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हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने भी दिल्ली में हार के लिए नेताओं के “आयात” नीति की आलोचना की

[चंडीगढ़]हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दिल्ली में हार के लिए नेताओं के आयात नीति की आलोचना की |
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने डॉ किरण बेदी की हार का सहारा लेकर आखिर कार अपने मन का बोझ भी कम कर ही लिया |
उन्होंने दिल्ली में भाजपा की करारी हार के लिए पैराशूट से नेताओं को उतारे जाने के निर्णय की आलोचना की है|
हरियाणा में भाजपा के नेताओं के अंसंतोष स्वर भी फूटने लग गए हैं
गौरतलब है कि हरियाणा में भी वरिष्ठ एम एल ऐ को सुपरसीडकरके पहली बार एमएलऐ बने श्री मनोहर लाल खट्टर को मुख्य मंत्री बनाया गया है|
|हरियाणा में स्वास्थ्य मंत्री बनाये गए अनिल विज ने दिल्ली की हार पर टिपण्णी करते हुए कहा है कि “नेता आयात करने की अपेक्षा यदि भाजपा दिल्ली में नेतृत्व निर्माण करने पर बल देती तो दिल्ली में यह हालात नही होते “|गौरतलब है कि दिल्ली में डॉ किरण बेदी सहित आम आदमी पार्टी के बागी विधायक विनोद कुमार बिन्नी+एम एस धीर आदि को भी भाजपा ने चुनाव में उतारा जिसका कार्यकर्ताओं से व्यापक समर्थन नहीं मिला |
अम्बाला के श्री विज चौथी बार एमएलऐ बने हैं|प्रदेश में भाजपा की पूर्ण बहुमत वाली सरकार में उन्हें केवल स्वास्थ्य+शिक्षा मंत्रालय से ही संतोष कारण पढ़ा उस समय उन्होंने टिपण्णी की थी कि जहां भी लगा दो वहीं काम करके दिखाऊंगा और उन्होंने अस्पतालों में छापेमारी करके मात्र दो महीनों में ही अपनी छवि चमकाई | इसके बावजूद इनके कामों में रुकावटें डाली जा रही है जिसकी इन्होने शिकायत भी की है |बीते दिनों उन्होंने कार्यक्रमों में शिरकत करने से भी तौबा कर ली |
आज श्री विज ने ट्वीट करके अपनीउपेक्षा के प्रति भड़ास निकाली है और इसके लिए दिल्ली में मिली करारी हार को माध्यम बनाया है |७० सदस्यीय दिल्ली विधान सभा में आम आदमी पार्टी के ६७ विधायक पहुंचे हैं जबकि भाजपा को केवल तीन विधायक ही मिले हैं आप की झाड़ू से उडी धूल में भाजपा के २९ और कांगेस के ८ विधायक भी उड़ गए हैं |