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पंजाब के सियासी हमाम में सबकी नंगई निकल ही आई :व्यंग


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

भारतीय चिंतक

औए झल्लेया ये क्या हो रहा है? जलियांवाला बाग नरसंहार के शताब्दी वर्ष पर एक तरफ लंदन के ‘हाऊस ऑफ लार्ड्स’ परिसर में ब्रिटिश सरकार से इस घटना के लिए आधिकारिक रूप से माफी मांगने की मांग की गई तो दूसरी तरफ भारत में पंजाब के सी एम कैप्टेन अमरिंदर सिंह और केंद्र में मंत्री हरसिमरत को बादल एक दूसरे के पुरखों की कब्रें खोदने में लगे हुए हैं|
यारा! 13 अप्रैल 1919 को बैशाखी के दिन अमृतसर के जलियांवाला बाग में हुए नरसंहार से पूरा विश्व आज भी स्तब्ध है । ब्रिटिश इंडियन आर्मी के सैनिकों ने जनरल डायर की कमान के तहत निहत्थी भीड़ पर गोलियां चलाई थी और ये हुकुमरान एक दूसरे पर ही गोलियां चला रहे हैं

झल्ला

भापा जी!ये सियासी हमाम हैं यहां सबकी नंगई निकल आती है