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राकेश टिकैत कहीं भावनाओं में बह कर कुल्हाड़ी पर ही पैर ना मार बैठें

झल्लीगल्लां
चिंतितदिल्लीवासी
ओए झल्लेया! ये क्या रोज नई मुसीबत गले पड़ रही है।ओए किसान नेता राकेश टिकैत अपनी मांगों को मनवाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी के खिलाफ मोर्चा खोले हैं लेकिन हमारी ऐसी की तैसी करने पर तुले हुए है।गाजीपुर पर धरना तो दिया ही हुआ है अब दिल्ली में 4000000 ट्रैक्टर लाने की धमकी दे रहे हैं।ओए 26 जनवरी को हुए राष्ट्र के अपमान से इनका दिल नही भरा जो अब ये नया शगूफा ले आये
झल्ला
भापा जी! चो महेंद्रसिंह टिकैत के नक्शे कदम पर चलते हुए उनके फरजंद राकेश की 26 जनवरी को लालकिले की तरफ कुल्हाड़ी चल गई थी।लाल किला चूंकि बाबरी मस्जिद की तरह ही मुगलों की शान है
इसीलिए वहां हुई तोड़फोड़ पर केसरी सरकार चुप्पी साध गई।मगर अब तो ये महानुभाव भावनाओं में बह कर भारत की संसद को ही कब्जाने की धमकी देने लग गए।इसे तो राष्ट्रवाद की माला जपने वाली सरकार सहज पचा नही पाएगी सो बाबा टिकैत के जानशीं कुल्हाड़ी पर ही पैर मारने को उतारू हो रहे है ।ईश्वर इनका भला करे।