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अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटालेबाज कांग्रेसी नेताओं को अब संसद में करेगी भाजपा बेनकाब

[नयी दिल्ली]अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटालेबाज कांग्रेसियों को पार्लियामेंट में भाजपा करेगी बेनकाब |
कांग्रेस के भ्रष्टाचारों को उजागर करके सत्ता में आई भाजपा ने बीते दो सालों से विकास को मुद्दा बना रखा है ,जिसका फायदा उठाकर विपक्ष में बैठी कांग्रेस संसद और सड़क पर लगातार आक्रामक होती जा रही हैं|इस खतरे को भांप कर अब भाजपा अपनी पुरानी रणनीति को भी ठंडे बस्ते से निकाल लाइ है |मुंबई की आदर्श हाउसिंग सोसाइटी|कोल् गेट[CoalScam]और अब अगस्ता वेस्टलैंड चॉपर स्कैम के माध्यम से कांग्रेस को काबू करने की जुगत लड़ाई जाने लगी है|कांग्रेस को भी पुरानी कहावत के अनुसार डिफेन्स के लिए अटैक करने को निति ज्यादा कारागार लग रही है |सम्भवत इसीलिए कांग्रेस ने इन आरोपों में सहानुभूति बटोरने के लिए संसद का घेराव करने की चेतावनी दे डाली है | सियासी शतरंज की इस चाल के जवाब में भाजपा ने भी अपने रक्षा मंत्री को उतार दिया है|रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर चॉपर डील से सम्बंधित सभी दस्तावेज ४ मई को संसद में रखेंगे और कांग्रेस को बेनकाब करने का प्रयास करेंगे
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज कहा है के ४ मई को लोक सभा में घोटाले से सम्बंधित दस्तावेजों को प्रस्तुत करेंगे| अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले में लिप्तता के आरोप झेल रही कांग्रेस के आक्रामक उड़ान को क्रैश करने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा अब संसद में कागजात पेश करेगी
यह कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी पर भाजपा का सीधे बड़ा हमला है
सोनिया गांधी की जन्मभूमि इटली की अदालत द्वारा अगस्तावेस्टलैंड के विषय में घोटाले को अंडरलाइन किया है उसी लाइन को लेकर अब भाजपा के स्वर तीखे हो चले हैं
इसके अलावा भाजपा ने दावा किया कि तत्कालीन रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने क्षेत्र परीक्षण [फील्ड ट्रायल] के बाबत अगस्तावेस्टलैंड को दी गई रियायतों पर ऐतराज जताया था, लेकिन इसकी ‘‘अनदेखी’’ की गई और इसके पीछे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का हाथ था ।
भाजपा प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्हा राव ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि एंटनी ने कंपनी को क्षेत्र परीक्षण भारत में नहीं बल्कि अपने परिसर में करने देने की इजाजत देने के तर्क पर सवाल उठाते हुए पूछा था कि इस बात की क्या गारंटी है कि यह बिल्कुल दुरूस्त होगा ।
राव ने कहा, ‘‘ए के एंटनी ने विदेश में क्षेत्र परीक्षण कराने के प्रस्ताव पर सवाल उठाए थे । सीएजी रिपोर्ट में भी यही कहा गया है । एंटनी ने कहा था – इस बात की क्या गारंटी है कि यदि उन्होंने इस देश में क्षेत्र परीक्षण नहीं किया तो उनके इस परीक्षण की विश्वसनीयता सही रहेगी ।
उन्होंने फाइल पर लिखा था कि इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती ।’’ भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘रक्षा मंत्री चाहते थे कि आरएफपी प्रस्ताव के लिए अनुरोध: की शर्तें लगाई जाए । यूपीए सरकार या कांग्रेस में सोनिया गांधी और उनके सलाहकार अहमद पटेल को छोड़कर और किसकी इतनी हैसियत थी कि वह एंटनी और उनके ऐतराजों की अनदेखी कर सके । सिर्फ एक ही शख्स उन्हें चुप रहने के लिए कह सकता था, उन्हें चुप करा सकता था – और वह सोनिया गांधी थीं ।’’ राव ने कहा कि यह दिखाने के लिए काफी परिस्थितजन्य साक्ष्य हैं कि अनुबंध को मंजूरी देने और उसे प्रभावी बनाने में कांग्रेस के बड़े नेताओं की भूमिका थी |
उधर केस को आगे बढ़ाते हुए सीबीआई ने अगस्तावेस्टलैंड के साथ 3600 करोड़ रु के वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे के संबंध में भारतीय वायुसेना के पूर्व उप प्रमुख जे एस गुजराल से पूछताछ की है ।
गुजराल उन कई वरिष्ठ अधिकारियों में से एक हैं, जिन्होंने 2005 में उस बैठक में भाग लिया था जिसमें हेलीकॉप्टर के चालन एवं उड़ान संबंधी मापदंडों में आवश्यक बदलाव करने का निर्णय लिया गया था।
इसके साथ ही एजेंसी ने सोमवार को पूर्व वायुसेना प्रमुख एस पी त्यागी को भी तलब किया है।
दोनों से 2013 में विस्तार से पूछताछ की गई थी, लेकिन इटली की अदालत के सात अप्रैल के फैसले के बाद फिर से पूछताछ किया जाना आवश्यक हो गया।सीबीआई अब तक कहती आई है कि गुजराल से गवाह के रूप में पूछताछ की गई, लेकिन उसने इस बारे में कुछ नहीं कहा कि गुजराल का गवाह का दर्जा अब भी बरकरार है या नहीं।
एजेंसी ने अभी तक उन पर कोई आरोप नहीं लगाया है।
एजेंसी ने इस मामले में पूर्व वायुसेना प्रमुख त्यागी के साथ 13 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था जिसमें उनके संबंधी और यूरोपीय बिचौलिए शामिल हैं।