Ad

राज्यसभाईयों को वरिष्ठ+अपर+बुजुर्ग का संवैधानिक दर्जा है और बढे+बच्चे एक समान ही होते हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया इन कांग्रेसियों की तो मति ही मारी गई है|देख तो राज्य सभाके शीतकालीन सत्र के पूरे सप्ताह को धर्मांतरण के प्रदूषण से बर्बाद करके हसाडे विकास के अजेंडे को ठप्प करके रख दिया |इन्होने प्र्रे सत्र में ओनली ५९% काम होने दिया इसीके फलस्वरूप हम सदस्यों द्वारा उठाये गए प्रश्नों में से आधे का जवाब भी नहीं दे पाये |ओये देश के विकास के मुद्दों को ठप्प करके अब ये सारे शर्मिंदा होने के बजाय कितना फूल के कुप्पा हो रहे हैं

झल्ला

ओ मेरे परेशान सेठ जी बुजुर्गों ने कहा है कि बूढ़े और बच्चे एक समान होते हैं| देश के संविधान ने भी राज्य सभाईयों को वरिष्ठ+बुजुर्ग+सीनियर+अपर का दर्जा दिया हुआ है इसीलिए ये बुजुर्ग बचपना तो दिखाएंगे ही |झल्लेविचारनुसार बुजुर्गों को अपने घर से कोई भारतीय निकाल तो नहीं देता न