अरविन्द केजरीवाल की हठ धर्मिता नहीं नहीं वरन शांति भूषण के अविश्वास के कारण असंतुष्टों से समझौता वार्ता टूटी |,मध्य प्रदेश की इकाई संयोजक, आलोक अग्रवाल ने यह बयान दिया इसके लिएउन्होंने आतिशी मार्लेना के पत्र को आधार बनाया| श्री अलोक के अनुसार
आम आदमी पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता आतिशी मार्लेना द्वारा प्रशांत भूषण और योगेन्द्र यादव को लिखे पत्र यह कहा गया है कि उनकी मांगों को स्वीकार करते हुए दोनों पक्षों में एक सहमती बन गयी थी परन्तु शांति भूषण के उसे न मानने के कारण वह सहमती टूट गयी|प्रशांत भूषण द्वारा इस विषय में यह कहकर इसका खंडन किया गया है कि आतिशी इस मीटिंग में नहीं थी अतः उन्हें जानकारी नहीं है.
श्री अलोक ने मीटिंग में होने का दावा करते हुए कहा है कि “चूँकि मैं उस मीटिंग में स्वयं मौजूद था अतः मैं उस दिन की सम्पूर्ण सच्चाई रखना चाहता हूँ. सर्वप्रथम मैं स्पष्ट करना चाहता हूँ कि आतिशी की सभी बातों का मैं समर्थन करता हूँ और उस में कही गयी बातें पूरी तरह से सच हैं”.