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नोटबंदी पर विपक्ष संसद में अपने अड़ियल रुख से आज भी हटता नहीं दिखा

[नयी दिल्ली]नोटबंदी पर विपक्ष अपने अड़ियल रुख से आज भी हटता नहीं दिख रहा |लोक सभा चली नही लेकिन शुक्र है राज्य सभा में चर्चा शुरू हो गई|अब विपक्ष के आरोपी भाषण नुमा चर्चा के पश्चात् सत्ता पक्ष को बोलने दिया जायेगा इस पर अभी संदेह हैं |वैसे पूर्व प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने सार्वगर्वित भाषण में चर्चा को शुरू किया |जिसे वर्तमान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दिन से सुना |
नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में जारी गतिरोध को समाप्त करने को सरकार की विपक्षी दलों के साथ अनौपचारिक बैठक नहीं हो पाई।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकाजरुन खड़गे ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन सर्वदलीय बैठक बुलाते हैं तब वे जायेंगे।
खड़गे ने कहा कि विपक्षी दलों के नेता इस बारे में बैठेंगे और इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
इसके बाद विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद के कक्ष में बैठक की।
इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि विपक्षी दलों के साथ एक अनौपचारिक बैठक बुलाई गई है और सरकार उनकी चिंताओं को सुनने को तैयार है।
नोटबंदी पर लोक सभा में आज भी प्रश्नकाल बाधित रहा
निचले सदन में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच समाजवादी पार्टी के सदस्य अक्षय यादव ने कुछ कागज फाड़कर आसन से लगे सभापटल की ओर उछाल दिये।सपजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने राज्य सभा में अपनी पार्टी के कार्ड खोलते हुए नोटबंदी के विरोध में चर्चा की
इस विषय पर अपनी मांग के समर्थन में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दल के सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। वे सदन में कार्य स्थगित करके मतविभाजन वाले नियम 56 के तहत तत्काल चर्चा कराने की मांग दोहरा रहे थे।
सरकार का कहना है कि उसका यह कदम कालाधन, भ्रष्टाचार और जाली नोट के खिलाफ उठाया गया है और वह नियम 193 के तहत चर्चा कराने को तैयार है हालांकि विपक्षी दल शुरू से ही कार्य स्थगित करके चर्चा कराने की मांग पर अड़े हुए हैं।
अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि कार्यस्थगन के बारे में प्रश्नकाल के बाद बात करेंगे। अभी प्रश्नकाल चलने दें।
इसके बाद अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के 10 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित की दी