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जस्टिस काटजू के खूबसूरत खण्डरों के मोहपाश में फंस कर कांग्रेस ने इन्हें प्रेस कौंसिल का अध्यक्ष बनाया होगा

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये जस्टिस काटजू को तो देखो बौखलाहट में कैसे कैसे फड़फड़ाते हुए बयान देने लग गए हैं|ओये हसाड़ी सरकार ने इन्हें कहीं एडजस्ट नहीं किया तो अब दिल्ली के चुनावों में भड़ास निकाल रहे हैं |कहे जा रहे हैं कि क्रोशिया की तरह भारत में भी खूबसूरती को ही देख कर वोट डाला जाता है और तो और वोह खुद भी ऐसा ही करते हैं |तौबा तौबा !कह रहे हैं कि
हसाड़ी डॉ किरण बेदी से ज्यादा खूबसूरत शाजिया इल्मी हैं | जस्टिस काटजू रिटायर होने के बावजूद बिना मांगे सलाह उछाल रहे हैं कि शाजिया को सीएम पद का उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए था|

झल्ला

ओ मेरे भोले सेठ जी दरअसल ये जस्टिस मार्कण्डेय काटजू साहब कश्मीर की खूबसूरती के कायल हैं |इसीलिए राजनीती में भी खूबसूरती को ही ढूंढते रहते हैं| राम राम करते करते इनके खुद के खंडहर भी इनकी जवानी की खूबसूरती का बखान कर रहे हैं शायद इसीलिए झल्लेविचारानुसार इनकी खूबसूरती के खंडहरों के मोहपाश में फंस कर कांग्रेस ने इन्हें प्रेस कौंसिल का अध्यक्ष बनाया होगा