निर्यातकों को , निर्यात गतिविधियों पर ,अनुदान अब 2 % के बजाय 3 % मिलेगा | निर्यातकों को प्रोत्साहित करने के लिए निर्यात गतिविधियों पर अनुदान की दर 2 %से बढ़ाकर 3 % कर दी गई है|
वर्तमान में निर्यातक द्वारा लिए गए ऋण के लिए ब्याज अनुदान की दर दो प्रतिशत है। ब्याज अनुदान की दर तथा इसका क्षेत्र व्यापक करने के लिए निरंतर मांग की जाती रही है।
फिलहाल, सभी निर्यातक जिनके सूक्ष्म तथा लघु उद्यम हैं, इस योजना के तहत लाभार्थी हैं। इसके अतिरिक्त, निम्नलिखित क्षेत्रों से संबंधित निर्यातक ब्याज अनुदान प्राप्त करने के लिए पात्र हैं: (i) हथकरघा (ii) हस्तशिल्प (iii)कालीन (iv)खिलौने और खेल सामान (v)परिष्कृत कृषिउत्पाद (vi)रेडीमेड वस्त्र (vii)इंजीनियरिंग क्षेत्रों में 235 टैरिफ लाइन्स (viii)आईटीसी (एचएस) के अध्याय 63 में 6 टैरिफ लाइन्स (तैयार वस्त्र)।
वाणिज्य मंत्री द्वारा इस मुद्दे को वित्त मंत्री के समक्ष उठाने के बाद दोनों मंत्रियों ने निर्यातकों के इस अनुरोध पर विचार करने के लिए 26 जुलाई, शुक्रवार को मुलाकात की। सरकार ने अब यह निर्णय लिया है कि ब्याज अनुदान की वर्तमान दर 2 प्रतिशत को बढाकर 3 प्रतिशत कर दिया जाए। इसके साथ ही सभी विचाराधीन दावों का निपटारा भी शीघ्र किया जाएगा।
इससे लघु और मध्यम उद्यम के निर्यातकों को तथा अधिकतर श्रम आधारित क्षेत्रों को भी लाभ मिलेगा। ब्याज अनुदान की दर में बढ़ोतरी होने से उनकी लागत में कमी आएगी। वाणिज्य तथा उद्योग मंत्री ने वर्तमान स्थितितथा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार परिदृश्य की समीक्षा करने के लिए 27 अगस्त, 2013 को व्यापार बोर्ड की बैठक (बीओटी) आयोजित की है।