Ad

महात्मा गाँधी को श्रद्धांजलि देने के लिए १९४७ के बंटवारे में हुई गलती को सुधारो

महात्मा गाँधी को श्रद्धांजलि देने के लिए १९४७ के बंटवारे में हुई गलती को सुधारो

महात्मा गाँधी को श्रद्धांजलि देने के लिए १९४७ के बंटवारे में हुई गलती को सुधारो

[नई दिल्ली ] महात्मा गाँधी को श्रद्धांजलि देने के लिए १९४७ के बंटवारे में हुई गलती को सुधारो
महात्मा गांधी बने मोहन दास की आज जयंती है सो सबको बधाई| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी+विपक्ष के श्रीमती सोनिया गाँधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी इनकी समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पण कर स्वयं को धन्य कर रहे हैं |
विलायत पास मोहन दास ने आधी धोती और एक कमजोर सी लाठी लेकर अपने मुल्क में शक्तिशाली अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की मुहीम छेड़ी |
लेकिन इसके साथ ही 1947 में एक गलत निर्णय लेकर बिना किसी तैयारी के देश का बंटवारा स्वीकार कर लिया
यह विभाजन सबसे बढ़ी त्रासदी के रूप में सामने आया| बंटवारे से दोनों तरफ के लाखों भारत वासियों के जान माल को हानि पहंची | दोनों तरफ के दबंगों ने संपत्ति की लूट मचाई लेकिन इसके पश्चात् भारत में पुनर्वास के लिए तैनात अधिकारीयों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी |दोनों तरफ के विस्थापितों द्वारा अपनी चल अचल सम्पत्ति को त्याग कर दूसरे अनजान देश में असहाय जाना पढ़ा
इनको अचल सम्प्पति को एक दुसरे की संपत्ति से एडजस्ट किया गया |मसलन पाकिस्तान में छोड़ कर आये हिन्दुओं की सम्पत्ति को भारत में छोड़ी गई मुस्लिमों की सम्पत्ति से एडजस्ट किया गया |यह सब सरकारी स्तर पर हुआ |लुटे पिटे आये हिन्दुओं ने अपनी रोजी रोटी के जुगाड़ में जुट गए ऐसे अधिकांश लोगों को केवल कागजों में ही संपत्ति दी गई और कुछ समय पश्चात् उसे भी कागजों में ही निरस्त कर दिया गया |पकिस्तान में छोड़ी गई सम्पत्ति की एवज में भारत में मुआवजा लेने के पश्चात् भी पीड़ितों को नहीं दिया जाना किसी भी सामाजिक आर्थिक और कानूनी अपराध से कम नहीं आंका जा सकता मगर दुर्भाग्य से इस अपराध पर पर्दा डालने के लिए २००५ में काला एक्ट ला कर इस व्यवस्था को ही समाप्त कर दिया गया| प्रधान मंत्री और हरियाणा +पंजाब के मुख्य मंत्रियों द्वार संचालित ग्रीवांस सेल्ल भी कोई न्याय नहीं दिला पा रहे हैं |इसी के नतीजतन शिकायतें केवल कम्प्यूटरों में रखे हैं और आज भी बढ़ी संख्या में पीड़ित अदालतों और ओल्ड लैंड रिकॉर्ड कार्यालय में चक्कर लगा रहे हैं |
गलती पर पर्दा डालने को आज भी हजारों पीड़ितों को उनके हक के रिहैबिलिटेशनक्लेम से वंचित रखा जा रहा है
इसी एक महा गलती को सच्चे मन से सुधार कर बापू को सच्ची श्रद्धांजलि देनी होगी |
फाइल फोटो