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सिखों पर हमलों के कारण अमेरिका में भी सदभावना दिवस मनाना जरुरी हो गया है

अमेरिका में एक और सिख की गोली मार कर ह्त्या कर दी गई है|इससे सिख समुदाय के जख्म फिर से हरे हो गए हैं|
५६ वर्षीय दलबीर सिंह किराने के व्यापार से जुड़े थे|
नार्थ अमेरिका के विस्कोंसिन ओक क्रीक गुरुद्वारे में ५ अगस्त को हुई गोलीबारी की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई की अब उसी राज्य के मिल्वाउकी में भारत की आज़ादी दिवस १५ अगस्त को एक और ओक क्रीक गुरूद्वारे के सदस्य सिख की ह्त्या से समुदाय में रोष और भय का माहौल है|एन डी टी वी ने भी इसे प्रमुखता दी है|
सिखों के धर्मप्रतीक चिन्हों [केश+कंघा+कृपान+कडा+कच्छा] के प्रति अज्ञानता के कारण उन्हें भी आतंकवादी समझ लिया जाता है और नफरत अपराध का निशाना बना दिया जाता है ९/११ के बाद यह कुछ ज्यादा बढ गया है|
अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा सिखों के जख्मों पर हर संभव मलहम लगाने के प्रयास किये जा रहे है मगर बुधवार की इस एक और घटना से ऐसे सभी प्रयासों पर पलीता लग सकता है|
इसीलिए अमेरिका में समारोह पूर्वक सदभावना दिवस मनाया जाना चाहिए इससे सिखों के प्रति उनके धर्म प्रतीक चिन्हों के प्रति जागृति आ सकेगी और वहां नस्लवादी हिंसा में कमी आ सकेगी |

अमेरिकी चुनावों में पांच भारतीय एन आर आई फाईट में

अमेरिका में नवम्बर में होने जा रहे चुनावों को लेकर सरगर्मियां रोजाना नई तेज़ी पकड़ रही हैं|चार भारतीय अप्रवासी [एन आर आई]प्रतिनिधि सभा के प्राईमरी चरणों से बाहर हो चुके हैं जबकि पांच एन आर आई अभी भी मैदान में डटे हैं|
हाउस आफ रिप्रेसेंटेटिव के लिए [१] डेमोक्रेट्स उपेन्द्र [न्यू जर्सी][२] डाक्टर एमी बेरा[३]रिपब्लिकन रंजीत गिल [कैलिफोर्निया][4] डाक्टर मनन दिवेदी[पेन्सिल्वेनिया][५] डाक्टर सैय्यद ताज[मिशिगन]जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं|
डेमोक्रेट तुलसी पहली हिन्दू अमेरिकन महिला है जिसकी जीत पक्की मानी जा रही है|
इससे पूर्व अमेरिकन संसद के इतिहास पर नज़र डालने पर केवल दो ही एन आर आई दिखाई देते हैं[
[१]१९५० में दलीप सिंह सौंध[२] और वर्तमान में बाबी जिंदल

पाकिस्तान में अपने कार्य छेत्र के लिए पी एम् सुप्रीम कोर्ट के प्रति जवाब देह नहीं

पडोसी मुल्क पाकिस्तान में भी भारत की तरह ही न्यायपालिका और विधायकी में वर्चस्व की जंग जारी है|भारत में जहां न्यायाधीशों पर खुली अदालत में अशोभनीय टिपण्णी पर पाबन्दी लगाने को विधेयक लाया जा रहा है तो वहीं इसके ठीक उलट पाकिस्तान में पी एम् ने अपने कार्य छेत्र के लिए अदालत के समक्ष पेशी के अदालती आदेशों को असंवैधानिक करार दे दिया है|
पाकिस्तान के अटार्नी जनरल इरफ़ान कादिर ने कल जस्टिस आसिफ खान खोसा+जस्टिस एस जे ओस्मानीऔर जस्टिस ई ऐ.खान की बेंच के समक्ष जिरह करते समय यह दलील देकर सनसनी फैला दी की आर्टिकल २४८[१]के अंतर्गत पाकिस्तानी प्रधान मंत्री कोर्ट के प्रति जवाब देह नहीं है|इसीलिए कोर्ट द्वारा पी एम् को आदेश जारी नहीं किये जाने चाहिए|जिसे सुप्रीम कोर्ट की इस अपेक्स कोर्ट ने टर्न डाउन कर दिया |और अदालत अगले दिन के लिए स्थगित कर दी गई|
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा पाकिस्तान के पी एम् को यह आदेश दिया था कि स्विस बैंकों में राष्ट्रपति की जमा पूँजी की जांच कराये जिस पर तत्कालीन प्रधान मंत्री जिलानी को बर्खास्त भी कर दिया गया था अब फिर नए पी एम् अशरफ को भी वोही निर्देश दिए गए हैं जिनका पालन नहीं करने पर उन पर भी बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है|

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जापान ने चीन के पांच नागरिक गिरफ्तार किये

जापानी पुलिस ने 15 अगस्त को चीनी ड्रेगन की मूछ का बाल खीचने का साहस दिखाया| त्याओयु द्वीप पर पहुंचे 5 हांगकांग नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया
लेकिन चीनी विदेश मंत्रालय ने इस पर कड़ा ऐतराज जताते हुए जापान के सामने यह मुद्दा उठाया है
।चायनीस रेडिओ और जापानी मीडिया के अनुसार चीन के हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र की “त्याओयु द्वीप की रक्षा कार्यकारी समिति” के पोत 15 अगस्त शाम 4 बजे त्याओयु द्वीप पहुंचे। इसके बाद जापानी पुलिस ने 5 चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया।
इससे पहले चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता छिनकांग ने कहा था कि त्याओयु द्वीप मसले पर चीन का रूख स्पष्ट ही नहीं, मजबूत भी है। उन्होंने कहा कि चीन इस पर व्यापक ध्यान रखे हुए है। साथ ही जापान से चीनी कर्मचारियों व जान माल को नुकसान न पहुंचाने का आग्रह किया गया है। वहीं चीन ने जापान के समक्ष अपनी चिंता जताई है।

पकिस्तान एयर फ़ोर्स के बेस पर फिदाईन हमला

पाकिस्तान की स्वतंत्रा दिवस के अगले दिन ही फिदाईन आतंकवादियों के एक दल ने पाकिस्तान की राजधानी से महज़ ७० किलोमीटर पर पकिस्तान एयर फ़ोर्स के कामरा स्थित एयर बेस पर बीती रात हमला कर दिया|सुरक्षा कर्मियों के साथ हुई पांच घंटे की भारी गोली बारी में सात फिदाईन आतंवादियों और एक सुरक्षा कर्मी के मारे जाने की खबर है,
पाकिस्तान के बड़े अखबार डान के मुताबिक ये फिदाईन अति आधुनिक हत्यारों के अलावा आत्मघाती. विस्फोटकों से भी लैस थे|सुरक्षा कर्मियों के सात इनकी भारी गोली बारी हुई है जिसमे सात हमलावर और एक सुरक्षा कर्मी के मारे जाने के समाचार है| इस बेस पर ३० प्लेन्स हेन्गर्स में थे | इस हमले में एक एयर क्राफ्ट भी डेमेज हुआ है| बताया गया है की हामालावर १९-३३ वर्ष की आयु के थे और इनमे से ३-४ ने सेना की वर्दी पहन रखी थी| जबकि कुछ सुसाईड जेकेट पहने हुए थे| पिंड[गावं]सलमान मक्खन की तरफ से रात २.३० आये हमलावरों को जब चेक पोस्ट से चेतावनी दी गई तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी
स्वतन्त्रता दिवस के मद्दे नज़र भारत और पाकिस्तान के हवाई अड्डों पर हाई अलर्ट है|संभवत इसी चौकसी के चलते इस आत्मघाती हमले को विफल किया जा सका है| अब एयरबेस पर हालात काबू में बताये जा रहे हैं अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी लेने के लिए कोई आतंकवादी संगठन आगे नहीं आया है|

सिखों के खिलाफ घृणा अपराधों की गूँज अमेरिकी संसद में भी

सिखों के प्रति अज्ञानता के कारण उनके विरुद्ध फैलाई जा रही नफरत और घर्णा अपराधों की रोक थाम के लिए संघीय जांच ब्यूरो [ऍफ़ बी ई] को आगे आना चाहिए |सिखों की इस मांग का हाउस आफ रिप्रेसेंटेटिव के सात सदस्यों ने समर्थन दे दिया है|सीनेट फीस्टीन ने भी इस विषय में अपील की है|
सिख समुदाय में इसे सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है|
गौरतलब है की ५ अगस्त के रविवार को ओक क्रीक विस्कोंसिन गुरूद्वारे में एक नस्ल आतंकवादी ने छह लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी थी तभी से इस प्रकार के अपराधों की रोकथाम के लिए ऍफ़ बी आई से मांग की जा रही है|

भारत के ६६वे स्वतन्त्रता दिवस पर पाकिस्तान ने ५५ मछुआरे छोड़े

भारत के ६६वे स्वतंत्रता दिवस पर आज तोहफे के रूप में पाकिस्तान ने ५५ बंदी मछुआरों को लांडी जेल से आज़ाद किया |इनमे से अधिकाँश गुजरात से हैं |अभी भी वहां लगभग १०० कैदी हैं जबकि पाकिस्तान के इतने ही कैदी भारत की जेल में है|
गुजरात सरकार ने अभी हाल ही में मछुआरों को पाकिस्तान में कैद के दौरान १५०/=प्रति दिन भत्ता देने की घोषणा भी की गई है|

अमेरिकी सिखों ने अमेरिकी राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया

बेशक भारत में सिख समुदाय अमेरिका के राष्ट्रीय ध्वज को जला रहे हो या संसद में गालियां दी जा रहे हों मगर अमेरिका के सिख वहां के राष्ट्रपति को धन्यवाद ही दे रहे हैं|कल भी एक ज्ञापन सौंप कर अमेरिकी ध्वज को आधा झुकाने के लिए राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया है|
गौरतलब है की ५ अगस्त के रविवार में वेड माईकल पेज नामक एक श्वेत नस्लवाद से पीड़ित आतंकवादी ने ओक क्रीक विस्कोंसिन गुरुद्वारे में अंधाधुंध फायरिंग करके पांच पुरुष और एक महिला की हत्या कर दी थी कई घायल हो गए थे एक पोलिस अधिकारी भी घायल हो गया था |तभी से गुरद्वारों में विशेष अरदास और केंडल मार्च आयोजित किया जा रहे है|
इसके शोक में अमेरिका के ध्वज आधे झुका दिए गए थे| घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं |और बराक ओबामा ने इस जघन्य हत्याकांड को अमेरिका की सार्वभौमिकता पर अटैक बताया था |
सिखों के नेता गुरचरण सिंह ने वाशिंगटन मेट्रोपोलिटन गुरुद्वारा फेडरेशन और अमरीकन सीखो की तरफ से व्हाईट हाउस में ज्ञापन सौंपा और सिखीके मुख्य उपदेश मानस की जात सभै एक ही पहचानिबो के प्रति अपनी प्रतिबद्दता को दोहराया |
गुरु नानक की अध्यात्मिक गद्दी के वारिस दशम पादशाही गुरु गोबिंद सिंह के सिखों के लिए पांच ककार[कंघा+ केश+कृपाण+ कडा+कच्छा]धारण करना जरुरी है और केशों के लिए सर पर पगड़ी भी रखी जाती है मगर अमेरिका में सिखों के प्रति गलत फहमी + केश और पगड़ी के कारण उन्हें भी आतंक वादी समझ लिया जाता है और नसलवाद का शिकार बना दिया जाता है| इसीलिए अब अमेरिका में सिख और उनके धर्म के प्रति जागरूकता जरुरी है इसी उद्देश्य की पूर्ती के लिए न्युयोर्क पोलिस डिपार्टमेंट में सिखों को पगड़ी धारण की आज्ञा दिए जाने की भी मांग की जारही है|

ईरान के बाद तायवान जापान और कश्मीर में भी भूकम्प के झटके

ईरान में तबाही मचाने के बाद अब भूकम्प के झटके जापान तायवान और कश्मीर में भी महसूस किये गए हैं| ईरान के अलावा और कहीं से जान माल का नुकशान होने की खबर नहीं है |सिन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक जापान में ७.३ त्रीवता मापी गई है|सुनामी की आशंका से इनकार किया गया है| ईरान में भूकंप से मरने वालों की संख्या ३०० से ऊपर पहुँच गई है|भारत की राज्यसभा ने शोक प्रस्ताव भेजा है|

अमेरिका में सिखों ने राष्ट्रपति बराक ओबामा की प्रशंसा करी

अमेरिकन सिख समुदाय राष्ट्रपति बराक ओबामा को एक ज्ञापन भेजने पर विचार कर रहा है जिसमें ओक क्रीक विन्कोसिन गुरूद्वारे में सिखों की हत्या की के मद्देनजर अमेरिकी समाज के उच्च मूल्यों और शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को व्यक्त किया जाएगा।गौर तलब है कि गुरुद्वारे कि घटना के बाद सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय झंडों को आधा झुका दिया गया था और स्वयम बराक ओबामा ने उस हत्याकांड को अमेरिकी प्रभुसत्ता पर हमला बताया था|
व्हाइट हाउस में रविवार को सिखों के शांतिपूर्ण कैंडल मार्च के आयोजन के दौरान इस पत्र का मजमून पढ़ा गया। इस मार्च में ग्रेटर वॉशिंगटन एरिया के सैंकड़ों सिख शामिल हुए। ज्ञापन में कहा गया है कि गोलीबारी में मारे गए लोगों और उनके परिजनों के लिए ओबामा की ओर से प्रदर्शित संवेदना की हम प्रशंसा करते है। हम पीड़ितों के सम्मान में राष्ट्र ध्वज को आधा झुकाने के लिए विभिन्न प्रांतों के गर्वनरों को भी धन्यवाद देना चाहते हैं। ज्ञापन में कहा गया कि अमेरिका निश्चय ही भरपूर अवसरों वाला देश है। सिख यहां एक सदी से भी ज्यादा पहले से हैं और वे जीवन के हर क्षेत्र में अपना योगदान दे रहे हैं।
व्हाइट हाउस के एक विभाग के एसोसिएट निदेशक पाल मोंत्रियो, वर्जीनिया के पूर्व सीनेटर जॉर्ज एलेन के अलावा कई अन्य राजनेताओं और सिख समुदाय ने इस मौके पर उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित किया। सिखों ने पुलिस अधिकारी ब्रायन मर्फी की खासतौर पर प्रशंसा की जिन्होने हमलवार बंदूकधारी को काबू में करने के दौरान अपनी जान को खतरे में डाल दिया। मर्फी इस समय अस्पताल में हैं। उनकी हालत में सुधार हो रहा है[[एजेंसी]