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मोदीभापे !हाँ मुजरिम हूँ ,लुटा हूँ,पीड़ित हूँ,लाचार भटकता हूँ

#मोदीभापे
#दिलकेफफोले
लफ्ज लेकर घूमता हूँ हुक्मरानों की नुमाइश में
आंसू देख कहते हैं तमाशबीन,ये बागी है जाने दो
मेरे लफ्ज और आंसू अपना गुनाह कुबूल करते है
हाँ मुजरिम हूँ ,लुटा हूँ,पीड़ित हूँ,लाचार भटकता हूँ