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हमलावर सांसद सदन में रहें या जाएं कोई फरक नही पैंदा जी,बिल तो पास हो ही रहे हैं

झल्लीगल्लां

काँग्रेसीचीयरलीडर

ओए झल्लेया!

संसद में ये कैसी तानाशाही का दौर शुरू हो गया???

मोदी सरकार बिना विपक्ष के ही सारा बिजनेस चलाने पर तुली हुई है।

राज्यसभा में हसाडे नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी ने वरिष्ठता का परिचय देते हुए उच्च सदन में तृणमूल कांग्रेस के छह सदस्यों के निलंबन पर केंद्र सरकार को चेतावनी दे दी है कि मोदी सरकार विपक्षी सांसदों को  बाहर निकालकर सदन चलाना चाहती है, लेकिन कांग्रेस और उसके सहयोगी झुकने वाले नहीं हैं
झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाणा !विपक्ष ने संसद की कार्यवाही के दौरान ही जनहित के मुद्दों पर क्या चर्चा कर ली???

शोर शराबे से जी नही भरा तो पुर्जे फाड़ कर स्पीकरों की तरफ उछाल दिए।अब हुक्मरानों को बिजनेस तो चलाना ही है ,अब चर्चा हो या ना हो।विपक्ष के चुनिंदा सांसद सदन में रहें या जाएं कोई फरक नई पैंदा जी।