झल्लीगल्लां
चिंतक
ओए झल्लेया! हसाडी नाक के नीचे पड़ोस में ये क्या खिचड़ी पक रही है ?पाकिस्तान के सफल रहे क्रिकेटर परंतु असफल प्रधानमंत्री इमरानखान अफगानिस्तान पर काबिज तालिबान के प्रति हमदर्दी जता रहा है और उधर तालिबान सीना ठोक कर इमरान के पाकिस्तान को अपना दूसरा घर बता रहा है
ओये ये दोनों तो आपस मे मिल गए अब हसाडे कश्मीर का क्या होगा ???
झल्ला
भापा जी!हसाडा कश्मीर तो डोभाल जी ,राजनाथ जी और नरेंद्रमोदी जी के सुरक्षित हाथों में है लेकिन अब अफगानिस्तान के पश्चात पाकिस्तान को तालिबान के घर बनने से ख़ुदा ही बचा सकता है।