Ad

जेटली ने संसद में नोटबंदी कोलेकर लामबंद विपक्ष को चर्चा के लिए पुनः ललकारा

[नयी दिल्ली] जेटली ने संसद में नोटबंदी कोलेकर लामबंद विपक्ष को पुनः चर्चा के लिए ललकारा
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज राज्यसभा में विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि वह ईमानदारी से बताए कि वह इस मुद्दे पर चर्चा चाहता है या नहीं। इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष से कहा कि वह चर्चा के लिए अनुचित या असंभव शर्ते नहीं रखे।नोटबंदी मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में गतिरोध जारी है
नोटबंदी से लोगों को हो रही परेशानी को लेकर राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच जेटली ने कहा कि सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है और वह चर्चा के लिए तैयार है तथा प्रधानमंत्री चर्चा में हस्तक्षेप करेंगे।
उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण विषय है और इस पर चर्चा पूरी होनी चाहिए। लेकिन सारा विपक्ष किसी न किसी बहाने चर्चा को रोकने का प्रयास करता है।
जेटली ने कहा कि अगर विपक्ष चर्चा चाहता है तो वह ईमानदारी से बताए और वह चर्चा के लिए अनुचित तथा असंभव शर्ते नहीं रखे।
उन्होंने कहा कि अब विपक्ष ने ऐसी शर्ते रखनी शुरू कर दी हैं जो सदन में कभी नहीं रखी गयीं। उन्होंने कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि कोई एक सदस्य यह कहे कि जब वह बोले तो प्रधानमंत्री को सदन में मौजूद होना चाहिए।
जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री को अन्य जिम्मेदारियां भी होती हैं।
कांग्रेस सहित विभिन्न दलों के सदस्य नोटबंदी मुद्दे पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री के सदन में मौजूद रहने की मांग कर रहे थे।
जेटली ने कहा कि सरकार और मंत्रिपरिषद सामूहिक जिम्मेदारी के सिद्धांत के तहत काम करती है और ऐसा कोई सिद्धांत नहीं है कि चर्चा में उठाए गए सवालों का जवाब कोई एक खास व्यक्ति ही दे।जेटली ने विपक्ष पर यह भी आरोप लगाया के चर्चा से भाग रहे विपक्ष द्वारा मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए प्रश्नकाल के दौरान मुद्दा उठाया जाता है और फिर सदन को स्थगित करा दिया जाता है|आज भी प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस के ग़ुलाम नबी आजाद ने नोटबंदी के दौरान ८४ मौतों का मुद्दा उठाया जिसपर जेटली ने पॉइंट ऑफ़ आर्डर लाकर विपक्ष की इस चालबाजी पर ब्रेक लगाए |
गौरतलब हे के राज्य सभा में डॉ मन मोहन सिंह+मायावती+नरेश अग्रवाल आदि के संबोधन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी सदन में मौजूद थे |