Ad

एयर इंडिया का खज़ाना खाली और मंत्री परेशां हो तो हाकी टीम की सदस्यता शुल्क भरने में देरी तो काबिले माफी है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक खेल का दुखी प्रेमी

ओये झल्लेया ये हसाड़े देश में क्रिकेट के अलावा दूसरे खेल के प्रेम को क्यों हतोत्साहित किया जा रहा है|पहले अन्तराष्ट्रीय ओलम्पिक कमेटी ने हसाडी फेवोरेट कुश्ती को ओलम्पिक खेलों से बाहर कर दिया |फिर स्पोर्ट्स अथोरिटी आफ इंडिया[एस ऐ आई] ने अन्तराष्ट्रीय प्रतियोगिता में जाने वाली एक टीम की हवाई यात्रा का खर्चा देने से मना कर दिया और अब अपने मुल्क की हाकी इंडिया ने हवा में उड़ने वाली एयर इंडिया की हाकी टीम की मान्यता समाप्त कर दी है|हॉकी इंडिया के सेक्रेटरी जनरल नरेंद्र बत्रा ने यह फरमान सुनते हुए अपनी मजबूरी जाहिर की है कि लगातार सूचना दिए जाने के बावजूद एयर इंडिया 2010-2011 से ही सदस्यता शुल्क जमा नहीं करवा पा रहा है, जिसके बाद राष्ट्रीय संस्था को मजबूरन यह फैसला करना पड़ा।ओये खेल जगत को बजट में कोई राहत नहीं दी गई उलटे रेल बजट में भाडा बड़ा कर खेल उद्योग की रीड तोड्ने का दुष्प्रयास किया जा रहा है|

एयर इंडिया का खज़ाना खाली और मंत्री परेशां हो तो हाकी टीम की सदस्यता शुल्क भरने में देरी तो काबिले माफी है

एयर इंडिया का खज़ाना खाली और मंत्री परेशां हो तो हाकी टीम की सदस्यता शुल्क भरने में देरी तो काबिले माफी है

झल्ला

ओ मेरे सोणे वीर जी दसल एयर इंडिया के महाराजा की कर्ज़ से दब कर रीड लगातार झुकती जा रहे है | एविएशन सेक्टर में किराये में कटौती को लेकर गला काट प्रतिस्पर्धा का दौर है|इसमें सर्वाईव करने के लिए एयर इंडिया को ४०% किराये भी कम करने पड़ गए हैं|इसके अलावा एयर इंडिया के मंत्री चौधरी अजित सिंह के प्रभावी पश्चिमी उत्तर प्रेदेश में चौधरी अजित सिंह के राजनीतिक पावं उखाड़े जाने के प्रयास हो रहे हैं| अब जब खज़ाना खाली हो और दिमाग परेशां तो सदस्यता शुल्क जमा करवाने में कोताही हो ही जाती है वैसे अब एयर इंडिया को इस बजट में ५००० करोड़ रुपये एलोट कर दिए गए हैं इससे सदस्यता शुल्क तो क्या नई हाकी भी आ जायेगी |जहाँ तक क्रिकेट की बात है तो ये खेल सरकार के अपनी जेब में ही है बोले तो राजीव शुक्ला+सचिन तेंदुलकर+ अजहरुद्दीन +++