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उत्तर प्रदेश में पिछला एलोकेशन खर्च हुआ नहीं और नया बजट पेश;बसपा ने किया बहिष्कार

उत्तर प्रदेश के युवा मुख्य मंत्री [और वित्त] अखिलेश यादव ने आज दो लाख इक्कीस करोड़ रुपयों का बजट पेश किया गया यह बीते बजट से साडे दस प्रतिशत अधिक है| इसे प्रमुख विपक्षी दलों ने औचित्यहीन तथा निराशाजनक करार दिया हैजबकि मुख्य विपक्षी दल बहुजन समाज पार्टी [बसपा] के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने मीडिया के समक्ष सरकार की नीयत पर भी सवाल उठाए और कहा कि सरकार पिछले बजट का ज्यादातर धन खर्च नहीं कर पायी है। ऐसे में नये बजट का कोई औचित्य नहीं है।मुख्य विपक्षी दल बसपा के विरोध के बीच यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को विधानसभा में वर्ष 2013-14 के लिए 2,21,201 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। यह पिछले साल के बजट के मुकाबले 10.5 % अधिक है। सरकार ने अपने चुनावी एजेंडे को धार देते हुए बजट में गरीबों, किसानों, नौजवानों, मुसलमानों और महिलाओं का खास ख्याल रखा है।बसपा ने बजट पूरा सुने बगैर ही वाक् आउट कर दिया
कृषि क्षेत्र के बजट में भारी बढ़ोतरी करते हुए 17,174 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है जबकि अल्पसंख्यकों के कल्याण और विकास के लिए पिछले बजट के मुकाबले 29.5 फीसदी अधिक धन का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री अखिलेश ने जहां राजधानी में मेट्रो रेल चलाने की घोषणा की, वहीं लड़कियों को स्नातक तक मुफ्त शिक्षा देने का भी ऐलान किया।
सपा सरकार बनने के बाद से चल रही कन्या विद्याधन+ हमारी बेटी उसका कल+ टैबलेट-लैपटॉप+बेरोजगारी भत्ता और किसानों की कर्ज माफी जैसी योजनाओं को अगले वित्त वर्ष में भी जारी रखने की घोषणा की गई है। इसके अलावा पर्यावरण का ख्याल करते हुए रिक्शा चालकों को बैटरी चलित रिक्शे देने की योजना के तहत इस बार बजट में चौगुनी बढ़ोतरी करते हुए 400 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
इसी तरह गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन कर रही 18 साल से ऊपर की महिलाओं को साल में दो साड़ी और 65 साल से अधिक उम्र के वृद्धों को एक-एक कंबल के लिए 600 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दावा किया कि बजट प्रदेश में न केवल विकास की गति तेज करेगा बल्कि समाज के सभी वर्गों तक इसका लाभ भी पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि कैपिटल क्रिएशन के जरिये विकास की रफ्तार और निवेश बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
बसपा प्रतिक्रया
विधानसभा में मुख्यमंत्री ने जैसे ही बजट भाषण शुरू किया, बसपा सदस्य अपनी सीट से खड़े हो गए और नारेबाजी करने लगे। सदन में विपक्ष के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी सीट पर खड़े होकर सरकार पर आरोप लगाने लगे कि अभी तक पिछले बजट का धन ही खर्च नहीं किया गया है, लिहाजा नया बजट बेमानी है। उनकी पार्टी इस बेईमानी में सत्ता पक्ष का साझीदार नहीं बनना चाहती।इससे पूर्व राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान भे कागज़ के गोले फैंके जा चुके हैं|
भाजपा+कांग्रेस+रालोद और अन्य दलों के सदस्यों ने बसप से दूरी बनांते हुए अपनी सीटों पर शांत बैठे रहे। विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने बसपा सदस्यों से शांति बनाए रखने की गुजारिश की। उन्होंने कहा कि बजट पेश करते समय विरोध करने की परंपरा नहीं रही है, लेकिन बसपा सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर गए। उधर, बसपा के जबर्दस्त विरोध और शोर-शराबे के बीच विधान परिषद में सदन के नेता अहमद हसन ने बजट पेश किया।

इस बजट में शामिल एक ओवर ब्रिज का जिक्र बढ चढ़ कर किया जा रहा है ४० करोड़ की लागत से बनाने वाले इस ओवर ब्रिज को बसपा सुप्रीमो मायावती के घर के सामने बनाया जाना है|

बजट में शामिल लोक लुभावने एलान
[१]किसी नए टैक्स का ऐलान नहीं।[२]लखनऊ में मेट्रो रेल परियोजना की घोषणा।[३]लड़कियों के लिए स्नातक तक मुफ्त शिक्षा।
[४]अल्पसंख्यकों के बजट में 29.5 फीसदी वृद्धि।[५]किसानों की ऋण माफी के लिए 750 करोड़।[६]3 लाख तक के किसान ऋण 3 फीसदी ब्याज पर।
[७]गरीबों को साड़ी-कंबल के लिए 600 करोड़।[८]गरीब महिलाओं को साल में दो साड़ियां।[९]65 साल से अधिक के गरीब वृद्धों को दो कंबल।
[१०]बेरोजगारी भत्ते के लिए 1200 करोड़ आवंटित।[११]टैबलेट-लैपटॉप और कन्या विद्याधन योजना जारी रहेगी।[१२]कृषि क्षेत्र के लिए बजट में भारी बढ़ोतरी।