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आँखों में नशीला सैलाब लौट आया,बूढ़े साल के बुढ़ापे की हो गई आज विदाई

२०१४ बूढ़ा हुआ १५ ने ली अंगड़ाई बुड्ढों पर भी जवानी फिर से छाई
सर का काला रंग कुछ ही है कम
बालों में सफेदी जो थोड़ी बढ़ आई
२०१४ बूढ़ा हुआ १५ ने ली अंगड़ाई बुड्ढों पर भी जवानी फिर से छाई
नए साल में अब नहीं कोई है रोना
इसीलिए अब नहीं हैं रहते सोना
२०१४ बूढ़ा हुआ १५ ने ली अंगड़ाई बुड्ढों पर भी फिर से जवानी छाई
आँखों में नशीला सैलाब लौट आया
उधर भी चेहरे पर हिजाब लौट आया
२०१४ बूढ़ा हुआ १५ ने ली अंगड़ाई बुड्ढों पर भी फिर से जवानी छाई
दिल में फिर से जवानी मुस्कराई
बूढ़े साल के बुढ़ापे की हो गई आज विदाई
२०१४ बूढ़ा हुआ १५ ने ली अंगड़ाई बुड्ढों पर भी फिर से जवानी छाई