आम आदमी पार्टी के बिजली+ पानी आन्दोलन के साथ अब आम आदमी के साथ ख़ास लोग भी जुड़ने लगे हैं|पार्टी प्रवक्ता के अनुसार अति विशिष्ठ लोगों ने भी सविनय अवज्ञा आन्दोलन को समर्थन देना शुरू कर दिया है|अति विशिष्ठ लोगों की जारी की गई लिस्ट में निम्न लोग शामिल हैं:
[१]जस्टिस कृष्णा अय्यर [२]एडमिरल[पूर्व] रामडॉस[३]एडमिरल [पूर्व]ताहिलियानी[४] पूर्व मुख्य चुनाव अधिकारी जे एम् लिग्दोह[५]डा.पी एम् भार्गव [एन के सी][६]पूर्व चीफ सेक्रेटरी एम् पी एस सी बेहर[७] पुर्व चेयर मैन ऐ ई आर बी डा. ऐ के गोपाल कृष्णन[८]पूर्व पावर सचिवई ऐ एस सरमा [९]डा. बिनायक सेन [१०]एस पी उदयकुमार[११]जे एन यु के अमित भादुरी[१२] ग्रीन पीस से जुड़ी ललिता राम दास[१३] पूर्व राजदूत मधु भादुरी[१४] पीपल साईंस के रवि चोपड़ा[ १५] कमल जसवाल और प्रफ़ुल्ल|
अरविन्द केजरीवाल द्वारा छेड़ा गया सविनय अवज्ञा आन्दोलन के साथ जुड़ने वाले असहयोगियों द्वारा जो
प्रपत्र साईन किया जा रहा है उसका हिंदी रुपंतार्ण इस प्रकार है
:अरविन्द केजरीवाल बिजली पानी के मुद्दों पर सविनय अवज्ञा और असहयोग आन्दोलन का आह्वान करते हुए 23 मार्च से अनिश्चितकालीन उपवास पर हैं। दिल्ली में बिजली-पानी के बिल निजी कंपनियों और सरकार की मिली-भगत से बढ़ाये गए है।
अरविन्द केजरीवाल ने दस्तावेज़ों के जरिये ये खुलासा किया भी किया है। ये कंपनियां बिजली उपकरण अपनी ही सहयोगी कंपनियों से ऊंचे दामों पर खरीद रही है और इससे होने वाले नुकसान की भरपाई लोगों के बिल बढ़ाकर की जा रही है, बिजली बिलों के भुगतान से हुई कमाई को कम करके दिखाया जा रहा है और अतिरिक्त बिजली को अपनी ही कंपनियों को कम दाम पर बेचकर बनावटी नुकसान दिखाया जा रहा है। (जानकारी के लिए :
इस अंधी लूट पर सत्ता पक्ष और निजी कंपनियों के इस भ्रष्ट गठबंधन पर विपक्ष भी बरसो से चुप्पी साधे था। इस निर्मम लूट पर अकेले पड़े आम आदमी का मनोबल बढ़ने के लिए सितम्बर में आम आदमी से आवाहन किया था कि बिजली पानी दिल्ली की जनता का है इसलिए ये नाजायज़ बिल देने बंद किये जाये.
जब इस भ्रष्टाचार को रोकने की हर कोशिश बेकार रही तो अरविन्द केजरीवाल ने असहयोग आन्दोलन शुरू कर दिल्ली के लोगों से अपील की कि वो बिजली और पानी के नाजायज़ बिल तब तक न भरें जब तक बिजली और पानी की सप्लाई में हुए घोटाले की CAG से जांच न कराई जाय और बिजली के बढ़े हुए दामों को कम करके जायज़ स्तर पर नहीं लाया जाए। गाँधी जी ने कहा था कि जब नियम और कानून नाजायज़ और आम लोगों को दमन करने वाले हों तो ये जनता का अधिकार भी है और कर्तव्य भी है कि वो ऐसे नियम और कानूनों को मानने से इंकार कर दें। दिल्ली की जनता पहले ही महंगाई की मार झेल रही है और बढ़े हुए बिल चुकाने में असमर्थ हैं इसलिए उन्हें भी कानून की अवमानना के अपने अधिकार का इस्तेमाल करना चाहिए। जनता अपने इस अधिकार का इस्तेमाल अहिंसात्मक तरीके से कर रही है और इसके नतीजे और जुर्माना भुगतने के लिए तैयार है।
इन परिस्तिथियों में हम इस असहयोग आन्दोलन को अपना समर्थन देते हैं। हम दिल्ली सरकार और सम्बंधित विभागों से मांग करते हैं कि इस आन्दोलन के जरिये सामने लाई गई बिजली और पानी के बिलों की समस्या पर ध्यान दें और उन्हें सुधारने की दिशा में तुरंत कार्यवाही करें।
पार्टी द्वारा जारीउपवासी नेता के स्वास्थ्य रिपोर्ट
के अनुसार स्वास्थय में गिरावट जारी है मगर यूरिन में कीटोन की मात्रा संतोषजनक होने से हेल्थ स्टेबल है |
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[ २९ मार्च२०१३] [२८ मार्च 2013] [ २७ मार्च २०१३]
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[१] ब्लड प्रेशर १०८/66 ======== ==== १२० /७४ ======== ११४ /७०
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[२]पल्स===========६७ === ==== =६६ ==== ७४
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[३]शुगर=========== १२३=== ===== 106 === १०८
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[४] यूरिन में कीटों[ketone] २+========== ===== =३+ === ४+
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[५]वजन ============५९ क ग ============== ====== ५९.५ क ग ======
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