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डा. मन मोहन सिंह तीसरी बार पी एम् बने या ना बने लेकिन नई संसद[राज्य सभा] के लिए तो जीत ही गए

डा मन मोहन सिंह के प्रधान मंत्री की तीसरी पारी के लिए बेशक आये दिन सवाल उठते रहते हो मगर डा. सिंह ने अगली संसद[राज्यसभा] में अपनी सीट तो सुरक्षित कर ही ली है| प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह [कांग्रेस]ने लगातार पांचवी बार गुरुवार को राज्यसभा के लिए अपनी सीट सुरक्षित कर ली है | डा. मन मोहन सिंह की पार्टी कांग्रेस ने असम से राज्य सभा की दूसरी सीट भी जीत ली है।गौरतलब है कि प्रथम वरीयता के लिए केवल डा. सिंह ही प्रत्याशी थे| इसके अलावा पार्टी व्हिप भी जारी किया गया था| डा. सिंह १९९१ से असम से निर्वाचित होते आये हैं|
असम विधानसभा के प्रधान सचिव और निर्वाचन अधिकारी जीपी दास के अनुसार 126 सदस्यीय सदन में डा. सिंह को प्रथम वरीयता के 49 वोट मिले जबकि कांग्रेस के दूसरे उम्मीदवार एस कुजूर को 45 वोट मिले।
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोकेट्रिक फ्रंट (AIUDF) के अमीनुल इस्लाम को केवल 18 वोट ही मिले
एआईयूडीएफ केंद्र में संप्रग का सहयोगी दल है जिसके 18 विधायकों ने दूसरी वरीयता के अपने वोट प्रधानमंत्री को दिए।
विपक्षी असम गण परिषद [ AGP ]और भाजपा[ BJP] ने मतदान से गैर-हाजिर रहने का फैसला किया था। इनके केवल क्रमश: नौ और पांच वोट हैं। असम से राज्य सभा में अब कांग्रेस के पांच सदस्य हो गए हैं जबकि ऊपरी सदन के लिए राज्य से कुल सात सीटें हैं।
सुबह नौ बजे से लेकर शाम 4 बजे तक हुए मतदान की गिनती शाम पांच बजे शुरू हुई।
प्रधान मंत्री की वर्तमान सदस्यता १४ जून को समाप्त होने जा रही है| अब डा. मन मोहन सिंह तीसरी बार पी एम् बने या ना बने लेकिन नई संसद[राज्य सभा] के लिए तो चुनाव जीत ही गए इसके अलावा एक बात और क्लीयर हो गई है कि यूं पी ऐ की अध्यक्षा श्री मति सोनिया गाँधी और प्रधान मंत्री डा. मन मोहन सिंह में कोई दरार नहीं है|