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उत्तराखंड के विपदाग्रस्तों की सहायता के लिए आपसी तालमेल के साथ राहत और बचाव कार्य जारी हैं ;मनीष तिवारी

सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने उत्तराखंड में विपदा ग्रस्तों के लिए किये जा रहे राहत कार्यों का आज ब्यौरा दिया| सेना के वरिष्ठ अधिकारी और The प्रेस इन्फोर्मेशन ब्यूरो की प्रभारी श्रीमती नीलम कपूर भी उपस्थित थी|
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार की सभी एजेंसियां

आपसी तालमेल के साथ राहत और बचाव कार्य चला रही है

जिसके फलस्वरूप अभी तक ७०००० लोगों को बचाया जा चुका है|
[१]आज ही 10,000 लोगों को वायु और सड़क मार्ग से सुरक्षित स्थानों पर लाया गया है।
[२]आईटीबीपी ने आज 4000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
[३] दुर्गम स्थल जंगलचट्टी में अब भी 400-500 लोग फंसे हुए हैंजंगलचट्टी में सेना पहुंच चुकी है।वहां से पैदल मार्ग बना दिया गया है।
[४] संपर्क मार्गों से कटे हुए केदारनाथ में सिर्फ 70-80 लोग फंसे हुए हैं। कल तक बचाव कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
[५] गागरिया से सभी फंसे लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
[६] राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ)+एनडीआरएफ ने गौरीकुंड से 347 लोगों को सुरक्षित निकाला। 149 साधु वहां अब भी मौजूद हैं। वे गौरीकुंड से आना नहीं चाहते। उनकी इच्छानुसार उन्हें वही छोड़ा गया है
[७]|गुप्तकाशी में स्वास्थ्य शिविर बनाया गया है।
सेना की भूमिका की सराहना करते उन्होंने बताया कि
[८] सेना ने आज 4000 लोगों को सुरक्षित निकाला जिनमें से 2000 लोग बुरी तरह फंसे थे।
[९] 390 लोगों को हेलिकॉप्टर से सुरक्षित स्थानों पर लाया गया।
[१०] हेमकुंड साहिब गोबिंद घाट में अब भी 100 लोग हैं। उनके लिए पर्याप्त भोजन और अन्य जरूरी चीजें वहां उपलब्ध हैं।
[११] बद्रीनाथ इलाके में 8000 तीर्थयात्री अब भी फंसे हैं। सेना कल दो पुलों को हवाईजहाज से गौचर तक ले जाएगी। सेना राष्ट्रीय पर्वतारोहण संस्थान का भी इस्तेमाल कर रही है।
[१२]खराब मौसम के बावजूद वायु सेना ने 2000 लोगों को सुरक्षित निकाला।
[१३]राहत और बचाव कार्य में कल वायु सेना के 43 , सेना के 11 , और निजी क्षेत्र के 7 विमान (कुल 61) और विमान शामिल होंगे।
गोचर में एटीएफ- एवियेशन टर्बाइन फ्यूल उपलब्‍ध कराने पर ध्‍यान केन्द्रित किया जा रहा है।
[१४]भारतीय वायु सेना को प्रतिदिन 55 किलोलीटर की जरूरत होगी, जिसका इंतजाम किया जा रहा है। अब तक बचाव कार्य में लगे हैलिकाप्‍टरों के लिए 110 किलोलीटर एटीएफ दिया गया है।
[१५]धरासू में ईंधन फिर भरने की सुविधा स्‍थापित फिर की जा रही है।
[१६] ईंधन फिर भरने के लिए आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्‍य से 198 किलोलीटर एटीएफ भेजा जा रहा है,
[१७] 287 में 167 टॉवर आज दोबारा चालू किये गये।
उन्हने अह्वासन दिया कि कल[रविवार तक सभी टॉवर काम करने लगेंगे।