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लता ने पुरुस्कारों के लिए मांगे जाने पर हर साल की तरह सर्व गुण संपन्न कलाकारों के नाम भेजे :अब कोई सुझाव नहीं देंगी

पद्म पुरुस्कारों के लिए सिफारिश करने वालों में स्वर कोकिला लता मंगेशकर के नाम को घसीटे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए लता ने रोमन इंग्लिश में ट्वीट किया है कि हर साल पुरुस्कारों के लिए गठित समिति के पत्र आते रहते हैं और मुझसे पुरुस्कारों के लिए सुपात्रों के नाम पूछे जाते हैं[ ye puraskaar ki jo samitee hai unka letter aata hai aur usme likha hota hai ki aap jo naam uchit samajhti hai’n unke naam aur bio data wo mujhse mangwaate ] उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने पद्म पुरुस्कार के लिए अपनी बहन उषा मंगेशकर और सुरेश वाडेकर के नाम सुझाये थे उषा पिछले ५० सालों से पार्श्व गायन में हैंउषा ने असम +गुजराती+हिंदी+मराठी+राजस्थानी भाषाओं में लोक प्रिय गाने गाए हैं|इसी प्रकार सुरेश भी पिछले ४० सालों से अनेक भाषाओं में गा रहे हैं| इसके अलावा आज तक मैंने हर साल कई लोगों के नाम भेजे हैंइनके संगीत विद्यालय हैं और शिष्य विश्व भर में हैं अब ऐसे सर्व गुण संपन्न प्रतिभाओं के नाम नहीं देती तो किनके नाम देती |लेकिन आगे से में ऐसे कोई सुझाव नहीं दूंगी .[ Par aainda se main unhe koi sujhao nahi dungi ] पिछले बीते दिन लता मंगेशकर को बदनाम करने की नियत से यह खबर लीक की गई कि उन्होंने पद्म पुरस्कारों के लिए अपनी छोटी बहन उषा मंगेशकर और गायक सुरेश वाडेकर के नाम की सिफ़ारिश की थी इसे कही न कहीं लता के नरेंद्र मोदी को समर्थन से भी जोड़ कर देखा जा रहा है .| इस बात का मीडिया में जिस तरह से प्रसारण हुआ उससे वो नाराज़ हैं और इसीलिए उन्होंने ट्विटर पर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं.
इस महीने के पहले शुक्रवार को नरेंद्र मोदी लता मंगेशकर की ओर से बनाए गए अस्पताल का उद्घाटन करने पुणे में थे।यह अस्पताल लता मंगेशकर के पिता स्वर्गीय दीनानाथ मंगेशकर के नाम पर है।इस मौके पर लता ने कहा, ‘नरेंद्रभाई मेरे भाई की तरह हैं। हम सभी उन्हें प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं। इस दीपावली के मौके पर मैं उम्मीद करती हूं कि हमारी इच्छा पूरी होगी।यदपि मोदी को उद्घाटन के लिए उस वक्त निमंत्रण दिया गया था, जब वह प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित नहीं हुए थे लेकिन उसके बाद से ही कांग्रेस और उसके समर्थक दलों द्वारा लता की आलोचना की जाने लगी |पद्म पुरुस्कारों के लिए आर टी आई के माध्यम से लता की सिफारिशी चिट्ठी को लीक किया जाने लगा|इसी कारण लता मंगेशकर को यह स्प्ष्टीकरण देना पड़ा