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Category: Politics

पी एम् भी तू तू में में में फंसे कहा सरकार किसी के इशारे पर काम नहीं करती

प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह ने कहा था कि उन्हें तू तू में में की राजनीती नहीं आती मगर अब लगता है कि उन्होंने यह कला +आर्ट+हुनर+गुर सीख लिया है तभी उन्होंने अपने ऊपर लगाये गए आरोपों का तत्काल जवाब दे दिया है| अभी हाल ही में भाजपा द्वारा प्रधान मंत्री पर १० जन पथ के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया गया था और २०१३ में चुनाव होने की भविष्य वाणी की जा रही है|इस तू तू का जवाब देते हुए प्रधान मंत्री ने कहा के अभी चुनाव नहीं होने जा रहे हैं और साफ कहा कि सरकार किसी के इशारे पर काम नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि आर्थिक सुधारों पर सरकार सहयोगियों से बात करेगी। उन्होंने ये भी कहा कि जो देश के हित में होगा वही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी से सरकार को कोई दिक्कत नहीं है।
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के नेता और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार किया और आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ‘विदेशियों’ के फायदे के लिए काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री पर ताना मारते हुए मोदी ने उनकी तुलना एक हिंदी फिल्म के चरित्र ‘सिंघम’ से की थी और सवाल किया था कि वह ‘बोल्ड’ (कड़ा फैसला लेने वाले) क्यों बने केवल विदेशियों को फायदा पहुंचाने के लिए?
उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री जी, देश जानना चाहता है कि आठ साल में आप दो ही बार सिंघम क्यों बने? एक बार अमेरिका के साथ परमाणु समझौत करने के लिए और दूसरी बार विदेशियों के लिए एफडीआई लाने के मुद्दे पर।मोदी ने सवाल किया था कि ये दोनों उदाहरण विदेशियों को फायदा पहुंचाने वाले हैं। आप भारत के लिए कभी सिंघम क्यों नहीं बने? उन्होंने यह भी कहा था कि ये दोनों मौके तब चुने गए जब अमेरिका में चुनाव के दिन करीब आए। इसमें कोई राज जरूर है। संभवत इसी का जवाब देते हुए पी एम् यह उत्तर दिया है|

पी एम् भी तू तू में में में फंसे कहा सरकार किसी के इशारे पर काम नहीं करती

अदभुत अरविन्द करिश्माई केजरीवाल की पोलिटिकल पार्टी का क्या होगा?


झल्ले दी झल्लियाँ गल्ला

एक सोश्लाईट

ओये झल्लेया ये अन्ना हजारे को कौन से कीड़े ने काट लिया है?पहले अपनी ही संस्था इंडिया अगेंस्ट करप्शन की ऐसे की तैसी कर दी+फिर बाबा राम देव से गुप्त पींगें बढाने लग गए और अब हसाड़े बोल्ड अरविन्द केजरीवाल के पीछे ही पड़ गए हैं|अन्ना ने अब वोटरों को चेतावनी दी है कि इलेक्शन में अन्ना की फोटो और नाम के आधार पर वोटें माँगी जा सकती है| अन्ना के इस ब्लॉग का उत्तर तक देने से अरविन्द ने मना कर दिया है| हुन हसाड़े अदभुत अरविन्द करिश्माई केजरीवाल की पोलिटिकल पार्टी का क्या होगा?

झल्ला

श्रीमान जी आप जी कि बातों से तो लगता है कि आप जी के अन्ना बाबु राव हजारे ने अपने नाम और फोटो के इस्तेमाल के कापी राईट [सर्वाधिकार]अरविन्द से वापिस लेकर किसी और के नाम कर दिए हैं|अब तो आप जी के अदभुत जी को अपने ही करिश्मे से चुनावी समर में उतरना होगा|

अन्ना बाबु राव हजारे ने अपने नाम और फोटो के इस्तेमाल के कापी राईट [सर्वाधिकार]अरविन्द से वापिस लेकर किसी और के नाम कर दिए हैं|

भाजपा को विश्वसनीय और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए एक जुट हो जाना चाहिए:एल के आडवाणी

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने आज शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार 2014 तक नहीं चल पाएगी। उन्होंने कहा कि मध्यावधि चुनाव होना तय है। लोकसभा चुनाव भाजपा के लिए अच्छा अवसर है| कार्यकर्ताओं को पार्टी की छवि को

विश्वसनीय’ और ‘भ्रष्टाचार मुक्त’ बनाने के लिए एक जुट हो जाना चाहिए|


सूरज कुंड में आयोजित राष्ट्रीय परिषद् की तीन दिवसीय सम्मलेन के समापन भाषण में लाल कृष्ण आडवाणी ने कहा कि सरकार में भ्रष्टाचार के बढ़ते मामलों के बावजूद 10-15 दिन पहले उनकी सोच अलग थी लेकिन अब सरकार बीमार हो चुकी है। यह अब वेंटिलेटर /आईसीयू (सघन चिकित्सा कक्ष) में है।
आडवाणी ने कहा, कि कांग्रेस के सहयोगियों को भी अब लगने लगा है कि यदि सरकार गिर जाती है तो यह अच्छा ही होगा। पूर्व उप प्रधानमंत्री ने कहा, ”मुझे बहुत हद तक लगता है कि इस सरकार कि जीवन रक्षक प्रणाली २०१४ से पहले ही अलग हो जाए और वेंटिलेटर न रहे उन्होंने भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी से कहा कि पार्टी को अगले लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देना शुरू कर देना चाहिए। वरिष्ठ भाजपा नेता ने यूं पी ऐ की सरकार पर जम कर प्रहार करते हुए कहा, ”मैंने वर्ष 1947 में देश के आजाद होने के बाद से अब तक सभी सरकारों को करीब से देखा है, पहले एक पत्रकार के रूप में, फिर एक पार्टी कार्यकर्ता और बाद में एक सांसद के रूप में। लेकिन इस तरह की सरकार कभी नहीं देखी।”
उन्होंने सरकार के पतन के कारण गिनाते हुए कहा, [१]मौजूदा सरकार का नेतृत्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया के साथ है। [२]प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने अधिकार सोनिया को स्थानांतरित कर दिए हैं।” श्री आडवाणी ने कहा, ”वर्ष 2009 में मैंने मनमोहन सिंह को कमजोर प्रधानमंत्री बताया था। तब कुछ लोगों ने मेरे बयान को अनुचित बताया था, लेकिन आज मेरी बात सही साबित हुई। मैंने जो कुछ भी कहा था, लोग आज उस पर सहमति जता रहे हैं।”
आडवाणी ने एन डी ऐ को एन डी ऐ+ बनाने के लिए अगले लोकसभा चुनाव को पार्टी के लिए बड़ा अवसर करार देते हुए कार्यकर्ताओं से कहा कि वे पार्टी की ‘विश्वसनीय’ और ‘भ्रष्टाचार मुक्त’ छवि बनाएं। कांग्रेस का ‘विश्वसनीय विकल्प’ बनने के लिए प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि एन डी ऐ के घटक और अल्प संख्यकों के विशवास को जीतना होगा|

‘यदि मौजूदा परिस्थिति में भी कांग्रेस बच निकलती है तो इससे यही साबित होगा कि सभी राजनीतिक पार्टियां समान व भ्रष्ट हैं।”
”हमारा लक्ष्य साफ होना चाहिए। यदि भाजपा सत्ता में आती है तो भ्रष्टाचार नहीं होगा। हमें इस तरह की विश्वसनीयता पैदा करनी चाहिए।”
आडवाणी ने कहा, ”हमें लोगों को विश्वसनीय ढंग से बताना चाहिए कि जिस परिवर्तन की वे तलाश कर रहे हैं, वह सिर्फ सरकार बदलने से नहीं हो सकता, बल्कि ऐसी सरकार से होगा, जो देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हो।”

बैठक में पार्टी नेता मुरली मनोहर जोशी ने कहा, देश दोराहे पर है। कांग्रेस के नेतृत्व वाले संप्रग ने सत्ता में बने रहने का अधिकार खो दिया है। वहीं गडकरी ने कहा,कि यह देश की राजनीति को नई दिशा देने का वक्त है।

अब तक अध्यक्ष केवल तीन वर्षो के कार्यकाल के लिए अपने पद पर रह सकता था। भाजपा के संविधान की धारा 21 के अनुसार, कोई भी योग्य व्यक्ति लगातार दो कार्यकाल के लिए अध्यक्ष के पद पर हो सकता है और प्रत्येक कार्यकाल तीन-तीन वर्षो का होगा। इस प्रस्ताव से दिसंबर में कार्यकाल पूरा करने जा रहे नितिन गडकरी के दुबारा अध्यक्ष बनाने का रास्ता साफ हो गया है|

भाजपा विधायक पर करीब दस राउंड फायरिंग

उत्तर प्रदेश के सरधना क्षेत्र में भाजपा विधायक संगीत सोम पर शुक्रवार की सुबह बाइक सवार दो व्यक्तियों ने दस राउंड गोली चलायी. | इस घटना में सोम बाल-बाल बच गए.
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह फायरिंग उस समय की गई जब सोम सरधना स्थित अपने आवास के बाहर पैदल टहल रहे थे|
इस दौरान एक बाइक पर दो व्यक्ति वहां पहुंचे जिन्होंने सोम को निशाना बनाते हुए उन पर करीब 10 राउंड फायरिंग की | विधायक ने किसी तरह फायरिंग से बचते हुए भाग कर अपनी जान बचाई.
इस घटना से भाजपा नेताओं में गहरा आक्रोश है.| विधायक ने इस मामले में बाइक सवार दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है |
भाजपा ने कहा कि पुलिस यदि जल्दी ही भाजपा विधायक के हमलावरों को गिरफ्तार नही करती तो भाजपा कडा कदम उठाने को मजबूर होगी.
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उत्तर प्रदेश के सरधना क्षेत्र में भाजपा विधायक संगीत सोम पर शुक्रवार की सुबह बाइक सवार दो व्यक्तियों ने दस राउंड गोली चलायी. |

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार भी कैग के शिकार हुए: इस्तीफा दिया

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने आज मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है महज ३ महीने में २५ हजार करोड़ की ३२ सिंचाई बांध परियोजनाओं को दी गई मंजूरी पर कैग की नज़र थी इन परियोजनाओं को आनन् फानन में मंजूरी देने की खबर सामने आने के बाद सीएजी ने मामले में ऑडिट करना शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के सिंचाई विभाग का जिम्मा कई सालों तक अजीत पवार के पास रहा। सिंचाई विंभाग के काम करने के तरीके पर पहले ही नाराजगी जताई जाती रही है|। यहां तक कि मुख्य मंत्री पृथ्वी राज चव्हाण ने सिंचाई विभाग पर श्वेतपत्र लाने की बात भी कही है। महाराष्ट्र का सिंचाई मंत्रालय लंबे समय से सीएजी की नजर में था। इस मामले में सीएजी की टीम कल दिन भर मंत्रालय में थी। महाराष्ट्र के विदर्भ इलाके में प्रस्तावित २५ हजार ८३४ करोड़ की बांध परियोजनाओं की ३२ फाइलें महज ३ महीने में पास कर दी गई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और देश के कृषि मंत्री शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने वर्ष २००९ में जून से अगस्त के बीच ये तेजी दिखाई थी। अजित पवार तब महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री थे। सवाल उठा कि आमतौर पर सुस्ती के लिए पहचानी जाने वाली सरकारी मशीनरी ने ये स्पीड कैसे पकड़ी ?इस प्रश्न ने अब घोटाले की शक्ल अख्तियार कर ली है|
बॉम्बे हाईकोर्ट के नागपुर पीठ में इस बाबत याचिका दाखिल हो चुकी है। बताया जा रहा है की विदर्भ सिंचाई विकास महामंडल से मंजूरी के स्थान पर मंत्री ने मंजूरी दे दी | परियोजनाओं के लिए जो ठेके दिए गए, उस पर सिंचाई विभाग के सचिव के भी हस्ताक्षर नहीं पाए गए हैं। विपक्ष के अलावा सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता विजय पांढरे ने भी इस मामले में भ्रष्टाचार के तमाम आरोप लगाए हैं। जाहिर है, अजित पवार की मुसीबत बढ़ गई है। ऐसे में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार खुद भतीजे अजीत पवार का बचाव करने सामने आ गए। शरद पवार ने कहा है कि परियोजनाओं को मंजूरी विधानपरिषद में विपक्ष के तत्कालीन नेता नितिन गडकरी की मांग पर दी गई।
अजित पवार ने अपने बचाव में कहा कि ये सभी आरोप सरासर गलत हैं। मेरे कार्य करने का स्टायल यही है कि मैं जल्द से जल्द काम निपटाता हूं लेकिन इसमें भी घोटाला देखा जा रहा है|
अजित पवार ने जाँच की मांग करते हुए कहा कि इस पूरे मामले की जांच हो और मेरे खिलाफ भी जांच हो। पवार ने कहा कि मैंने सीएम को इस्तीफा भेज दिया है। सीएम से अनुरोध है कि वे इस्तीफे को स्वीकार करें।
जहां तक सिंचाई विभाग के कामकाज पर श्वेत पत्र लाने की बात है तो मैं इसका स्वागत करता हूं।

आर्थिक नीतिओं को कांग्रेस ने वरदहस्त प्रदान किया

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक


:कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने आज मंगलवार को केंद्र सरकार आर्थिक नीतिओं का समर्थन करते हुए कहा कि डगमगाती अर्थव्ययवस्था को पटरी पर लाने और रुपये के गिरते मूल्य को देखते हुए ऐसा करना आवश्यक था। सीडब्ल्यूसी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नकारात्मक भूमिका के लिए उसकी खिंचाई भी की। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को सीडब्ल्यूसी की बैठक में उनकी पार्टी के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) से टी एम् सी के निकल जाने पर कहा कि इससे उनकी सरकार के लिए कोई संकट पैदा नहीं हुआ है।
बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने संवाददाताओं को बैठक की छनी हुई गतिविधों से अवगत कराया|,उन्होंने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए यह जरूरी था मंत्री पद की लाईन में लगे श्री द्विवेदी ने पूरे मामले में , विपक्ष की भूमिका को नकारात्मक भूमिका बताया श्रीमति सोनिया के आवास दस जनपथ पर आहत इस कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के दौरान कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने भाजपा को ‘नकारात्मक राजनीति’ करने को लेकर आड़े हाथ लिया और विपक्षी पार्टी से जिम्मेदार भूमिका निभाने को कहा। सोनिया ने सरकार को किसी तरह के खतरे की आशंका को सिरे से खारिज कर दिया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर करीब पौने दो घंटे चली सीडब्ल्यूसी की बैठक में आर्थिक सुधारों और वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की गई। सोनिया गांधी ने शुरूआती संबोधन में कहा कि आर्थिक सुधार जरूरी कदम है और सरकार ने उस दिशा में पहल की है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मुख्य विपक्षी दल भाजपा की भूमिका नकारात्मक है और उन्हें जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए जैसा पूर्व में कांग्रेस ने निभाया था। आर्थिक सुधारों के मसले पर सोनिया ने खुलकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का समर्थन किया। श्रीमति गाँधी की अध्यक्षता में हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम सहित ३० सदस्य शामिल हुए और २१ ने सक्रिय भागेदारी निभाई । वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने सीडब्ल्यूसी को आर्थिक सुधारों की आवश्यकता के सम्बंध में बताया। उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक आर्थिक संकट से उबारने के लिए आवश्यक तीन प्रमुख कदमों की जानकारी दी। द्विवेदी के मुताबिक चिदम्बरम ने कहा कि

[१] रुपये का मूल्य घटने से रोकने व अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए [अ] अधिक विदेशी निवेश,[आ] घरेलू उत्पादन बढ़ाने व[ई] सब्सिडी में कमी किए जाने की आवश्यकता है।उन्होंने बताया कि सरकार रुपये के घटते मूल्य व बढ़ती मुद्रास्फीति से चिंतित है। वैश्विक आर्थिक संकट भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित न करे इसलिए आर्थिक सुधारों की आवश्यकता थी।

श्रीमति सोनिया ने देश में जुलाई में हुई साम्प्रदायिक हिंसा पर भी चिंता जतायी।लेकिन इसके साथ ही वहां सब कुछ सामान्य हो जाने पर संतोष भी व्यक्त किया| असाम से फ़ैली हिंसा में 97 लोग मारे गए थे जबकि 4.8 लाख राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। बैठक में दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को विशेष तौर पर बुलाया गया था। बैठक के बाद कोई प्रस्ताव पारित नहीं हुआ लेकिन सोनिया गांधी के संबोधन से यह पूरी तरह से स्पष्ट हो गया था कि पार्टी सरकार के आर्थिक सुधार कार्यक्रम के साथ है| सीडब्ल्यूसी की बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, वित्त मंत्री पी चिदंबरम, रक्षा मंत्री एके एंटनी, कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी समेत 30 सदस्य मौजूद थे। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सीडब्ल्यूसी से कहा कि सरकार के किसी कार्य में कोई कमी नहीं आएगी तथा गरीबों एवं समाज के कमजोर वर्ग के लोगों के कल्याण के लिए कार्य जारी रहेंगे। आम आदमी और विकास के बारे में कांग्रेस की नीति जारी रहेगी।

उधर बी जे पी ने भी कांग्रेस द्वारा लगाये गए नकारत्मक भूमिका वाले आरोप का उतर देने में देर नहीं लगाई| प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि महंगाई बढाने वाले सुधारों के प्रति उनकी पार्टी की भूमिका नकारत्मक ही रहेगी|

कृतघ्न राष्ट्र ने देश के सपूत मोती लाल नेहरू को याद किया

कृतघ्न राष्ट्र ने आज देश के सपूत मोती लाल नेहरू को याद किया इस अवसर पर नए सिक्के और डाक टिकट्स जारी किये गए|
विज्ञानं भवन में आज मोती लाल नेहरू की १५० वीं जन्म दिवस [६-५-१८६१ से ६-२-१९३१] पर विशेष आयोजन हुआ |पिन ड्राप सायलेंस में यूं पी ऐ अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गाँधी और राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने मोती लाल नेहरू से सम्बंधित इतिहास के पन्ने खोले| मोती लाल की जीवनी से प्रेरणा लेकर पार्टी और राष्ट्र को मज़बूत बनाने का अहवाह्न किया गया|वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने १५०/= और ५/= के नए सिक्के राष्ट्रपति को भेंट किये जबकि मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल ने नए डाक टिकट प्रणव मुखर्जी को भेंट किये| सिक्के मुम्बई में ढाले गए जबकि टिकट नासिक की प्रेस में छापे गए || राष्ट्रपति प्रणव ने एक बार फिर अपने काबिलियत का सराहनीय प्रदर्शन किया और बिना पड़े मोती लाल नेहरू से सम्बन्धित १९१९ और १९२८ के कांग्रेस के इतिहास के महत्वपूर्ण पन्नों को उजागर किया| उन्होंने बताया कि मोतीलाल को लगातार दो बार कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था उनके कार्यकाल में अनेकों क्रांतिकारी फैसले लिए गए जो आगे चल कर स्वतंत्रता संग्राम में मील के पत्थर साबित हुए|इस आयोजन की गरिमा का पालन मीडिया द्वारा भी किया गया| गौरतलब है कि मंच पर लगाई गई मोती लाल कि तस्वीर से आज के राहुल गाँधी की शक्ल काफी हद तक समानता दिखाई दी

FAMILY OF MOTI LAL NEHRU



Glorious House Of Moti Lal Nehru In Allahabad Dedicated To Party

एल के आडवानी के ब्लॉग से

एन डी ऐ के सर्वोच्च नेता एल के आडवानी ने अपने ब्लॉग में सी बी आई की गिरती प्रतिष्ठा पर चिंता व्यक्त करते हुए इसकी व्यापक जाँच की मांग की है|
श्री आडवानी ने बाह्य गुप्तचर एजेंसी अनुसन्धान एवं अन्वेषण विंग [रा] के पूर्व मुखिया बी रमण के एक लेख के हावाले से लिखा है कि भारत के इंटेलीजेंस क्षेत्रों में बी. रमन एक अत्यन्त प्रतिष्ठित नाम है। वह देश की बाह्य गुप्तचर एजेंसी अनुसंधान एवं अन्वेषण विंग (RAW) के मुखिया रहे हैं। वह भारत सरकार के मंत्रिमण्डलीय सचिवालय से अतिरिक्त सचिव के पद से निवृत्त हुए।आऊटलुक वेबसाइट पर हाल ही में लिखे गए एक लेख में उन्होंने इस पर खेद प्रकट किया है कि सीबीआई से लोगों को विश्वास तेजी से नीचे गिरा है। उन्होंने अनुरोध किया है कि इस एजेंसी के कामकाज की समीक्षा हेतु एक व्यापक जांच कराई जाए और लोगों की नजरों में इस एजेंसी की प्रतिष्ठा पुन: स्थापित करने हेतु कदम उठाए जाएं।रमन ने अपने लेख में एक दिलचस्प तथ्य का उल्लेख किया है कि सन् 2010 के दिसम्बर के अंतिम सप्ताह में चीन सरकार ने,चीन में भ्रष्टाचार पर एक ‘श्वेत पत्र‘ प्रकाशित किया है, और बताया गया है कि कैसे सरकार उससे निपट रही है।पूर्व रॉ प्रमुख कहते हैं: ”यहां तक कि चीन जैसे अधिनायकवादी देश में, सरकार को यह जरुरत महसूस हुई कि वह जनता को बताए कि भ्रष्टाचार सम्बन्धी उनकी चिंताओं से वह अवगत है।भारत के एक लोकतंत्र होने जिसमें लोगों के प्रति जवाबदेही मानी जाती है, के बावजूद सरकार ने सीबीआई की सार्वजनिक आलोचना के प्रति लापरवाह रवैया अपनाया और एक संस्था का पतन होने दिया जिससे भ्रष्टाचार को फलने-फूलने की अनुमति मिली।”

डीजल पर बदनामी केंद्र की और फायदा राज्य सरकारों का

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक आम उपभोक्ता

ओये झल्लेया माननीय मुलायम सिंह यादव जी ने ये क्या खटराग मचा रखा है|एक तरफ तो महंगाई+ऍफ़ डी आई का विरोध करने को सडकों पर उतर रहे हैं और दूसरी तरफ केंद्र सरकार से सपोर्ट विड्रा भी नहीं कर रहे |कहते हैं की विरोध करेंगे थोड़ी देर के बाद कहते हैं कि सपोर्ट विड्रा नहीं करेंगें| इनकी इस कभी हाँ और कभी ना में हसाडी उम्र ही ना बीत जाए| ओये जब तक खुल के सामने नहीं आएंगे तब तक कैसे पी एम् की रेस में शामिल होंगें|

झल्ला

ओये भोले नादाँ जी ये सारा पैसे का खेल है|बिना चश्मे के ही दिख रहा है|आप जरा सा दिमाग पर बोझ डाल कर फ्लेशबेक में जाओ और देखो कि माननीय मुलायम सिंह यादव जी की पार्टी ने चुनावों के दौरान अपनी सायकिल चलाई थी तब उस सायकिल के करियर पर लादे चुनावी घोषणा पत्र में उन्होंने पेट्रो पदार्थों पर लिए जा रहे वेट की दरों को देश के दूसरे राज्यों के बराबर करने का भी आश्वासन डेकोरेट किया हुआ था|अब सरकार को छह महीने से ज्यादा हो गए मगर उस बराबरी के आश्वासन के ऊपर जम रही उपेक्षा की धूल को हँटाने के विषय में कोई डस्टर[पोंछा] उठाने की बात ही नहीं कर रहा|
अब आप ही बताओ कि उत्तर प्रदेश में डीजल पर केवल १७.२३%वेट है|जबकि [१] पंजाब ९.०७% [२] हरियाणा में ९.२४%[3]पड़ोसी दिल्ली में १२.५% और सबसे महंगे बिहार में भी केवल १६% ही है|
अब डीजल की कीमतें बढाने से प्रदेश को ८६ पैसे लीटर प्रतिदिन की अतिरिक्त आय हो रही है|यानि सात लाख+किलोलीटर की बिक्री वाले हसाड़े प्रदेश को हर महीने २ करोड़ रुपयों का फायदा हो रहा है|
अब केंद्र को बदनाम करके भी खुद को फायदा मिले तो कौन सरकार को गिरा कर कुल्हाड़ी पर अपने पावँ मारेगा|इसीलिए सबसे बढिया है कि केंद्र को बदनाम करो और खुद का फायदा करते चलो क्यों ठीक है न ठीक

ऍफ़ डी आई के एन डी ऐ में विरोधी रहे शौरी ने मन मोहन की नीतिओं का समर्थन किया

senior Journo+ex minister =B J P Leader Arun Shourie

अपनी एन डी ऐ की सरकार में ऍफ़ डी आई के कांग्रेसी विरोध में सरेंडर करने वाले पूर्व कामर्स & इडस्ट्रीज मिनिस्टर अरुण शौरी ने अब प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह के सुधारों का खुल कर समर्थन किया है| इसके लिए भाजपा की पार्टी लाइन से बाहर आकर भाजपा की बंद और बहिष्कार की नीति की भी आलोचना की है|
डीजल कीमतों में वृद्धि के मुद्दे पर श्री शौरी ने अपनी ही पार्टी बीजेपी से अलग रुख इख्तियार कर लिया है| पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि खुदरा किराना में विदेशी निवेश आने से किसी को न कोई लाभ होगा और नाही किसी को हानि ही होगी|एविएशन में एफडीआई से गिनती की तीन या चार एयर लाइंस को ही असर पडेगा|। लोगों को इससे ना तो बहुत नुकसान होगा और न ही कंपनियों को बहुत फायदा होगा लेकिन बीजेपी नेता श्री शौरी ने डीजल की बढ़ी कीमतों को जायज ठहराया है। और इसे विलंबित एक्शन बताया|
एक निजी टी वी चेनल पर उन्होंने कहा कि७५% तेल बाहर से आयत किया जाता है और यह खत्म होता जा रहा है ऐसे में ऐसे प्रोडक्ट पर निर्भरता भी उचित नहीं है|ऐसे में अगर तेल की कीमतें नहीं बढ़ेंगी तो हालात और खराब हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि ऍफ़ डी आई और डीजल की बढ़ी कीमतों के नाम पर संसद न चलने देना गलत है।
श्री शौरी ने निजी तौर पर खुद को डीजल की बढ़ी कीमतों का पक्षधर बताया| उनके अनुसार , घाटा नियंत्रण से बाहर जा चुका था। पेट्रोलियम क्षेत्र से घाटा कम करने की जरूरत बताते हुए शौरी ने सरकार से सुधारों की दिशा में काम करने के लिए अब देर नहीं करने को कहा। शौरी ने कहा कि अच्छी व्यवस्था को टालना देश के लिए खतरनाक हो सकता है।उन्होंने इसके लिए आम राय को भी गैर जरुरी बताया |
बीजेपी से अलग राय रखने वाले और आज कल पार्टी में हाशिये पर आये श्री शौरी ने पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के साथ किसी भी तरह के मतभेद होने से इनकार किया है। शौरी ने कहा कि प्रधानमंत्री के पास असीमित शक्तियां हैं। 8 साल तक पीएम ने कोई कदम नहीं उठाए लेकिन अब जो भी हुआ उसके लिए वो बधाई के पात्र हैं। स्थिति को सुधारने के लिए वरिष्ठ पत्रकार श्री शौरी ने रक्षा उत्पादन में निजी निवेश को जरुरी बताते हुए लोक लुभावन यौज्नाओं पर धन लुटाने का विरोध किया उन्होंने कहा कि तमिल नाडू में मुफ्त टी वी तक दिए गए मगर अगली बार टी वी देने वाली डी एम् के सत्ता से बाहर हो गई
शौरी ने सरकार को कानूनी दांवपेच से बाहर जाकर काम करने की जरूरत बताई। बिजली सेक्टर का उदाहरण देते हुए शौरी ने कहा कि इसमें नरेन्द्र मोदी के गुजरात मॉडल को क्यों नहीं अपनाया जा सकता? गुजरात में बिजली की अधिक कीमत है लेकिन इसकी सेवा भी सबसे बेहतर है।
गौर तलब है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता एल के अडवानी ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि उनकी सरकार में जब शौरी मंत्री थे तब कांग्रेस के सांसद प्रिय रंजन दास मुंशी ने रिटेल में ऍफ़ डी आई का विरोध किया था तब श्री शौरी ने ही संसद में खड़े होकर यह आश्वासन दिया था कि सरकार स्वयम रिटेल में विदेशी निवेश के खिलाफ है|