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जुबान/बदजुबान से कांग्रेस को ऐतिहासिक हार दिलाने वाले नेता फिर से आलोचनाओं का ज्वार लाने को जुटे

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये भाजपाई सरकार के गठन मे क्या अंधेर गर्दी शुरू हो गई है |देख तो अमेठी से हारी नॉन ग्रेजुएट श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी कोमानव संसाधन मंत्रालय जैसे अहम मंत्रालय का मंत्री बना दिया गया| अमृतसर में हारे अरुण जेटली को वित्त और रक्षा के मंत्रालय दे दिए गए यहाँ तक कि मुजफ्फर नगर दंगों के आरोपी डॉ संजीव बालियान को कृषि राज्य मंत्री ही बना दिया गया | कश्मीर में धारा ३७० का विवाद उठा दिया | ओये इस अंधेर गर्दी से हसाडे नेता चुप नहीं बैठेंगे हसाडे अजय मांकन+सिंघवी+दिग्विजय सिंह आदि आदि ने कंेद्र सरकार की पोल खोलनी शुरू कर दी है

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी |अब फिर से सकारात्मक सोच के बजाय केवल आलोचनाओं का ज्वार ही पैदा करने की कोशिश शुरू हो गई है और यह कोशिश करने वाले और कोई नहीं बल्कि वोही नेता गण हैं जिनकी जुबान /बदजुबान से ही ऐतिहासिक कांग्रेस को ऐतिहासिक हार का मुह देखना पड़ा|अजय माकन साहब तो आधुनिक संचार माध्यमों +सोशल मीडिया तक का इस्तेमाल नहीं कर पाये| इसीलिए झल्ले विचारानुसार मात्र दो दिन की आयु वाली सरकार की जबरदस्त आलोचनाओं के साथ ही राहुल गांधी वाली सकारात्मक +सहयोग की सोच का माहौल बनाना भी जरूरी है |