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“आप”पार्टी की दिल्ली फतह पर,बदलाव की आस में,आम जन भी मुस्कुराया

aam aadmi party [मेरठ,दिल्ली ]”आप”पार्टी की दिल्ली फतह पर , बदलाव की आस में, आम जन भी मुस्कुराया दिल्ली फतह पर ‘आप’ कार्यकर्त्ता स्वाभाविक रूप से जश्न में डूबे हैं|नाच गाने से लेकर आतिशबाजी और मिठाई के दौर चल रहे हैं इनकी ख़ुशी देख कर आम जन भी कहीं ना कहीं बदलाव की आस से मुस्कुराता दिख रहा है
दिल्ली विधान सभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ‘आप’ को मिले स्पष्ट बहुमत पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने जोरदार ढ़ंग से जश्न मनाया। इस दौरान कमिश्नरी पार्क में आप कार्यकर्ताओं ने ढोल की थाप पर जमकर डांस किया तथा एक दूसरे का मुंह मीठा कराया।
मेरठ से चुनाव लड़ चुके पार्टी नेता मेजर [रिटायर्ड]हिमांशू सिंह ने कहा कि दिल्ली की जनता ने दिखा दिया है कि जीत सिर्फ सच्चाई व ईमानदारी की होती है। जनता ने भाजपा व कांग्रेस को पूरी तरह से नकार दिया है। दौरान विजयी जुलूस भी निकाला गया ।
दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सुनामी ने भाजपा की हालत भी कांग्रेस जैसी कर दी है
70 सीटों वाले विधानसभा में भाजपा के खाते में विपक्ष के नेता का पद पाने लायक सीटें भी मिलती नजर नहीं आ रही हैं। जबकि आम आदमी पार्टी ९०% से भी ज्यादा सीटें जीतती दिख रही है।लगातार जीतते आ रहे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के लिए दिल्ली वाटरलू की हार साबित हुई
प्रथम दृष्ट्या भाजप की हार और आप पार्टी की जीत के निम्न मुख्य कारण नजर आते हैं
[१]कांग्रेस का कमजोर प्रचार
भ्र्ष्टाचार के आरोपों से हीनभावना से ग्रसित कांग्रेस द्वारा आम जनता से सीधे संपर्क साधने और सोशल मीडिया में जाने के साहस में कमी रही जिसके फलस्वरूप लड़ाई त्रिकोणीय होने के बजाय आमने सामने की ही हो कर रह गई और नतीजों में यह केवल एक मुखी ही रह गई
[२]स्थानीय नेताओं की अनदेखीaam aadmi party
आप पार्टी के आरोप आक्रमण से घबरा कर भाजपा ने अंतिम १७ दिनों में ऊपर से किरण बेदी को थोंपा इससे स्थानीय नेताओं में नाराजगी पैदा हुई
[३] गौत्र दोष+बच्चों की कसम+भगौड़ा आदि प्रत्येक आरोप को अरविन्द केजरीवाल ने तत्काल अवसर बना कर उपयोग किया
[४]”आप”पार्टी ने अंतिम समय तक अपने मास्टर कार्ड बिजली पानी को नहीं छोड़ा जिसकी काट में भाजपा कहीं खड़ी नहीं दिखाई दी
[५]फ्री वाई फाई+झोपडी के स्थान पर मकान+पोलिस उत्पीड़न से बचाव+शिक्षा में सुधार आदि के नारों को खूब भुनाया गया और भाजपा के इन्ही नारों को हवा में उड़ाय गयाजनता ने भी आप पार्टी के नारों पर ऐतबार किया+
[६]ब्लैक मनी की वापिसी में भाजपा को नाकाम दिखाने में सफलता |प्रधान मंत्री के प्रत्येक के खाते में १५ लाख रुपयों वाले वायदे को जुमला बता कर खूब भुनाया गया
[७] अभी तक लेफ्टिस्ट+जे डी यूं+ टीएमसी+सपा+बसपा में बिखरा हुआ विपक्ष भाजपा के विरोध में एक जुट हुआ
[८] जगदीश मुखी+झा+उपाध्याय +किरण बेदी आदि भाजपा के प्रदेश के नेताओं को भ्र्ष्टाचार और अकर्मण्यता के मुद्दों पर घेरने की रणनीति कामयाब रही
[९]२ करोड़ रुपयों के फंड फ्राड जैसे आरोपों को भी उलटे भाजपा की तरफ ही करने में सफलता मिली
[१०]भाजपा के सॉफ्ट टारगेट बराक ओबामा को भी चुनाव प्रचार का माध्यम बना लिया गया