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Category: Environment

झल्ले विचार; प्रदूषण,हास्य व्यंग्य

(नई दिल्ली) सेंट्रल नितिन गडकरी ने जीएच2 शिखर सम्मेलन में स्वीकारा कि देश में वायु प्रदूषण में परिवहन क्षेत्र का योगदान 40% (योगदान का 90%=सड़क परिवहन मंत्री क्षेत्र (इनमें)

लम्हा) से आता है और देश के बजट में वृद्धि का एक हिस्सा इसी मंत्रालय के विकास पर खर्च हो रहा है
लेकिन इसके लिए उद्योग से हरित ईंधन विकल्प विकसित करने का आह्वान किया गया है
झल्ले विचार के एक यादगार दिन के रूप में साइकिल के नाम को भी देखें शायद कुछ लाभ प्राप्त करें

 

भ्रष्ट दलों” के नेता ”साजिश रच रहे” हैं;सीएम मान

भ्रष्ट दलों” के नेता ”साजिश रच रहे” हैं;सीएम मान

 (लुधियाना) भ्रष्ट दलों'' के नेता ''साजिश रच रहे'' हैं;सीएम मान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि ''भ्रष्ट दलों'' के नेता उनके खिलाफ ''साजिश रच रहे'' हैं क्योंकि उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ धर्मयुद्ध शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, "भ्रष्टाचार पंजाब और उसके लोगों का दुश्मन है।" उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य में भ्रष्ट तत्वों के खिलाफ
 जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। मान ने यहां पंजाब के सबसे बड़े सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के उद्घाटन के मौके पर एक सभा को
 संबोधित कर रहे थे

पंजाब के 7 जिलों के 16 रेत खनन स्थलों का लोकार्पण

(लुधियाना) पंजाब के 7 जिलों के 16 रेत खनन स्थलों का लोकार्पण पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 16 सार्वजनिक खनन स्थलों को राज्य के लोगों को
 समर्पित किया और कहा कि रेत 5.50 रुपये प्रति घन फुट की दर से उपलब्ध होगी।
Punjab Govt

पंजाब के 7 जिलों के 16 रेत खनन स्थलों का लोकार्पण

सात जिलों में फैले 16 सार्वजनिक रेत खनन स्थलों का
लोकार्पण करने के बाद यहां मीडिया से बातचीत करते
हुए मान ने कहा कि अब सार्वजनिक खनन स्थलों में
केवल हाथ से रेत की खुदाई की अनुमति दी जाएगी
और रेत की यांत्रिक खुदाई की अनुमति नहीं दी जाएगी।

लुधियाना शहर की सफ़ाई के लिए पंजाब सरकार 7.77 करोड़ रुपए ख़र्च करेगी

(चंडीगढ़) लुधियाना शहर की सफ़ाई के लिए पंजाब सरकार 7.77 करोड़ रुपए ख़र्च करेगी

स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर के अनुसार पंजाब सरकार ने लुधियाना शहर की सफ़ाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए साजो-सामान की सप्लाई पर लगभग 7.77 करोड़ रुपए ख़र्च करने का फ़ैसला किया है। स्थानीय निकाय विभाग की तरफ से 16 टन जीवीडब्लयू ट्रक चैसी पर जैटिंग-कम-सक्शन मशीनों के व्यापक संचालन और रख-रखाव के साथ-साथ निर्माण, सप्लाई और डिलीवरी पर लगभग 4.26 करोड़ रुपए ख़र्च किये जाएंगे। इसी तरह, व्यापक संचालन और रख-रखाव के साथ 9 टन जीवीडब्ल्यू ट्रक चैसी पर जैटिंग-कम-सक्शन मशीनों के निर्माण, सप्लाई और डिलीवरी पर लगभग 2.86 करोड़ रुपए ख़र्च करने का फ़ैसला किया गया है।

 

टीएमसी सरकार ने बंगाल में मादा क्रोकोडाइल को बचाया,चलो अब आंसूओं का ज्ञान मि जाएगा

झल्लीगल्लां
तृणमूल कांग्रेस का चेयरलीडर
TMC Cartoonओये झल्लेया!हमने कड़ी मेहनत से सुंदरबन से एक जिंदा मादा क्रोकोडाइल को बचा लिया ।पौनेदसफीटा यह जीव तूफान याश में बह कर भटक गया था
झल्ला
आपकी सीएम सुश्री ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी की मीटिंग से अनुपस्थित रहने पर जो आंसू बहाये थे अब उन आंसूओं और इस बेजान के आंसुओं मेंअंतर खोजने केवलिये रिसर्च हो पाएगी।।हमे भी कुछ ज्ञान मिल पायेगा।

Capt Govt Imposes Ban on Sand Mining at Night in Punjab

(Chd,Pb) Capt Govt Imposes Ban on Sand Mining at Night in Punjab
Punjab Chief Minister Amarinder Singh, who chaired a review meeting over the issue, directed police and the Enforcement Directorate (Mining) to take strict action against those found engaged in mining operations at night.
The CM, however, ordered that there should be no hindrance to smooth movement of sand and gravel during the night in view of the construction activity going on in the state.
The availability of the material at affordable prices should also be ensured, he said, directing the Principal Secretary (Mining) to coordinate with authorised contractors to bring down prices of sand and gravel.

धरती बचाओ वरना लैब ऑक्सीजन के लिए भी पॉलिटिक्स होती रहेगी;अर्थ डे

झल्लीगल्लां
पर्यावरणविद
ओए झल्लेया!आज धरती दिवस है।आओ सभी रल मिल पौधे रोम्पे+साक्षरता फैलाएं और अपनी स्वर्ग से सुंदर धरती को बचाने में योगदान दें
झल्ला
भापा जी !
धरती को बचाने के लिए पर्यावरण में स्वच्छता जरूरी है।इसके लिए गैसों के उत्सर्जन को रोकने के लिए दूसरों की तरफ तकते रहने के बजाय स्वयम पौधा लगाएं+प्लास्टिक को ना कहें+प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध दोहन के मोह को त्यागें क्योंकि धरती गोल है और ऑक्सीजन का साइंन (o) भी लगभग गोल ही है।वरना तो कोरोना जैसी महामारी में भी लैब में बनी ऑक्सीजन के लिए हमेशा पॉलिटिक्स होती रहेगी।

होली और शबेरात में घुस आई बुराईयों से निजात पाने को दुआ करें

झल्लीगल्लां
आमनागरिक

झल्ला

झल्ला

ओए झल्लेया!होली दियां लख लख वधाइयाँ!ओए आज एक साथ दो दो मुकद्दस ध्याड़े हैं!होली पर बुराईयों का अंत करने के लिए होलिका को जलाया जाता है तो गुनाह माफ करवाने के लिए अल्लाह की इबादत करते हुए शबे रात मनाने का चलन है।
झल्लाझल्ला खैर मुबारक जी!वाकई ये दोनों त्यौहार ईमानदारी से मनाए जाएं तो हसाडा भारत स्वर्ग बण जाए।दुर्भाग्य से होली पर रंग फैंकने में बदनीयत और आतिशबाजों के साथ स्टंट बाज समाज के दूसरे वर्गों में जो ख़ौफ़ पैदा करते है उससे त्यौहार के रंग फीके हो जाते हैं ।आओ इन बुराईयों से निजात पाने को दुआ करें

पोलिटिकल होलिकाएँ जनता रूपी प्रह्लाद को फूंक कर बच निकलने में माहिर

झल्लीगल्लां
उत्सवप्रेमी
Holiओए झल्लेया!फाल्गुनी शुक्लपक्ष में हर तरफ होली की मस्ती छाई है।मन हुआ मृदंग ,कामदेव ठोक रहा ताल
हर तरफ मस्ती छाई है।ओए होलिका दहन की तैयारी कर लो। प्रह्लाद को बचाने के लिए होलिका को फूंकना जरूरी है।सुना है इस त्यौहार से वातावरण में बैक्टेरिया को समाप्त हो जाते हैं।ओए कोरोनासुरों का भी नाश हो जाना है

होली

होली

झल्ला आजकल तो गूलर+दार+पलाश+खैर+पीपल+शमी+दूबकी लकड़ी छोड़ो कुश भी नही नसीब होता।ये सभी देसी घी और उपलों संग जल कर बैकटीरिया नष्ट करते हैं।अब तो जो मिला उसी से ही ओपचारिकता निभा ली जाती है।वैसे विष्णु जी झूठ ना बुलवाएं।आजकल की होलिकाएँ भी राजनीति सीख गई हैं इन्हें जनता रूपी प्रह्लाद को फूंक कर बच निकलने में महारथ हासिल है

सांसद राजेन्द्रअग्रवाल लोकसभा के प्रश्नकाल में प्रदूषित “कालिंदी” पर चूके

(नई दिल्ली) सांसद राजेन्द्रअग्रवाल लोकसभा में प्रश्नकाल में प्रदूषित कालिंदी पर निशाना लगाने से चुके
मेरठ से भजपा सांसद #राजेन्द्रअग्रवाल ने #लोकसभा मे कालिंदी नदी के शुद्धिकरण में हो रहे विलंभ पर सवाल उठाया लेकिन प्रश्नकाल के दौरान मूलप्रश्न यमुना नदी था सो जलशक्ति राज्य मंत्री रतन लाल कठेरिया ने इसका जवाब नही दिया।इस पर बागपत से भाजपा के ही सांसद डॉ सत्यपाल सिंह ने पुनः मंत्री को घेरते हुए बताया कि यमुना संग दूसरी नदियां भी यूपी से बहती हैं। और कालिंदी को गंगा की एक सहायक नदी बताते हुए बागपत में यमुना पर प्रस्तावित/लम्बित रिवर फ्रंट से जोड़ते हुए प्रश्न उठाया।इसके उत्तर में मंत्री ने बताया कि 2022 तक कालिंदी का प्रोजेक्ट पूर्ण हो जाएगा। मंत्री की इस नासमझी पर मंत्री के पीछे बैठे मेरठ के सांसद व्यंगात्मक रूप से हंसते दिखाई दिए।इस दृश्य से भाजपा में गुटबाजी के भी संकेत दृष्टिगोचर हुए।
मालूम हो कि कालिंदी मेरठ से बहती हुई गंगा में जाकर मिलती है
मेरठ से कालिंदी(काली) नदी होकर गुजरती है जो सहारनपुर से चलती है और आगे जा कर गंगा में मिल जाती है इसीलिए यह गंगा की सहायक नदी है और यह देश की सर्वाधिक प्रदूषित नदियों में से भी है जिसके किनारों पर बसे निकट ही मेरठ के ऐसे गावँ हैं जो विषाक्त हो गए हैं, पानी की दृष्टि से जिससे हेपेटाइटिस बी और कैंसर जैसेजानलेवा रोग हो रहे हैं। इसके पानी को शुद्ध करने के लिए मार्च 2018 में नमामि गंगे योजना मंजूर हुई थी, परंतु इसका कार्य इतने धीरे से चल रहा है की नदी अभी भी प्रदूषित है।
उत्तर प्रदेश में 12 नदियां प्रदूषित स्वीकारी जा चुकी है
Hindon, Kalinadi, Varuna, Yamuna, Gomti, Ganga, Ramganga, Betwa, Ghaghara, Rapti, Sai, Saryu