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Category: Politics

श्री राम को छोड़ दिया तो जेठमलानीज क्या चीज है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक भाजपाई चीयर लीडर

ओये झाल्लेया देखा हसाडी पार्टी का अनुशासन|हमने एक ही झटके में विद्रोही तेवर दिखाने वाले वरिष्ठ वकील और हमारी पार्टी के राज्यसभा में सदस्य राम जेठमलानी को पार्टी से निलंबित बोले तो सस्पेंड कर दिया है|अब ये यशवंत सिन्हा और शत्रुघन सिन्हा जैसे नेता अपने आप लाईन पर आ जायेंगे नहीं तो इन्हें ढोने से निजात मिल जायेगी|

श्री राम को छोड़ दिया तो जेठमलानीज क्या चीज है

झल्ला

|आपके अध्यक्ष ने महेश जेठमलानी को हरवा कर अपनी पार्टी लाईन को उजागर कर ही दिया है| अब जब आपजी की पार्टी ने श्री राम को ही छोड़ दिया तो जेठमलानी +शत्रुघन+यशवंत सिन्हा क्या चीज हैं

राम जेठमलानी की चुनौती के उत्तर में भाजपा ने उन्हें पार्टी से सस्पेंड करके दो और बागियों पर दबाब बनाया

भारतीय जनता पार्टी ने अपने सांसद और वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है।जेठमलानी पर कांग्रेस को फायदा पहुंचाने वाले ब्यान जारी करने के आरोप हैं| राम जेठमलानी ने पहले पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर लगे करप्शन के आरोपों के चलते उनसे इस्तीफा मांगा तो बाद में सीबीआई चीफ रंजीत सिन्हा की नियुक्ति को लेकर सुषमा स्वराज और अरुण जेटली के पीएम को लिखे पत्र को गलत ठहराया।

राम जेठमलानी की चुनौती के उत्तर में भाजपा ने उन्हें पार्टी से सस्पेंड करके दो और बागियों पर दबाब बनाया


आज सुबह ही राम जेठमलानी ने कहा था कि मैं पार्टी के लिए नहीं बोल सकता। मैं बहुत छोटा आदमी हूं। लेकिन मुझे लगता है कि मेरे साथ कई और लोग हैं पर वो बोल नहीं पा रहे हैं। अगर मेरे ऊपर कोई कार्रवाई करता है तो मैं उसके लिए तैयार हूं। लेकिन ऐसा कोई नहीं है जो मुझपर कार्रवाई कर सके। पार्टी ने जेठमलानी की इसी चुनौती को स्वीकार करते हुए शाम को उनपर कार्रवाई का ऐलान कर दिया।पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन के अनुसार जेठमलानी ने पार्टी के दोनों नेताओं ( श्रीमती सुषमा स्वराज और अरुण जेटली) का विरोध किया था और कांग्रेस को मदद पहुंचाई थी। पार्टी इसे अनुशासनहीनता की तरह देखती है। ये दोनों संसद के दोनों सदनों में एन डी ऐ का न्रेतत्व करते हैं||
श्री हुसैन ने कहा कि आज फिर प्रेस के माध्यम से जेठमलानी ने चुनौती दी कि उनपर कोई कार्रवाई नहीं हो सकती। पार्टी संविधान से चलती है। जेठमलानी ने अपने बयानों से पार्टी का अहित किया है। पार्टी अध्यक्ष ने बयान और चुनौती को सख्ती से संज्ञान लिया है और राम जेठमलानी को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है।
हुसैन ने कहा कि जेठमलानी का मामला आगे संसदीय बोर्ड को रेफर किया गया है। सोमवार की शाम 4.30 बजे बोर्ड की बैठक होगी और आगे की प्रक्रिया की जाएगी। बीजेपी के इस रुख से साफ है कि पार्टी राम जेठमलानी को और बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है और कल शाम को उन्हें पूरी तरह से पार्टी से बाहर किया जा सकता है।
राम जेठमलानी के सस्पेंशन से उनके सहयोगी शत्रुघन सिन्हा और यशवंत सिन्हा पर इनडायरेक्ट दबाब डालने का यह प्रयास माना जा रहा है|
उधर अरुण जेटली ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि सी बी आई में संस्थागत सुधार के लिए प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी गई थी. पार्टी चाह रही थी कि सिलेक्‍ट कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर डायरेक्‍टर की नियुक्ति हो. उन्‍होंने राम जेठमलानी की ओर इशारा करते हुए कहा कि कुछ लोगों ने उनकी भावनाओं को गलत समझ लिया.
दरअसल, सरकार ने सीबीआई निदेशक के तौर पर रंजीत सिन्हा की नियुक्ति की है. जेठमलानी ने अब सीबीआई डायरेक्टर की नियुक्ति का विरोध करने के पार्टी के फैसले पर सवाल उठाए हैं.
गौरतलब है कि राम जेठमलानी के मुताबिक, ‘सीबीआई डायरेक्‍टर के रूप में रंजीत सिन्‍हा की नियुक्ति कर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक अच्‍छा काम किया है.’ पहले तो जेठमलानी ने सीबीआई डायरेक्टर की नियुक्ति के मामले में प्रधानमंत्री की तारीफ की और फिर पार्टी का ही विरोध कर दिया.’

रैली निकालने की इजाज़त नहीं मिली तो केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी की सभा ही कर डाली

नई दिल्ली :दिल्ली पुलिस ने रैली निकालने की इजाजत नहीं दी तो अरविंद केजरीवाल ने अपनी नई आम आदमी पार्टी की पहली जनता सभा दिल्ली के राजघाट के समीप कर डाली |सभा में जिसमे केजरीवाल के समर्थकों ने गाना बजाना भी किया|

Arvind Kejriwal And Prasaaant Bhushan Of AAP


अरविंद केजरीवाल ने अपनी आम आदमी पार्टी के ऐलान के बाद आज रविवार को पहली बार सभा की| केजरीवाल ने ये सभा दिल्ली में राजघाट पर अपने साथियों के साथ की.
सभा में आम आदमी पार्टी के मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, संजय सिंह और कुमार विश्वास पहुंचे.|अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों और 2014 के लोकसभा चुनावों पर नजर लगाए केजरीवाल ने युवाओं से अनुरोध किया है कि देश की राजनीतिक व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव के लिए पूरी तरह उनके साथ जुड़ें|
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल रविवार को दिल्ली में रैली निकालना चाहते थे, लेकिन मुहर्रम की वजह से उन्हें इसकी इजाजत नहीं मिली, जिसके बाद उन्होंने सभा करने का फैसला किया. केजरीवाल ने कहा कि वह अगले एक साल तक कांग्रेस और भाजपा के बारे में सच बताते हुए देशभर का दौरा कर लोगों को समझाएंगे कि उन्हें उनकी पार्टी का समर्थन क्यों करना चाहिए|राजघाट के पास अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कांग्रेस और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वे केवल वोट पाने के लिए जनता का इस्तेमाल करते हैं और उनके बारे में कभी नहीं सोचते।उन्होंने कहा,‘कुछ लोगों ने भारत को खूब लूटा है। अब लोगों ने आगे आने का और उन्हें संसद से बाहर करने का फैसला किया है। इसलिए मैं सभी युवाओं से कल जंतर मंतर आने का आह्वान करता हूं और उन्हें पार्टी के संस्थापक सदस्य का दर्जा दिया जाएगा।’ आम आदमी पार्टी के अन्य संगठनों से अलग होने का दावा करते हुए केजरीवाल ने कहा कि कल जारी हो रही संगठन की वेबसाइट पर सभी चंदों और खर्च का ब्योरा डाला जाएगा। उन्होंने कहा,‘हमने पार्टी सदस्यों के लिए दिशानिर्देश तय किए हैं। मैं केवल उन लोगों को जोड़ना चाहता हूं जो पूर्णकालिक काम कर सकें और कोई भी चुनावों के दौरान वोटों के लिहाज से धन लेने की गतिविधि में शामिल नहीं हों।
उधर कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने अरविन्द केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस के पुराने नारे को एडोप्ट करके केजरीवाल ने अपने सामर्थ्य और विवेक के दिवालिये पण का प्रदर्शन किया है|

म्रदुभाषी+चिन्तक+लेखक एवं पूर्व प्रधान मंत्री इंद्र कुमार गुजराल की स्वास्थ्य स्थिति चिंतनीय

देश के बारहवें प्रधानमंत्री रहे म्रदुभाषी+चिन्तक+लेखक श्री इंद्र कुमार गुजराल की स्वास्थ्य स्थिति चिंतनीय बताई जा रही है श्री गुजराल को मेडिसिटी मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है| छाती में संक्रमण के कारण उनकी स्थिति ‘गंभीर’ बतायी जा रही है|जमोस न्यूज डाट काम परिवार उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता है|
92 वर्षीय श्री गुजराल कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे हैं और तबीयत बिगड़ने पर शनिवार को उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया. वह करीब एक वर्ष से डायलीसिस पर हैं और पिछले चार दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं जहां शनिवार से उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है|

पूर्व प्रधान मंत्री इंद्र कुमार गुजराल


अस्पताल सूत्रों के अनुसार 92 साल के इंद्रकुमार गुजराल की हालत गंभीर है.|
4 दिसंबर 1919 को पाकिस्तान के झेलम में पैदा हुये और आजादी के बाद विस्थापित हुए और पुरुषार्थी के रूप में पी एम् बनने वाले इंद्रकुमार गुजराल को लेकर चिकित्सकों का कहना है कि उनकी हालत अभी भी स्थिर है और सुधार नजर नहीं आ रहा है.12 वें प्रधानमंत्री रहे श्री गुजराल के बेटे एवं सांसद नरेश गुजराल ने बताया कि उनकी हालत ठीक नहीं है और वह गंभीर हैं।
शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री को देखने के लिए प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह भी आने वाले थे, लेकिन बाद में प्रधानमंत्री का दौरा रद्द हो गया
21 अप्रैल 1997 से 18 मार्च 1998 तक भारत के प्रधानमंत्री का पद संभालने वाले इंद्रकुमार गुजराल की पहचान एक ऐसे प्रधानमंत्री के तौर पर रही है, जिसने लेखन और रचनात्मकता को भी पर्याप्त स्थान दिया.|
कई वर्षों से सक्रिय राजनीति से दूर रहने वाले इंद्र कुमार गुजराल की उपस्थिति अरसे बाद अन्ना हजारे के आंदोलन में पिछले साल दर्ज की गई थी.

धर्मेन्द्र यादव और अक्षय यादव हैं तो प्रतीक यादव को भी लोक सभा का टिकट दो

लगता है कि किसी भी छेत्र के विकास के लिए वहां से सत्तारुद दल के परिवार के एक प्रतिनिधि का होना आवश्यक हो गया है| इसीलिए आजम गढ़ के विकास के लिए मुलायम सिंह यादव के पुत्र प्रतीक यादव को लोक सभा के चुनावों उतारने की मांग जोर पकड़ने लगी है| कांग्रेस के वंशवाद के विरुद्ध नारे लगा कर सत्ता तक पहुंचे समाजवादी मुलायम सिंह यादव पर अब स्वयम परिवार को आगे लाने के लिए दबाब बनने लगा है| आज शनिवार को आजम गढ़ से मुलायम सिंह के पुत्र प्रतीक यादव को चुनाव लड़वाने के लिए नारे बाज़ी हुई| ‘हमारा सांसद कैसा हो, प्रतीक यादव जैसा हो’ यह नारा शनिवार को सूबे के सपा प्रदेश मुख्यालय में घंटों गूंजा। आजमगढ़ जिले के दो दर्जन से अधिक ग्राम प्रधानों के साथ आए समर्थकों ने मुलायम सिंह के दूसरे पुत्र प्रतीक यादव को टिकट देने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की। यहाँ से बलराम यादव को लोकसभा का उम्मीदवार बनाया जा चुका है। बलराम यादव फिलहाल प्रदेश सरकार में मंत्री हैं|

धर्मेन्द्र यादव और अक्षय यादव हैं तो प्रतीक यादव को भी लोक सभा का टिकट दो


प्रधान जगदीश यादव व रामसकल की अगुवाई में प्रदर्शन करने पहुंचे आजमगढ़ के लोग केवल टिकट का ही ही दबाव नहीं बना रहे थे बल्कि विधायकों की उदासीनता से नाराज भी थे। उनका कहना था कि आजमगढ़ का कमिश्नरी घोषित करने के बीस वर्ष बाद भी क्षेत्र का विकास पूरी तरह ठप्प है। पार्टी के विधायक भी क्षेत्रवासियों की सुध नहीं लेते है।
मुलायम सिंह के परिवार से किसी प्रभावशाली व्यक्ति को प्रत्याशी बना दिया जाए तो क्षेत्र का विकास तेजी से होगा। ऐसे में प्रतीक से उपयुक्त अन्य कोई उम्मीदवार नहीं हो सकता। प्रधान भगवान गुप्ता व शिवदास का कहना था कि उन्हें किसी ने उकसा कर नहीं भेजा।
प्रत्याशियों की पहली सूची आने से पहले भी आजमगढ़ से लोगों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ज्ञापन सौंपा था। उन्होंने प्रतीक को प्रत्याशी घोषित करने तक आंदोलन जारी रखने की बात कहीं। ग्राम प्रधान राम सिंगार कहना था कि जब रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव को फिरोजाबाद सीट से उतारकर राजनीति में एंट्री कर दी गई तो प्रतीक यादव को क्योंनहीं?

आपसी कलह तो नहीं

आजमगढ़ से प्रतीक यादव को प्रत्याशी बनाने की मांग के पीछे पंचायती राज मंत्री बलराम यादव का विरोधी खेमा होने की आशंका जतायी जा रही है। उल्लेखनीय है उम्मीदवारों की पहली सूची में बलराम यादव को आजमगढ़ से लोकसभा प्रत्याशी घोषित किया जा चुका है।

वंशवाद

2014 के लोकसभा के लिए चुनावों में मुलायम के घर से कम से कम चार उम्मीदवार मैदान में होंगे। सपा प्रमुख खुद मैनपुरी से मैदान में होंगे तो
कन्नौज में बहू डिंपल दांव पर होगी। फिरोजाबाद की सीट निकालने का जिम्मा होगा रामगोपाल के बेटे अक्षय यादव पर तो भतीजे धर्मेंद्र बदायूं से पार्टी के उम्मीदवार होंगे।
परिवार में समाजवाद की ये फेहरिस्त और लंबी भी हो सकती है क्योंकि 80 में से 25 सीटों पर अभी भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान होना बाकी है। वैसे इन चार से आगे रामगोपाल यादव पहले से ही राज्यसभा से सांसद हैं जबकि अखिलेश तो प्रदेश के सीएम ही हैं।

केजरीवाल टीम ने नई “आम आदमी पार्टी” बनाई , स्थापित पार्टियों ने मज़ाक उड़ाया

मैं हूं आम आदमी-मैं लूंगा स्वराज, मैं हूं आम आदमी-मैं लूंगा पूर्ण आजादी। मैं हूं आम औरत-मैं दूर करूंगी महंगाई आदि नारों के साथ अरविन्द केजरीवाल ने अपनी राजनीतिक पार्टी की घोषणा कर दी है| पार्टी का नाम ऍम आदमी पार्टी रखा गया है | स्थापित राजनीतिक दलों ने इसका मजाक उड़ाया है| जबकि इंडिया अगेंस्ट करप्शन की किरण बेदी ने कहा कि चुनावों में एक विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी के नाम को सुझाया जा सकता है|अब आई ऐ सी के नाम पर अन्ना टीम का अधिकार होगा|
कांस्टीट्यूशन क्लब में हुई नेशनल काउंसिल की बैठक में पार्टी का संवैधानिक ढांचा तय हो गया है।इसका ढांचा राजधानी दिल्ली से लेकर गांवों तक फैला होगा। पार्टी में आंतरिक लोकपाल भी होगा और एक परिवार का एक ही सदस्य पदाधिकारी होगा। 26 नवंबर को जंतर-मंतर पर पार्टी की पहली रैली होगी। सोमवार को जंतर मंतर पर आने वाले को इस पार्टी का संस्थापक सदस्य माना जाएगा.
अरविंद केजरीवाल ने जोर देकर कहा, “न्याय हमें अधिकार के तौर पर मिलना चाहिए. यदि पैसा हो और अच्छा वकील मिल जाए या फिर कोई वकील दया कर ले तो आपको आज न्याय मिल सकता है…ये बदलना होगा. लोगों को सरकार के कामकाज और कानून बनाने की प्रक्रिया में और अधिकार होने चाहिए. इस पार्टी का लक्ष्य है कि एक परिवार से एक सदस्य कार्यकारिणी या फिर चुनाव में भाग ले सकता है.
पार्टी नेता संजय सिंह ने कहा कि यहां जो लोग आए हैं वो आम आदमी हैं। जो इस देश की पीड़ा को समझ भी रहे हैं और उसके निवारण के लिए काम भी कर रहे हैं। सालों से भुगत रहे हैं भ्रष्टाचार को। ये लोग परिवर्तन कर सकते हैं। हम इस लड़ाई को अंतिम परिणाम तक लेकर जाएंगे। स्वराज के सपने को पूरा करने तक ये लड़ाई जाएगी।आम आदमी पार्टी ने अपना ढांचा राजधानी से गांव तक फैलाया है। दिल्ली में एक सेंट्रल कमेटी होगी जिसमें राष्ट्रीय परिषद और राष्ट्रीय कार्यकारिणी होगी। इसका एक राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर भी होगा। इसी तरह राज्यों में स्टेट कमेटी की परिषद और कार्यकारिणी होगी और उसका भी स्टेट कोऑर्डिनेटर होगा। ये ढांचा जस का तस जिले और गांव तक जाएगा। जिला परिषद का खाका हर ब्लॉक कमेटी से चुन कर आए दो-दो कोऑर्डिनेटरों से तैयार होगा। इसी तरह ब्लॉक परिषद भी ग्राम कमेटी से आए दो-दो कोऑर्डिनेटर की मदद से तैयार होगी। एक सवाल ये कि परिषद और कार्यकारिणी में क्या फर्क होगा, तो परिषद में हर आम और खास सदस्य होगा, लेकिन कार्यकारिणी में कुछ चुने हुए लोग होंगे जो अहम फैसले लेंगे। विजन डोक्युमेंट जरी किया गया जिसमे प्रेसीडेंट और जनरल सेक्रेटरी के पद से परहेज किया गया है|

केजरीवाल टीम की नई “आम आदमी पार्टी” का स्थापित पार्टियों ने मज़ाक उड़ाया

राजनीतिक पार्टियों के परिवारवाद

पर हल्ला बोलती रही टीम केजरीवाल ने खुद को परिवारवाद से पूरी तरह दूर रखने का फैसला किया है। एक परिवार-एक पदाधिकारी के फॉर्मूले पर अमल करते हुए तय किया गया है कि एक परिवार के दो सदस्य पार्टी के पदाधिकारी नहीं होंगे। एक परिवार के दो लोग अलग-अलग कमेटियों में भी नहीं हो सकते। मसलन सेंट्रल कमेटी में प्रशांत भूषण-शांति भूषण साथ नहीं होंगे। सेंट्रल कमेटी में केवल प्रशांत भूषण ही रहेंगे।जनलोकपाल की मांग से अपने आंदोलन की शुरुआत करने वाली टीम केजरीवाल की पार्टी में आंतरिक लोकपाल भी होगा। ये लोकपाल पार्टी के किसी भी सदस्य के खिलाफ शिकायत की जांच कर सकता है। इस लोकपाल से आम आदमी भी कर सकता है पार्टी के सदस्य की शिकायत। आरोप सही होने पर उस सदस्य को पार्टी से निकालने का भी अधिकार लोकपाल को होगा। 1949 में इसी दिन संविधान सभा ने भारत का संविधान स्वीकार किया था। अरविंद इस तरह से अपनी पार्टी को स्वतंत्रता आंदोलन के दौर के अधूरे संकल्पों को पूरा करने वाली पार्टी बताना चाहते हैं। ये एक बड़ा दावा है जिस पर अरविंद और उनकी पार्टी कितनी खरी उतरती है, इस पर इतिहास की भी नजर होगी।

कांग्रेस के प्रवक्ता और मंत्री मनीष तिवारी

मनीष तिवारी ने कहा है कि देश में १४५३ राजनितिक पार्टियाँ पंजीकृत है ऐसे में एक और पार्टी के आ जाने से कोई प्रभाव नहीं पडेगा हाँ[मुस्कुराते हुए] लोक तंत्र जरूर मज़बूत होगा

|जगदम्बिका पाल

ने कहा है कि आम आदमी का नारा कांग्रेस का है और उसी के आधार पर यह नई पार्टी बनाई गई है

भाजपा के बलबीर पुंज

यह नॉन इवेंट है इसका कोई प्रभाव नहीं पडेगा|

सी बी आई प्रमुख की नियुक्ति पर अब बवाल

प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा ने अब नए सीबीआइ प्रमुख की नियुक्ति पर सवाल उठा दिए हैं| १९७४ बेच के बिहार केडर के आइपीएस अधिकारी रंजीत सिन्हा को नया सीबीआइ प्रमुख बनाये जाने पर भाजपा ने कडा एतराज जताया है| भाजपा का कहना है कि लोकपाल से संबंधित सेलेक्ट कमेटी ने सीबीआइ निदेशक की नियुक्ति कोलेजियम विधि से करने की सिफारिश की है।इसीलिए सी बी आई प्रमुख की नियुक्ति भी उसी प्रस्तावित कोलेजियम विधि से की जानी चाहिए|श्री सिन्हा इस समय इंडो तिब्बतन बॉर्डर फोर्स के महानिदेशक हैं।

सी बी आई प्रमुख की नियुक्ति पर अब बवाल


श्री सिन्हा ३० नवम्बर को सेवानिवृत होने जा रहे अमर प्रताप सिंह से पदभार ग्रहण करेंगे।
भाजपा नेता सुषमा स्वराज और अरुण जेटली ने इस सिलसिले में प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सिन्हा की नियुक्ति रद करने की मांग की । लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और राज्यसभा में नेता विपक्ष अरुण जेटली ने लिखा है कि सिन्हा की नियुक्ति को रोका जाए। गौरतलब है कि आज हंगामे के बीच ही सलेक्ट कमेटी की रिपोर्ट राज्य सभा में पेश की गई है|

कांग्रेस ने कैग के किले में रिटायर्ड आडिटर से सेंध लगवाई


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक भाजपाई

ओये झल्लेया ये लोक तंत्र का क्या मखौल उड़ाया जा रहा है|संसद के शीत कालीन सत्र में भाजपा पर दबाब बनाने के लिए कांग्रेस ने अपनी कैग पर ही कीचड उछालना शुरू कर दिया है| सीएजी में अंकेक्षण विभाग के पूर्व महानिदेशक आर. पी. सिंह को उनके रिटायर्मेंट के एक साल बाद सामने ला कर लोक तंत्र के इस संवैधानिक विभाग कैग को कटघरे में लाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है| ओये अब ये आर पी सिंह बिना किसी के पूछे ही बता रहे हैं कि २ जी में घाटा बड़ा चडा कर बताया गया है| ओये हसाडी पार्टी के नेता व संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी ने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) के इस पूर्व अधिकारी आर. पी. सिंह के दावे को खारिज कर दिया है और कह दिया है कि सरकार अपनी गलतियों को छिपाने के लिए सीएजी को निशाना बना रही है|.अब नीलामी में कम कीमत लगवा कर इस रिटायर्ड आडिटर को सामने ला कर सारे चौड़े हुए जा रहे हैं|यहाँ तक कि श्रीमती सोनिया गांधी भी कैग के खिलाफ बोलने लग गई है|

कांग्रेस ने कैग के किले में रिटायर्ड आडिटर से सेंध लगवाई

झल्ला .

ओ भोले सेठ जी ये नुक्सान की सारी केलकुलेशन अनुमानों पर आधारित है|चिता जल चुकी है उसकी बुझी राख में से चिंगारी तलाशी जा रही है| हमारे यहाँ एक पुरानी कहावत है कि मन विच दूने मन विच तीने मन विच ही रह गए अद्धे |अकलमंद वोही कहलाया जिसने बेच के पल्ले से बांधे और खा पी के जेल जाके डकार कड़ड़े|

संसद का दूसरा दिन भी ऍफ़ ड़ी आई की गर्मी की भेंट चड़ा

भारतीय जनता पार्टी + मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और तृणमूल कांग्रेस ने आज शुक्रवार को भी लगातार एफडीआई के मुद्दे पर लोकसभा व राज्यसभा में हंगामाकिया।सदन में शोर शराबे और नारेबाजी के कारण एक बार के स्थगन के बाद अंतत: कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है|[शनिवार और रविवार को अवकाश] आज प्रश्नकाल भी नहीं हो सका।

संसद का दूसरा दिन भी ऍफ़ ड़ी आई की गर्मी की भेंट चड़ा


अध्यक्षा मीरा कुमार ने सुबह ग्यारह बजे जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने की घोषणा की, तृणमूल कांग्रेस, मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी तथा वामपंथी दलों के सदस्यों ने एफडीआई के मुद्दे पर जबर्दस्त नारेबाजी शुरू कर दी, जिसके कारण अध्यक्षा ने सदन की कार्यवाही बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी। भाजपा नियम १८४ और राज्यसभा में नियम १६८ के अंतर्गत चर्चा करवाने के मांग करती रही जबकि सरकार नियम १९३ के अंतर्गत ही चर्चा करवाने पर अड़ी रही |नियम १९३ के अंतर्गत मतदान नहीं होता |
कार्यवाही पुनः शुरू होने पर वही नजारा दिखाई दिया जिसके कारण सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे के बीच पीठासीन अधिकारी फ्रांसिस्को सरदीन्हा ने जरूरी कागजात सदन के पटल पर रखवाए। दूसरी तरफ लोकपाल पर सेलेक्ट कमेटी की रिपोर्ट भारी हंगामे के बीच राज्यसभा में पेश कर दी गई है।

तृणमूल कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव मंज़ूर नहीं हुआ

लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस [टी एम् सी]का अविश्वास प्रस्ताव मंज़ूर नहीं हुआ|खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश [ एफडीआई] मुद्दे पर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का प्रयास विफल हो गया|टी एम् सी के इस अविश्वास प्रस्ताव को बी जे दी ने समर्थन तो दिया मगर प्रस्ताव के लिए आवश्यक ५० सदस्यों की शर्त अधूरी ही रह गई| टी एम् सी के पास केवल १९ सांसद ही हैं|इसके फलस्वरूप लोक सभा अध्यक्षा मीरा कुमार ने आवश्यक 50 सदस्य संख्या नहीं जुटा पाने के कारण प्रस्ताव पेश करने की अनुमति नहीं दी।इसके पश्चात टी ए

तृणमूल कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव मंज़ूर नहीं हुआ

म् सी सुप्रीमो ममता बेनर्जी ने इसकी भडास सरकार के समर्थक दलों पर उतारी