एयर इंडिया और किंग फिशर के पायलटों और वेंडर्स के वेतन सम्बन्धी असंतोष को अभी तक शांत नहीं किया जा सका है|जहां एयर इंडिया ने अपने हड़ताली पायलटों को हड़ताल समाप्त करने के बावजूद हड़ताल से पहले का वेतन नहीं दिया है वहीं किंग फिशर भी पिछले छह माह से वेतन संवितरण को टरका रही है|ये दोनों कम्पनियाँ अपने कुप्रबंधन के कारन घाटे में चल रही हैं और बंद होने के कगार पर आ पहुंची हैं|
कोर्ट के आदेशानुसार एयर इंडिया के पायलटों ने ५८ दिन पुराणी हड़ताल को वापिस लेकर डियूटी ज्वाइन कर ली है मगर अभी तक १०१ बर्खास्त पायलटों में से केवल ९ को ही वापिस सेवा में लिया गया है|यहाँ तक की हड़ताल से पहले के उनके डियुस को क्लीयर नहीं किया गया है|यह कोर्ट की अवहेलना ही कही जा सकती है|इसके अलावा बार बार आश्वासन देने पर भी किंग फिशर ने अपने पायलटों को छह माह से वेतन नहीं दिया है |अब यह आरोप लगाया जा रहा है कि किंग फिशर और एयर इंडिया के पायलट दूसरी विमानन सेवाओं में जा रहे हैं||इस प्रकरण से लगता है कि विमानन कम्पनिओं का प्रबंधन इन्हें बंद करने के लिए किसी देवीय शक्ति या आदेश की प्रतीक्षा कर रहा है|