प्रधान मन्त्री “मोदी” ने मां से मिलने के लिए रेगुलर योग सेशन मिस किया
वाइब्रेंट समिट के लिए दो दिवसीय गुजरात यात्रा पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह अपनी मां हीराबा से मिलने के लिए अपना नियमित योग सत्र छोड़ दिया। हीराबा यहां रायसन गांव में रहती हैं।
प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट के जरिए बताया कि आज सुबह वह अपनी मां से मिलने के लिए गए और उन्होंने उनके साथ ही नाश्ता किया।
विभिन्न देशों के प्रमुखों के साथ बैठकों में शिरकत करने के लिए महात्मा मंदिर रवाना होने से पहले मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘योग छोड़कर मां से मिलने के लिए गया। सुबह-सुबह उनके साथ नाश्ता किया। एकसाथ समय बिताकर अच्छा लगा।’’ 97 वर्षीय हीराबा मोदी के छोटे भाई पंकज मोदी के साथ गांधीनगर के पास रायसन गांव में रहती हैं।
मोदी गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के आठवें सत्र में हिस्सा लेने के लिए यहां आए हुए हैं।
उन्होंने कल गांधीनगर
रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की परियोजना,
वाइब्रेंट गुजरात ट्रेड शो,
जीआईएफटी सिटी में अंतरराष्ट्रीय आदान-प्रदान और
अहमदाबार स्थित साइंस सिटी में नोबल पुरस्कार प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
आज वह दोपहर लगभग साढ़े तीन बजे वाइब्रेंट समिट की शुरूआत करेंगे।
वृहद स्तर पर आयोजित किए जाने वाले इस सम्मेलन में कई देशों के प्रमुखों, शीर्ष वैश्विक एवं भारतीय मुख्य कार्यपालक अधिकारियों और कई औद्योगिक घरानों के शिरकत करने की संभावना है।
इस बार राज्य सरकार सम्मेलन में 25 लाख करोड़ रूपए से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव आने की उम्मीद कर रही है। यह सम्मेलन पी एम् मोदी की सोच का परिणाम था। गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान उन्होंने इसकी शुरूआत की थी।
सातवें सत्र में राज्य सरकार को 25 लाख करोड़ रूपए के निवेश प्रस्ताव मिले थे।
सम्मेलन के इस आठवें सत्र में लगभग 20 देशों के प्रमुख और दुनियाभर की सरकारों का प्रतिनिधित्व करने वाले मंत्री शिरकत करेंगे।
अमेरिका में दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों की सहायक विदेश मंत्री के रूप में कार्यरत भारतीय-अमेरिकी निशा देसाई बिसवाल एक बड़े अमेरिकी कारोबारी शिष्टमंडल के साथ मौजूद रहेंगी।
सम्मेलन में आने वाले अन्य प्रमुख लोग हैं- केन्या के राष्ट्रपति उहूरू केन्याता, रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागामे, पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा, सर्बिया के प्रधानमंत्री अलेक्सांदर वुकिक, रूस के उप प्रधानमंत्री दमित्री रोगोजिन, पोलैंड के पहले उप प्रधानमंत्री और संस्कृति एवं राष्ट्रीय विरासत मंत्री पोइत्र ग्लिंस्की।