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पंजाबियों”आप”की झाड़ू बेहद गन्दी है :स्वराज इंडिया

[दिल्ली,चंडीगढ़]पंजाबियों भाजपा+अकाली+”आप”+कांग्रेस को वोट हरगिज नही देना :स्वराज इंडिया
स्वराज इंडिया के दो दिग्गजों ने चुनावों में जा रहे पंजाबियों के नाम अपील जारी की है |इस अपील में आम आदमी पार्टी +भाजपा, अकाली गठबंधन+कांग्रेस की पोल खोलते हुए ईमानदार केंडीडेट्स को ही चुनने को कहा गया है| स्वराज इंडिया दिग्गज योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने पंजाब से अपने गूढ़ रिश्तों को उजागर करते हुए पंजाब की भलाई के लिए ईमानदार केंडीडेट्स +पार्टियों को ही वोट देने की अपील की है|इन्होंने आम आदमी पार्टी [आप] की झाड़ू को बेहद गन्दी बताया |
“आप” ने सत्ता में आने के तत्काल बाद शराब के 399 नए ठेके खोल दिए।
गुरुतेग बहादुर के शहीदी दिवस समेत कई नशामुक्त “ड्राई डे” पर इस सरकार ने दारू की बिक्री खोल दी।
70 हज़ार दलित बच्चों की स्कॉलरशिप काट दी।
बजट में दलित के लिए जरुरी मद में 2,050 करोड़ की कटौती की।
लोकपाल के नाम पर चुनाव जीता था, और अपने ही कानून से उस लोकपाल की हत्या कर दी। स्वराज कानून आज तक नहीं बना।
सरकार बनने के कुछ हफ्ते में ही इस पार्टी के MLA और मंत्रियों के बारे में भी वैसी ही शिकायत आने लगी जैसी बाकि पार्टियों के बारे में। छह मंत्रियों में ​एक मंत्री फ़र्ज़ी डिग्री में पकड़ा गया, दूसरा भ्रष्टाचार में बर्खास्त हुआ, तीसरा औरतों से नाजायज़ सम्बन्ध के चलते जेल गया।
इसलिए दिल्ली की जनता इनसे बुरी तरह परेशान हो चुकी है। दिल्ली में जो हमसे मिलता है, वो पूछता है कि आपने ऐसे लोगों का समर्थन क्यों किया था। कहीं ऐसा तो नहीं कि एक साल बाद पंजाब के लोग भी यही कहते हुए मिलेंगे? फैसला आपको करना है। लेकिन अपनी राय बनाने से पहले अपने आप से स्वराज इंडिया ने पंजाबियों के लिए कुछ सवाल उछाले हैं
[१]पंजाब में आप के पुराने और सच्चे वालंटियर में से कितनो को टिकट मिला?
[२]अकाली-बीजेपी, कांग्रेस के नेताओं और पैसे वालों को टिकट देने वाली पार्टी बेईमानो के खिलाफ कैसे लड़ेगी?
[३]जो पार्टी अभी से पैसा लेकर टिकट बेच रही हो वो सरकार बनाने के बाद क्या-क्या बेचेगी?
[४]जो पार्टी सिर्फ ढाई साल में इतनी गिर गयी है वो अगले पांच साल में कहाँ पंहुचेगी?
[५]जो पार्टी भरी तिजोरी वाली छोटी सी दिल्ली में सरकार नहीं संभाल पायी वो खाली तिजोरी वाले पंजाब में सरकार चला पायेगी? आपको सरकार चाहिए या हर रोज का ड्रामा ?
[६]आम आदमी पार्टी ईमानदारी से मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित क्यों नहीं करती? चोरी-छुपे केजरीवाल का नाम क्यों चला रही है?
[७]जो केजरीवाल 70 में के 67 सीट देने वाली दिल्ली का सच्चा न हो सका, वो चुनाव के बाद पंजाब का सच्चा रहेगा? या दो साल बाद हरियाणा में वोट लेने के लिए पंजाब के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर देगा?
इन दिग्गजों ने अकाली सरकार पर हमला बोलते हुए बताया पंजाब कर्ज में डूबा है। पिछले दस सालों में समस्याओं को सुलझाने की बजाय अकालियों ने पंजाब को लूटा है।
केबल+बस + बजरी के बिज़नेस के बहाने जनता का पैसा लूटा है। और इसके बदले में जनता को दिया है नशा, पूरी एक पीढ़ी की बरबादी।
कांग्रेस पर निशाँ साधते हुए बताया
अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार का है। इसी सरकार से दुखी आकर दस साल पहले पंजाब ने अकालियों को वोट दिया था। आज भी इस पार्टी के पास कोरे वादों और भड़काऊ बातों के सिवा कुछ नहीं है। पंजाब की खेती, उद्योग और रोजगार के संकट से निपटने का कोई नक्शा कांग्रेस पार्टी के पास नहीं है। खुद कर्ज में डूबी पंजाब सरकार अपने किसान की कर्जा माफ़ी के लिए पैसा कहाँ से लायेगी, इसका कोई जवाब नहीं है। कांग्रेस के भ्रष्टाचार के किस्से किसे नहीं पता? पंजाब के लोग 1984 को भी नहीं भूले हैं। उस पर पर्दा डालने के लिए अब SYL की नींव डालने वाले अमरिंदर सिंह पानी के सवाल पर पंजाब के किसान को भड़काने में लगे हैं। ऐसी कांग्रेस को वोट डालना तो पंजाब की हार होगी।
इस चौराहे पर यही पंजाब की दुविधा है।
आज पंजाब को एक नया रास्ता चाहिए। एक रास्ता जिसमे बदलाव की गुंजाईश को बचा कर रखा जा सके। आज ये रास्ता कोई पार्टी नहीं दे पा रही है। आज ये रास्ता जनता दिखाएगी।
इस चुनाव में ऐसी कई छोटी पार्टियां, संगठन और उम्मीदवार भी खड़े हैं जो सच्चे बदलाव के हक़ में हैं। वो अपने दम पर सरकार नहीं बना सकते, शायद चुनाव भी नहीं जीत पाएंगे, लेकिन वो पंजाब की उम्मीद को बचा कर रख सकते हैं। इसलिए हम आपसे अपील करते हैं कि किसी भी हालात में अकाली-बीजेपी को वोट न डालें। जहाँ तक हो सके भ्रष्ट कांग्रेस और पथभ्रष्ट आम आदमी पार्टी को छोड़कर ऐसे उम्मीदवारों और पार्टियों को वोट दें जो पंजाब में बदलाव की गुंजाईश बनाये रखें। सत्ता के लिए हर सौदा करने वाली इन तीनों पार्टियों के अलावा बेहतर उम्मीदवार को वोट देना पंजाब के भविष्य के हित में है , क्योंकि वह सत्ता के लोभियों को पंजाब की जनता का संदेश होगा कि वे सत्ता के लिए मर्यादा को न छोड़ें ।