विश्वासपात्र पन्नीरसेल्वम ने तमिल नाडू की सत्ता संभाली,जयललिता ने जमानत के लिए हाई कोर्ट का रुख किया|
जेल में बंद बीते जमाने की हिरोईन और तमिल नाडू की शक्तिशाली मुख्य मंत्री जयललिता जयराम ने आज [लालू प्रसाद यादव की तर्ज पर] कर्नाटक उच्च न्यायालय में एक याचिका दाखिल कर अपनी दोषसिद्धी को चुनौती दी है और अपने खिलाफ आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति के मामले में जमानत मांगी है
वरिष्ठ नागरिक का रुतबा हासिल कर चुकी |जयललिता को विशेष अदालत ने दो दिन पूर्व ही चार साल कैद की सजा सुनाई इसीके फलस्वरूप जयललिता को विधानसभा की सदस्यता और मुख्यमंत्री पद गंवाना पड़ा है |लेकिन जयललिता ने भी लालू प्रसाद यादव और नितीश कुमार की भांति राज्य की सत्ता अपने विश्वास पात्र को सौंप दी है |ओम प्रकाश चौटाला जमानत पर बाहर आकर अपनी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करने में जुटे हैं |लालू प्रसाद यादव पहले ही अपनी पत्नी के माध्यम से राज्य में स्थापित हैं | इसी कढ़ी को आगे बढ़ाते हुए ओ पन्नीरसेल्वम [O Panneerselvam]ने भी आज मुख्य मंत्री पद की शपथ ग्रहण की शपथ ग्रहण करते समय नए सी एम ने दो बार आंसू बहा कर अपनी नेत्री के प्रति लोयल्टी का प्रदर्शन भी किया |गौरतलब है तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता को 18 वर्ष पुराने आय के ज्ञात स्रोत से अधिक [६६.६५ करोड़] संपत्ति रखने के मामले में दोषी करार दिए जाने से ,वर्तमान में भाजपा के नेता, डॉ सुब्रमणियम स्वामी खुश तो बहुत हुए हैं क्योंकि यह केस १४ जून १९९६ में उन्होंने ही दर्ज कराया था|इसीलिए अब उन्होंने विजेता की भांति कांग्रेस के शीर्ष न्रेतत्व की तरफ आँखे कर ली है, लेकिन लालू प्रसाद यादव+ओम प्रकाश चौटाला+रशीद मसूद+++को देख कर नहीं लगता के चार साल की सजा और १०० करोड़ का जुर्माना भी नेताओं की गतिविधियों में कोई सुधार ला पायेगा |
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता को आय से अधिक संपत्ति के मामले में चार साल की कैद और 100 करोड़ रपये के जुर्माने की सजा दी गयी।तीन अन्य आरोपियों में प्रत्येक पर 10-10 करोड रुपये के जुर्माना लगाया गया है।
चूंकि आज कल बॉलीवुड में १०० करोड़ रुपयों वाले क्लब का ज्यादा बोलबाला है |१०० करोड़ रुपयों के आंकड़े वाले हीरो/हिरोईन को सफल माना जा रहा है| सलमान खान+अक्षय कुमार+शाहरुख़ खान+अजय देवगन के बाद अब बीते जमाने की हिरोईन और वर्तमान में चेन्नई की शक्तिशाली मुख्य मंत्री+अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता जयराम भी इस १०० करोड़ रुपयों के क्लब में आ गई हैं| अंतर केवल इतना है कि जय ललिता को कमाई के बजाय १०० करोड़ का दंड देना होगा|शायद इसीलिए १० -१० करोड़ वाले दत्तक पुत्र वी इन सुधाकरन+आदि पात्रों का कोई विशेष जिक्र नहीं है|सब तरफ १०० करोड़ वाली जयललिता का ही बोल बाला है | १८ साल पुराने कथानक की पटकथा में थोड़ी रोचकता इस आर्थिक दंड से आ गई है |
जयललिता की कहानी में लालू प्रसाद यादव और रशीद मसूद के कथानक का रिपीटीशन हैक्योंकि इन्हे जेल की सजा भी सुनाई गई है| जेल के कारण इनके हाथो की सत्ता भी जाती रही है| अपने पूर्वर्ती नेताओं की भांति जयललिता ने भी हाई कोर्ट में जमानत की अर्जी डाल दी है |अपने विरुद्ध सजा के विरोध में अपील भी हो गई है|मुकदद्मा कुछ और सालों तक आगे चल सकता है लेकिन ३९ सांसदों वाली अन्ना द्रमुक पार्टी में इनकी हुकूमत चलती रहेगी |