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मेरठ में चीन के छात्रों को हिंदी सिखाई जाएगी और चायनीज भाषा सीखी भी जाएगी

[मेरठ]शोभित विश्वविद्यालय में अब चीन के छात्रों को हिंदी पढ़ाई जाएगी और चायनीज भाषा सीखी जाएगी\इस विषय में चीन के जिआओतोंग विश्वविद्यालय से एक समझौता हुआ है|
भारत भ्रमण पर आये चीन के जिआओतोंग विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों ने शोभित विश्वविद्यालय के साथ साझा सहयोग ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये|
जिसमे शोभित विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आर पी अग्रवाल तथा जिआओतोंग विश्वविद्यालय के कुलाधिपति वैन मिंग ने हस्ताक्षर किये| यह समझौता पहले चरण में तीन वर्षों के लिए किया गया है बाद में इस अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है |इस समझौते के तहत दोनों विश्वविद्यालय एक दूसरे के पास अपने शोध छात्र+शिक्षक + तकनीकी ज्ञान का आदान प्रदान करेंगे| जिससे दोनों संस्थानों का सार्वभौमिक उत्थान हो पायेगा| प्रारम्भिक दौर में छह से दस छात्र आएंगे और इतने ही छात्र चीन जायेंगे |इनमे भाषा का आदान प्रदान होगा|चीन से नैनो टेक्नोलॉजी सीखी जाएगी |इसके आलावा बायो मेडिकल+बायो टेक्नोलॉजी +कंप्यूटर साइंस आदि का आदान प्रदान होगा |
इस समझौते में चीन के ६ प्रतिनिधि आये थे तथा शोभित विश्वविद्यालय की तरफ से कुलपति सहित कुलसचिव डॉ जयानंद, कॉर्पोरेट मुख्य देवेन्द्र नारायण, डॉ निधि त्यागी, डॉ ज्योति शर्मा आदि उपस्थित रहे| सहयोगी कार्यक्रम के तहत दोनों विश्वविद्यालय एक दूसरे के साथ संयुक्त संगोष्ठी, वैज्ञानिक शोध कार्यक्रम का आयोजन करेंगे| कुलपति प्रो आर पी अग्रवाल ने कुलाधिपति वैन मिंग से उनके शिक्षकों द्वारा चीनी भाषा का ज्ञान सीखने का आग्रह किया| जिसको कुलाधिपति वैन मिंग ने सहर्ष स्वीकार किया| इस सहयोग के तहत शोभित विश्वविद्यालय के छात्र अल्पावधि प्रशिक्षण, इंटर्नशिप तथा समर कैंप के लिए चीन जा पाएंगे| समझौता ज्ञापन से पहले प्रतिनिधि मंडल ने विश्वविद्यालय का सर्वेक्षण किया तथा प्रो आर पी अग्रवाल को जिआओतोंग विश्वविद्यालय के भ्रमण हेतु आमंत्रित किया|