मोदीभापे !
दिल के फफोले
विभाजन विभीषिका स्मृति
पीड़ित की फरियाद बेशकीमती दस्तावेज होती है
चंद लफ्जों में पीड़ितों की चीत्कार बेशुमार होती हैं
मोदीभापे !
दिल के फफोले
विभाजन विभीषिका स्मृति
पीड़ित की फरियाद बेशकीमती दस्तावेज होती है
चंद लफ्जों में पीड़ितों की चीत्कार बेशुमार होती हैं