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भाजपा और जे डी यूं ने मित्रता के जिस रबर को खींच कर तोड़ा अब वोह दोनों के हाथों को दर्द दे रहा है

सत्रह साल तक मित्रता के जिस रबर ने भाजपा और जे डी यूं को जोड़े रखा था उसी को दोनों ने इतना खींचा कि टूट गया नतीजतन रबर टूट कर दोनों के हाथों को दर्द पहुंचा रहा है जिसके लिए दोनों दल एक दूसरे को विश्वासघाती बताने पर तुले हैं यहाँ तक कि बिहार में दोनों के बीच लाठियां तक निकल आई हैं|
बिहार में भाजपा और जदयू के कार्यकर्ता अब दुश्मनी के तेवर दिखा रहे हैं| मतभेद कल तक जुबानी था उसने मंगलवार को जमीनी हकीकत अख्तियार कर ली|। राज्य की सत्ता से बेदखल की गई भाजपा द्वारा विश्वास घात दिवस के नाम पर बिहार बंद का आयोजन किया जिसके दौरान राजधानी पटना के अलावा भी कुछ स्थानों पर जदयू व भाजपा के कार्यकर्ता भिड़ गए। भाजपा के प्रदेश कार्यालय के समक्ष भाजपा के जूलूस निकलते ही दोनों दलों के समर्थकों में मारपीट हो गई। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय इसे सुनियोजित हमला बता रहे हैं, तो जदयू ने इसके लिए भाजपाइयों को जिम्मेदार बताया है। जदयू के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन और उनके भाई को चोट लगी है।इसके अलावा भाजपा ने आरोप लगाया है कि एक अल्प संख्यक महिला कार्यकर्ता की जे डी यूं वालों ने
साड़ी खींचने का दुस्साह किया |
कई जगह बाजार स्वत: बंद रहे। कुछेक जगह पर बंद के लिए दबाव की बात भी सुनने में आई है। राष्ट्रीय राजमार्ग-30 ए [फतुआ]और खगड़िया में राष्ट्रीय राजमार्ग-31 को जाम कर दिए जाने के कारण आवागमन ठप्प हो गया। बिहारशरीफ में दानापुर-राजगीर पैंसेजर को रोक दिया गया। इस्लामपुर-पटना पैंसेजर कंगड़सराय में देर तक खड़ी रही।
उत्तर बिहार के जिलों में सुबह से ही बंद का असर दखाई दिया| लखीसराय में दोनों दलों के बीच झड़प पर पुलिस ने तत्काल नियंत्रण पा लिया। पूरे प्रदेश में लगभग चार हजार बंद समर्थकों को हिरासत में लिया गया। पटना में शिव शंकर प्रसाद +शाहनवाज हुसैन+राजीव प्रताप रूडी सहित कई वरिष्ठ नेताओं समेत सैकड़ों लोग पकड़े गए। बाद में उनकी रिहाई की खबर है|
मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने बंद को भाजपा की खीझ करार दिया है। उनका कहना है कि यह हताशा की परिणति है। भाजपा कार्यकर्ता असंयमित हो गए हैं। लाठी-डंडा लेकर सड़क पर उतरे भाजपाइयों का तेवर हिंसात्मक है जबकि भाजपा ने नितीश कुमार पर अपने कार्यकर्ताओं को भाजपा पर हमला करने केलिए उकसाने का आरोप लगाया है|