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बालों में सफेदी,आँखों पर चढ़ा चश्मा लेकिन कमबख्त का सर झटकने से दिल ही नहीं भरा

बाँकी पलकें झुका कर कातिल अदा से उठाई उस जालिम ने
इस कदर उनमे खोया “झल्ला” पलकें झपकाना भूल गया
बालों को संवारने को जब उसने दिया अपने सर को झटका
कसम उस झटके की दिल उन्हींं जुल्फों में जाकर अटका
कसमे उसकी+खुद्की खा कर जब होने लगा मुह बदमज़ा
बालों में है उसके सफेदी और आँखों पर चढ़ा मोटा चश्मा
लेकिन कमबख्त का सर को झटकने से दिल ही नहीं भरा