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सुजाता सिंह का कंडीशनल रेजिग्नेशन केवल सियासी हंगामा बरपा करना ही रहा होगा


झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये भाजपाइयों की तो डिक्टेटरशिप ने नाक में दम कर दिया |ओये प्रभावी+इंटेलिजेंट+कर्मठ सुजाता सिंह को इन भाजपाइयों ने विदेश सचिव के पद से ऐसे हटा दिया मानों दूध में से मक्खी निकाल रहे हों| लेकिन सुजाता सिंह ने भी चैनल पर क्लीयर कर दिया है कि उनकी वॉलंटियर रिटायरमेंट की चिट्ठी में लिखे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का नाम हटाने की रखी गई पी एम ओ की शर्त को मानने से इंकार करने पर उन्हें इंसल्टिंग वे में हटाया गया है|

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी ये तो आप को और आपकी सुजाता सिंह को मालूम ही होगा कि कंडीशनल रेजिग्नेशन [और वोह भी एक्सटेंशन की बैसाखी पर चलने वाले]को स्वीकार नहीं किया जाता|इसीलिए प्रधान मंत्री के नाम का उल्लेख तो केवल हंगामा बरपा करना ही रहा होगा |