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केजरीवाल कौरव और रावण के चक्रव्यूह में घुस तो गए मगर उसे भेदने से पहले “अभिमन्यु” बन कर रह गए

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आम आदमी पार्टी का दुखी चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे नाल तो बड़ा जुलम हो गया ओये इन कौरव+रावण फौजों ने असंबली में चक्रव्यूह रच कर हसाडे सोणे सी एम् अरविन्द केजरीवाल की दिल्ली में ओनली ४९ दिन की सरकार का दी एंड कर दिया|ओये अब तो भ्रष्टाचारियों की पौ बारह हो जानी है

झल्ला

अरे मेरे भोले भापा जी आपजी के केजरीवाल जी तो पड़े लिखे हैं इसीलिए बेशक उन्होंने कांग्रेस और भाजपा के चक्रव्यूह में घुसने की हिम्मत जुटा ली लेकिन उसे भेदने के लिए उसमे घुसना जरूरी होता है और घुसने से पहले उसमे से बाहर निकलने की जुगत लड़ा लेनी चाहिए थीलेकिन आप लोगों ने पौराणिक महाभारत तक ही पढ़ाई करके सीना चौड़ा कर लिया और घुस गए धुरंधरों के व्यूह में |ऐसे में महाभारत में अभिमन्यु का जो हाल हुआ था उसकी पुनरावृति “आप” के लेटेस्ट युद्ध में तो बेहद अवश्यम्भावी थी |