झल्लीगल्लां
भलामानुष
ओए झल्लेया! ए क्या हो रहा है?
ओए मुम्बई और यूपी में राजनीतिज्ञों के पोलिस और अपराधियों से क्रिमिनल गठजोड़ तो हम जैसों के लिए नासूर बनते जा रहे है ।पहले पोलिसवाले उगाही करते दिख जाते थे लेकिन अब तो वसूली के लिए ये लोग ना केवल विस्फोटक रखवा रहे हैं वरण कत्ल तक करने से बाज नही आ रहे।सब इंस्पेक्टर गिरफ्तार कमिश्नर पर आ रही है आंच और गृह मंत्री तक पहुंच रहे हैं इसके तार इस पर भी शरदपवार जैसे वरिष्ठ और सुलझे हुए नेता भी मुम्बई पुलिस कमिश्नर और गृहमंत्री के घृणित एपिसोड को गम्भीर तो मान रहे हैं लेकिन हंस कर टाल भी रहे हैं।कांग्रेस चुप्प है और शिवसेना दुम दबा कर दुबकी हुई है।
झल्ला
भापा जी!ईईसबगोल ते कुछ ना फ्लोल
जब अपराध का घड़ा भरने लगता है और पानी सर् तक पहुंचने लगता है तब इन्हें पूर्वजों से प्राप्त पतनाला याद आने लगता है और खिसियाई हंसी में कहना पड़ता है कि सारी बातें सिर माथे लेकिन पतनाला तो यहीं गिरेगा