Ad

कैपिटेशन फी+आरक्षण वाले डॉक्टर्स की भी यह कोरोनावधि परीक्षा की घड़ी है

झल्लीगल्लां
चिन्तितबुद्धिजीवी
ओएU Turn झल्लेया!ये डॉक्टर लोग महामारी में भी क्या कुफ्र कमा रहे हैं?ओए एक तरफ तो बीमार और तीमारदार पहले से ही दुखी लाचार हैं ऊपर से ये डॉक्टर्स कोरोना प्रोटोकॉल काउल्लंघन करते हुए अनाप शनाप भारीभरकम दवाएं प्रेस्क्राइब किये जा रहे है।बेशक ये लोग अपने एमआर को ओब्लाइज कर रहे हैं और सरकारी मशीनरी कालाबाजारी देखने वाले चश्मे कही रख कर भूल चुकी हैं लेकिन मरीज तो गोलोकधाम सिधार रहे हैं
झल्लाझल्ला
भापा जी!वाकई सोचने का विषय है।कैपिटेशन फी +आरक्षण के दम पर बने डॉक्टर्स और धनाढ्य पिता के इन्वेस्टमेंट वाले अस्पतालों में उपलब्ध डॉक्टर्स की भी यह परीक्षा की घड़ी है ।