Ad

अल्पकालिक नेताओं ने चौरीचौरा छोड़ तत्कालिक वोटलाभार्थ अपने शहीद बना लिए

#भाजपाइचिंतक
ओए

चौरी चौरा

चौरी चौरा

झल्लेया!पक्षपाती इतिहासकारों ने भोजपुरी चौरी चौरा भौपा के शहीदों को सम्मानित स्थान नही दिया।
इतिहास के पन्नों में चौरी चौरा के शहीदों को यथोचित प्रमुखता नहीं दी गई है।
देश आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है लेकिन अफसोस है कि शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में लोग बहुत कम जानते हैं ।ओए हसाडे धाकड़ मोदी जी और योगी जी ने भोजपुर की पवित्र धरती के शहीदों के सम्मान में पूरे राष्ट्र को जागृत कर दिया
#झल्ला
अल्पकालिक नेताओं ने चौरीचौरा छोड़ तत्कालिक वोटलाभार्थ अपने शहीद बना लिए

Chori Choura

चतुर सेठ जी!राष्टीय एकता जगाने के लिए ऐसे प्रयास स्वागतयोग्य है लेकिन वर्तमान अल्पकालिक नेताओं ने तो तत्कालिक वोट लाभ के लिए अपने शहीद बना लिए है।नही समझे? अरे भाई! टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने चौरी चौरा के बजाय किसान आंदोलन में मर रहे प्रदर्शकारियों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखवा दिया।पँजांब के सीएम ने मृतकों के परिजनों के लिए 500000 ₹ और एक नॉकरी की घोषणा कर दी है।इन सबको पीछे छोड़ते हुए एक महानुभाव ने हरियाणा में उनकी सरकार के बनते ही मृतकों के परिजनों को 10000000 ₹ देने का एलान कर दिया है।
प्रियंका गांधी वाड्रा रामपुर के विलासपुर नवरीत सिंह को श्रद्धांजलि देने पहुंच गई तो लोक सभा छोड़ कर 15 सांसद गाजीपुर सीमा पर जा पहुंचे