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चिकित्सकों के लिए पहली जुलाई शपथ दोहराने का दिन:राष्‍ट्रीय चिकित्‍सा दिवस:डॉ.हर्षवर्धन

चिकित्सकों के लिए पहली जुलाई शपथ दोहराने का दिन:राष्‍ट्रीय चिकित्‍सा दिवस:डॉ.हर्षवर्धन
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज कहा कि देश के सभी चिकित्‍सकों का यह कर्तव्‍य है कि वे अपने समय के महान चिकित्‍सक और राजनीतिज्ञ डॉ बिधान चन्‍द्र रॉय के सपने को पूरा करें। उन्‍होंने कहा कि चाहे वह एलोपैथिक चिकित्‍सक हो या पारंपरिक और घरेलू चिकित्‍सा प्रणा‍ली द्वारा उपचार करने वाला चिकित्‍सक हो, उन सबको डॉ बिधान चन्‍द्र रॉय के विचारों को याद करना चाहिए।
उल्‍लेखनीय है कि डॉ रॉय को 1961 में उनके जीवन काल में भारतरत्‍न से विभूषित किया गया था।
डॉ हर्षवर्धन राष्‍ट्रीय चिकित्‍सक दिवस (01 जुलाई) की पूर्व संध्‍या पर चिकित्‍सक बिरादरी को संबोधित कर रहे थे। उन्‍होंने कहा कि आज का दिन डॉक्‍टरों के लिए शपथ दोहराने का दिन है।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि हमारे देश में डॉक्‍टर अध्‍यापकों के रूप में, सशस्‍त्र बलों, गैर सरकारी और स्‍वयंसेवी क्षेत्रों तथा पूरे देश के प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्रों में कठिन परिस्थितियों में भी काम करने में पीछे नहीं हैं। उन्‍होंने डॉक्‍टरों को उनकी कर्तव्‍यपरायणता के लिए सलाम किया और कहा कि आपदा के समय हमारे देश के डॉक्‍टर अपने जीवन की परवाह न करते हुए भी सेवा करते हैं।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री होने के नाते उनका यह कर्तव्‍य है कि वे स्‍वस्‍थ जीवन शैली को प्रोत्साहन देकर देश से बीमारियों का भार कम करें। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने उन्‍हें निर्देश दिया है कि अनुसंधान, अभिनव प्रयोगों और आधुनिक प्रौद्योगिकी के जरिए स्‍वास्‍थ्‍य क्षेत्र में आमूल परिवर्तन किया जाए। उन्‍होंने कहा कि विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार हमारे यहाँ आबादी के अनुपात में चिकित्‍सों की संख्‍या काफी कम है, इसलिए पहले की अपेक्षा भारत को अधिक डॉक्‍टरों की जरूरत है।