Ad

महिला के लिए सशक्तिकरण के मायने उनके स्तर के अनुसार भिन्न भिन्न है

झल्लीगल्लां
बुद्धिजीवी
ओए झल्लेया! अंतराष्ट्रीयमहिलादिवस की लख लख वधाइयाँ💐!ओये आज तो घर 🏠मे भरजाई 🌚जी की हकूमत चलनी है !
झल्ला
भापा जी!हसाडे मुल्क में हर वर्ग की महिला के लिए सशक्तिकरण के मायने भिन्न भिन्न है ।मसलन राजनीति में रुचि रखने वाली महिला के लिए केवल विधायिका में आरक्षण तक सीमित है।
व्यवसाई और बुद्धिजीवी महिला के लिए मंचो पर सम्मानित होने की लालसा रहती है
घरेलू महिला को कुछ घण्टो के लिए छुट्टी मगर
एक मजदूर महिला के लिए तो ध्याड़ी जरूरी है