कैसे बात की जा सकती है|

भारत में आये बिजली के महा संकट को फिलहाल टाल दिया गया है

एक मंत्री की नाकामी को उजागर कर रहे तीन पावर ग्रिड[नोर्दर्न +इस्टर्न+नार्दर्न इस्टर्न] के महज़ २४ घंटों में दोबारा फेल्यौर को बेशक १० घंटों में शाम आठ बजे तक और कहीं कहीं देर रात तक ठीक कर लिया गया है मगर इसकी जांच और पुनरावर्ती की रोक थाम के उपायों के लिए कदम बढाने के बजाये राज्य और केंद्र सरकार अभी तक दोषारोपण के पुराने हथकंडे ही अपना रहें है |
इस फेल्यौर से २० राज्यों और[२] यूं टी की पीड़ित ६० करोड़ जनता के जख्मो पर नमक छिड़कते हुए वीरप्पा मोइली को बिजली का अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया है और फेल हुए मंत्री को प्रोमोट करके गृह मंत्री बना दिया गया है|
आजाद भारत में सबसे बड़े इस बिजली संकट से पीड़ित ६० करोड़ जनता की परेशानियों को विश्व मीडिया ने सुर्ख़ियों में लिया है और इस संकट से अमेरिका जैसे विकसित देश ने सबक रिपीट सबक लिया है
मंगलवार को बिजली गुल होने से देश की 60 करोड़ आबादी का जनजीवन ठहर सा गया था। आठ से नौ घंटे बाद राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में बिजली बहाल हो सकी। पावर ग्रिड कॉरपोरेशन के अनुसार रात के 11.30 बजे तक उत्तरी ग्रिड में 86 फीसदी तक बिजली सप्लाई होने लगी थी जबकि पूर्वी ग्रिड के 79 फीसदी हिस्सों में बिजली की सप्लाई शुरू हो गई थी।
कॉरपोरेशन के अनुसार शाम साढ़े आठ बजे तक पूर्वोत्तर ग्रिड में 100 फीसदी और दिल्ली में 90 फीसदी बिजली की सप्लाई होने लगी थी।
बिजली सप्लाई बंद हो जाने से दिल्ली मेट्रो के अलावा भारतीय रेलवे की लंबी दूरी की बिजली से चलने वाली सैकड़ों ट्रेनें जहा की तहा खड़ी हो गई। इस बार की गड़बड़ी के लिए उत्तर प्रदेश के अलावा पंजाब, हरियाणा और राजस्थान को जिम्मेदार बताया जा रहा था, जिन्होंने उत्तरी ग्रिड में अपने कोटे से बहुत ज्यादा बिजली ले ली थी।
पहली बार पैदा हुए इस तरह के हालात में पूरा केंद्रीय तंत्र बदहवास नजर आया। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिदे व उनके अमले ने संकट का ठीकरा राज्यों पर फोड़ पल्ला झाड़ लिया। कोई यह बताने की स्थिति में नहीं था कि आखिर ग्रिडों को राज्यों की मनमर्जी पर कैसे और क्यों छोड़ दिया गया है और इन पर समय रहते लगाम लगाने का तंत्र आखिर क्यों गायब है।उधर यूं पी पंजाब और बिहार ने तत्काल कोटे से अधिक बिजली लेने का खंडन भी कर दिया
दोपहर से शाम तक दिल्ली व अन्य महानगरों में ट्रैफिक लाइटें गुल होने से यातायात की हालत खस्ता हुई पड़ी थी। मेट्रो तथा मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में फंसे यात्रियों की हालत खस्ता रही। गाजियाबाद से मुगलसराय के बीच सवा सौ ट्रेनें घटों रुकी रहीं। जबकि दिल्ली से गुवाहाटी, हावड़ा, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, अमृतसर, मुंबई, लखनऊ के बीच सैकड़ों ट्रेनें लेट हो गई। दिल्ली में मेट्रो रेल प्रबंधन ने यात्रियों को बीच में ही उतार कर उनके पैसे वापस किए।
केंद्र व तमाम राज्यों में सरकारी व निजी दफ्तरों, अस्पतालों व कारखानों में शुरू में पावर बैकअप से काम चलाने की कोशिश की गई। अनेक जगहों पर कर्मचारियों को समय से पहले छुट्टी दे दी गई। जिन पेट्रोल पंपों के पास बैकअप था वे तो चलते रहे, बाकियों ने बंदी की तख्तिया टाग दीं। इस दौरान एटीएम बंद होने से लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा। सोमवार को जहा 15 घटे में तकरीबन 35 करोड़ लोग प्रभावित हुए थे, वहीं मंगलवार के महा संकट ने आधे देश को अपनी चपेट में ले लिया।
यह पहला मौका है जब ग्रिड में बार-बार खराबी सामने आ रही है। इसी तरह पहली बार ऐसा हुआ है जब तीन ग्रिड एक साथ फेल हुए हैं मुख्य सचिव के अनुसार उन्हें सुबह ही सूचना मिल गई थी कि पूर्वी ग्रिड से 3000 मेगावाट अतिरिक्त बिजली खींची गई है। ऐसा करने वाले चारों राज्यों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। पावरग्रिड के सीएमडी आरएन नायक पहली बार पैदा हुए इस तरह के हालात से परेशान दिखाई दिए। उन्होंने भरोसा दिया कि आगे ऐसे हालात पैदा न हों, इसके पूरे प्रयास किए जाएंगे।
सुशील कुमार शिदे के लगभग छह साल के कार्यकाल में बिजली क्षेत्र बद से बदतर हो गया। इस दौरान न सिर्फ नई बिजली परियोजनाओं की रफ्तार सुस्त हो गई है, बल्कि चालू बिजली संयंत्रों और ट्रासमिशन प्रणालियों की हालत भी बिगड़ी है।
शिदे के कार्यकाल में 11वीं योजना में नई बिजली क्षमता का लक्ष्य बुरी तरह पिछड़ गया। मूल लक्ष्य 78 हजार मेगावाट का था, जिसे घटाकर 63 हजार मेगावाट किया गया। लेकिन अंतत: केवल 54,800 मेगावाट की नई क्षमता ही सृजित की जा सकी। इस दौरान महत्वाकाक्षी अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट भी बुरी तरह पिछड़ गए। चार में केवल एक मध्य प्रदेश स्थित शासन प्रोजेक्ट में काम हो सका। बाकी सभी किसी न किसी वजह से ठप पड़े हैं। राज्य बिजली बोर्डो की बदहाली बढ़ने से निजी कंपनिया बिजली क्षेत्र में उतरने से घबराने लगी हैं।
अब 12वीं पंचवर्षीय योजना में 85 हजार मेगावाट नई क्षमता के सृजन का प्रस्ताव है, लेकिन उसके पूरा होने की भी कोई सूरत नजर नहीं आती। खुद शिदे का कहना है कि 20 हजार मेगावाट की परियोजनाओं को कोयला और गैस मिलने के लाले पड़े हैं।बिहार को ५०० एमवी तक के लिए कोयला नहीं दिया जा रहा

ऊर्जा मंत्रालय का काम देश में बिजली क्षमता के लक्ष्य तय करना, इन्हें पूरा करने के लिए केंद्रीय बिजली उपक्रमों के अलावा राज्यों को निर्देशित करना तथा कोयला, पर्यावरण व वन, पेट्रोलियम व विदेश मंत्रालय जैसे ईधन उपलब्धता से संबंध रखने वाले मंत्रालयों व विभागों के साथ समन्वय बनाना है दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो रहा है \उदहारण के लिए
[१] बिहार को ५०० एम् वी क्षमता के प्लांट के लिए पी एम् द्वारा सेंक्शन करने के बावजूद कोयला नहीं दिया जा रहा
[२]हरियाणा में नए प्लांट के लिए भूमि के अधिग्रहण के लिए उपजाऊ जमीन चिन्हित कि गई है जिसके विरोध में अब किसानो के साथ सेना के रिटायर्ड जनरल वी की सिंह भी उतर आये हैं|
यहाँ कि व्यवस्था को आईना दिखाने के लिए दो उदहारण गौर करने लायक हैं
[१]कल आस्ट्रेलिया में भी बिजली गई थी मगर उसे थोड़े समय में ही ठीक कर लिया गया
[२]अमेरिका में जबकि बिजली नहीं गई मगर वहां के बेक अप सिस्टम को चेक अवश्य किया गया भारत में आये बिजली के महा संकट को देखते हुए बेक अप सिस्टम को चेक किया गया

यूं पी पंजाब बिहार बोले हमने नहीं ली ज्यादा बिजली

यूं पी बिहार और पंजाब ने केंद्र के आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहा है की इन राज्यों में कोटे से ज्यादा बिजली नहीं ली गई |गोरतलब हे की सुशील कुमार शिंदे और और उनके सी एम् डी नायक ने मौजूदा ग्रिडों के ट्रिप होने के लिए राज्यों द्वारा अधिक बिजली खीचने को कारण बताया था अब उस आरोप का जवाब देते हुए यूं पी बिहार और पंजाब ने इनकार कर दिया है|
२४ घंटे में दो बार नार्दन ग्रिड और अज नार्दन =इस्टर्न और नार्दन इस्टर्न ग्रिड भी फ़ैल हो गई जिसके फलस्वरूप २० राज्यों और २ यूं टी में बिजली गुल हुई है इसका ठीकरा राज्यों पर फोड़ा गया था मगर राज्यों ने तत्काल इसका खंडन कर दिया है