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कांग्रेस ने”आप”को मुद्दे दिए अल्पमत के बावजूद सरकार बनवाई बदले में शुकराना देना तो बनता ही है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

चिढ़ा हुआ भाजपाई

ओये झल्लेया देख तो मुल्क में डेमोक्रेसी का कैसे मजाक उड़ाया जा रहा है| कांग्रेस और “आप” पार्टी में दिल्ली की सत्ता की बंदरबांट का ये कैसा नंगा खेल चल रहा है |पहले तो “आप” पार्टी ने कांग्रेस को गालियां दे दे कर पॉपुलैरिटी हथियाई फिर गालियां खाने वाले आठ कांग्रेसियों के दम पर दिल्ली की सत्ता कब्जाई फिर दिल्ली की विधान सभा में असंवैधानिक जन लोक पाल और अपने गैर कानूनी कानून मंत्री को लेकर दुनिया में अपनी जग हसाई करवाई | अब देख कैसे बेशर्मी से त्याग पत्र देकर दिल्ली की सत्ता को एल जी की प्लेट में कांग्रेस के ही सामने परोस दिया

झल्ला

अरे सेठ जीआप भी तो ३२ के आंकड़े के साथ अल्पमत में हो इसीलिए आपके कोसने से सत्ता का छींका आपजी की झोली में तो गिरने से रहा|आप का तो वोही हाल हुआ किएक अम्बानी की माया मोह में खुदा और विसाले सनम दोनों ही हाथ से निकल गए जहाँ तक बात “आप” वालों की है तो भापा जी कांग्रेस ने इन्हें मुद्दा दिया २८ के आकड़े पर अटके आम आदमी को ख़ास बनने के लिए सरकार बनाने का मौका दिया अब अपने मेंटोर को शुक्राना देना तो बनता है कि नहीं |क्यों ठीक है ना ठीक?